विधानसभा में अपना बजट भाषण पढ़ने के दौरान अशोक गहलोत ने भूलवश कुछ देर के लिए पुराना बजट ही पढ़ने लगे. इसे बीजेपी ने तुरंत मुद्दा बना लिया. हालांकि अगर इससे उलट राजस्थान के बजट को देखें तो इसमें हर वर्ग के लोगों का ख्याल रखा गया है.