अब समाज में संयुक्त परिवार का चलन खत्म हो गया है. लोग अपने माता-पिता तक को भी वृद्ध आश्रम छोड़ देते हैं, वहीं हम आपको राजस्थान के एक ऐसे परिवार से मिलवाने जा रहे हैं जिस परिवार में 10-20 नहीं पूरे 185 लोग रहते हैं. गांव के लोग मजाक में ही कहते हैं कि इसे घर नहीं तहसील होना चाहिए लेकिन जाति से माली समाज का यह परिवार पूरे राजस्थान और देश के लिए एक मिसाल बन चुका है.