धनतेरस (Dhanteras 2020) का पर्व कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को मनाया जाता है. इस दिन खरीदारी करना बेहद शुभ माना जाता है. हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, इस दिन खरीदारी (Dhanteras 2020 shopping) से धन समृद्धि बढ़ती है. धनतेरस पर कुबेर देव की पूजा भी जरूर करनी चाहिए. पौराणिक कथा के अनुसार, कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी पर ही धनवन्तरि अमृत का कलश लेकर प्रकट हुए थे. तभी से धनतेरस पर बर्तन खरीदने की परंपरा चली आ रही है. आइए आपको बताते हैं कि धनतेरस पर कौन सी चीजें खरीदना बेहद शुभ माना जाता है.
दीपक के बिना दिवाली संभव ही नहीं है. धनतेरस पर ढेर सारे छोटे-छोटे दीपक खरीदें. मिट्टी के तीन बड़े दीपक भी जरूर खरीदें. इन्हीं के प्रयोग से दिवाली की पूजा होगी. एक बड़ा मुख्य दीपक होगा जो मां लक्ष्मी को समर्पित होगा. दूसरा बड़ा सरसों के तेल का दीपक मां काली के लिए होगा. जबकि तीसरा दीपक तिरछा करके सरसों के तेल वाले दीपक के ऊपर रखा जाएगा, ताकि उसमें रात भर काजल बन सके.
दिवाली पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा होती है. धन के लिए मां लक्ष्मी और बुद्धि के लिए भगवान गणेश की उपासना की जाती है. धनतेरस के दिन ही इनकी मूर्तियां खरीद लें. लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां खरीदते वक्त कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें. भगवान गणेश की सूंढ़ बाईं तरफ होनी चाहिए. लक्ष्मी जी कमल के पुष्प पर बैठी हों और उनके हाथों से धन गिर रहा हो. मूर्तियां बहुत बड़ी न हों और मिटटी की बनी हुई हों.
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गोमती चक्र एक विशेष प्रकार का पत्थर है, जिसके एक तरफ चक्र की तरह आकृति बनी होती है. यह कई रंगों का होता है. इसमें सफेद रंग का गोमती चक्र सबसे महत्वपूर्ण है. यह रत्न की तरह अंगूठी में भी पहना जाता है. धनतेरस पर कम से कम पांच गोमती चक्र खरीदें. दिवाली के दिन गोमती चक्र मां लक्ष्मी को अर्पित किया जाएगा. इसके बाद अगले दिन उसे धन के स्थान पर रख दें.
कौड़ी एक समुद्री जीव का एक खोल है. धन प्राप्ति के लिए और धन के रूप में इसका प्रयोग प्राचीन काल से होता रहा है. धनतेरस पर कम से कम पांच कौड़ी जरूर खरीदें. दिवाली के दिन इन कौड़ियों से विशेष पूजा करें. इससे अविवाहितों का विवाह होगा और कर्ज की समस्या से मुक्ति मिलेगी.
चांदी समृद्धि की धातु मानी जाती है. ऐसा कहा जाता है की चांदी भगवान शिव के नेत्रों से प्रकट हुई है. धनतेरस के दिन चांदी खरीदना अत्यंत शुभ होता है और इसी चांदी की वस्तु से दिवाली का पूजन किया जाता है. जो भी चांदी की वस्तु दिवाली पर खरीदी जाती है, उसे वर्ष भर सहेजकर रखा जाता है.
झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. धनतेरस पर दो झाड़ू जरूर खरीदें. इनका प्रयोग दिवाली की पूजा के बाद अगले दिन से करें. पुरानी झाड़ू को दिवाली के अगले दिन घर से बाहर कर दें. धनतेरस पर झाड़ू खरीदने से वर्ष भर स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा. घर से पुरानी झाड़ू निकाल देने से नकारात्मक ऊर्जा निकल जाएगी.
धनतेरस के शुभ अवसर पर किसी भी धातु का बर्तन जरूर खरीदें. ज्योतिषविदों के मुताबिक, पानी का बर्तन हो तो और ज्यादा अच्छा होगा. अगर आप सोने-चांदी के आभूषण नहीं खरीद सकते तो कोई बर्तन खरीद लीजिए. धनतेरस पर एक चम्मच खरीदना भी फलदायी माना जाता है. लेकिन इस चम्मच को अपनी बरकत समझकर नियमित तौर पर पूजा में शामिल करें. इससे आपकी समृद्धि में बढ़ोतरी होगी.
इस दिन धनिया के बीज खरीदने की भी परंपरा होती है. धनतेरस पर धनिया खरीदना बहुत शुभ माना जाता है. इसे समृद्धि का प्रतीक बताया गया है. लक्ष्मी पूजा के समय धनिया के बीज लक्ष्मी मां को चढ़ाएं और पूजा के बाद किसी बर्तन या बगीचे में धनिया के बीज बो दें. कुछ बीज गोमती चक्र के साथ अपनी तिजोरी में रखें.
धनतेरस के दिन विवाहित महिलाओं को सोलह श्रृंगार का तोहफा देना शुभ माना जाता है. इसके अलावा लाल रंग की साड़ी और सिंदूर देना भी अच्छा माना जाता है. इससे भी लक्ष्मी मां प्रसन्न होती हैं.
धनतेरस के दिन खील-बताशे की खरीदारी करना भी बेहद शुभ माना जाता है. इन खील-बताशे का प्रयोग दिवाली के दिन पूजा में किया जाता है.