आज सावन का पहला सोमवार है. शिव भक्तों के लिए सावन के सोमवार का खास महत्व होता है. आज के दिन भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय करते हैं. माना जाता है कि सावन का महीना भगवान शंकर को बहुत पसंद है. आज के दिन पूरे विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा की जाती है.
सावन के पहले सोमवार के दिन भक्त पूरी श्रद्धा से व्रत रखते हैं शिव का अभिषेक करते हैं. सावन के पहले सोमवार के साथ आज के दिन कई विशेष संयोग बन रहे हैं. साथ ही आज के दिन शुभ मुहूर्त में पूजा करने से शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
शुभ मुहूर्त और संयोग- सावन के पहले सोमवार के दिन सौभाग्य योग बन रहा है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यह योग भाग्य और वैवाहिक सुख को बढ़ाता है. ये योग सुबह 10 बजकर 40 मिनट तक रहेगा. इसके अलावा सुबह 10 बजकर 26 मिनट तक धनिष्ठा योग रहेगा. इस के प्रभाव से व्यक्ति को धन और वैभव की प्राप्ति होती है.
इस मुहूर्त में ना करें पूजा- सुबह 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक यमगंड योग रहेगा. इसके बाद दोपहर 01 बजकर 30 मिनट से 03 बजे तक गुलिक काल रहेगा. दोपहर 12 बजकर 55 मिनट से 01बजकर 49 मिनट तक दुर्मुहूर्त काल रहेगा. इन पूरे योग में पूजा करना शुभ नहीं माना जाता है.
सावन माह में शिव की पूजा विधि- सुबह स्नान करने के बाद साफ वस्त्र धारण करें. घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें. शिवलिंग का गंगा जल और दूध से अभिषेक करें. भगवान शिव को पुष्प, बेल पत्र, अक्षत, चंदन, धतूरा और आंकड़े का फूल अर्पित करें.
शिव अपने भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. सोमवार का व्रत करने से जीवन से दुख, रोग, कलह, क्लेश और आर्थिक तंगी दूर होती है. जीवन में विवाह संबंधी कोई परेशानी आ रही हो तो सोमवार का व्रत और पूजा करने से लाभ मिलता है. कहा जाता है कि सोमवार का व्रत रखने से कुंवारी लड़कियों का विवाह जल्दी तय होता है और उन्हें सुयोग्य वर मिलता है.
सोमवार के दिन करें ये उपाय- सोमवार के दिन स्नान करने के बाद 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें. इससे जीवन में सुख-समृद्धि आती है. सोमवार के दिन भगवान शिव का अभिषेक करने से विवाह संबंधित सभी दिक्कतें दूर होती हैं. सोमवार की पूजा हरे, लाल, सफेद, केसरिया, पीला या आसमानी रंग का वस्त्र पहन कर करें.
सावन में करें ये काम- सावन में की जाने वाली सारी पूजा भगवान शिव पर केंद्रित होनी चाहिए. सावन के महीने में हर दिन भगवान शिव को जल अर्पित करना चाहिए. अगर आप हर दिन जल अर्पित नहीं कर पा रहे हैं तो सावन के हर सोमवार को मंदिर जाकर भगवान शिव को चंदन का तिलक लगाएं, पुष्प अर्पित करें और उन्हें जल चढ़ाएं. ये करने से जीवन में सुख आता है.
व्रत को अधूरा ना छोड़ें- अगर आप सावन के महीने में सोमवार का व्रत रख रहे हैं तो उसके नियमों का पूरी तरह पालन करें. व्रत को कभी भी अधूरे में नहीं छोड़ना चाहिए. जैसे कि कुछ लोग चार सोमवार व्रत का संकल्प लेते हैं लेकिन दो ही करके छोड़ देते हैं. ऐसा नहीं करना चाहिए. अगर आप सक्षम नहीं है तो व्रत करने का संकल्प ना लें. व्रत के दौरान आपका आचरण पूरी तरह पवित्र रहना चाहिए. इससे सावन का महीना आपके लिए बहुत ही शुभ फलदायी होगा.