
हिंदू धर्म में ज्येष्ठ मास का काफी महत्व होता है. ज्येष्ठ मास में पड़ने वाले मंगलवार को बड़ा मंगल कहा जाता है. मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित होता है. मंगलवार से दिन विधि-विधान से हनुमान जी की पूजा-अर्चना करने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. ज्येष्ठ मास में हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व होता है. बड़ा मंगल के दिन कई जगहों पर लोग भंडारा करते हैं. ज्येष्ठ मास में गर्मी ज्यादा पड़ने के कारण इस दिन लोग राहगीरों को पानी या शरबत पिलाते हैं. इसे बुढ़वा मंगल के नाम से भी जाना जाता है.
ज्येष्ठ मास में कब-कब है बड़ा मंगल
ज्येष्ठ मास का पहला बड़ा मंगल आज यानी 17 मई 2022 को है. वहीं, इसके बाद 24 मई, 31 मई, 7 जून और 14 जून के दिन बड़ा मंगल मनाया जाएगा.
बड़ा मंगल का महत्व
बड़े मंगल के दिन हनुमान जी की पूजा-अर्चना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. इस दिन पूजा- अर्चना करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं और सभी दुखों का नाश होता है. इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए. बड़े मंगल के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनने चाहिए. फिर हनुमान जी की मूर्ति को साफ करने के बाद तिलक आदि लगाएं और पूजा करें. लाल रंग हनुमान जी का प्रिय है इसलिए इस दिन लाल रंग के वस्त्र और चीजों का दान करना चाहिए.
बड़ा मंगलवार की कथा
एक कथा के अनुसार, महाभारत काल में जब भीम को अपने बल पर घमंड हो गया था तो हनुमान जी ने मंगलवार के दिन बूढ़े वानर का रूप धारण करके भीम के घमंड को तोड़ा था. वहीं, एक और कथा के अनुसार, जब भगवान श्री राम वन में विचरण कर रहे थे तो उनका हनुमान जी से मिलन इसी दिन हुआ था.