
karwa chauth Vrat 2021: सुहागिन महिलाओं ने आज करवा चौथ का व्रत रखा है. सूर्योदय से पहले इस व्रत की शुरुआत हो चुकी है. सुबह सरगी का सेवन करने के बाद अब व्रती महिलाएं शाम को चंद्रमा देखने के बाद व्रत का पारण करेंगी. पूरे दिन इस व्रत के दौरान न तो कुछ खा सकते हैं और ना ही पी सकते हैं. ऐसे में यदि भूलवश इस व्रत के नियम टूट जाएं या फिर गलती से कुछ खा पी लेते हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है. ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र से जानते हैं कि जाने-अनजाने यदि व्रत खंडित हो जाए तो क्या करना चाहिए.
करवा चौथ व्रत के नियम
व्रत के दिन निर्जला रहे यानि जलपान नहीं करना चाहिए. सुबह स्नानादि करने के पश्चात यह संकल्प बोलकर करवा चौथ व्रत का आरंभ करें. सुबह पूजा के समय ‘मम सुखसौभाग्य पुत्रपौत्रादि सुस्थिर श्री प्राप्तये करक चतुर्थी व्रतमहं करिष्ये.’ मन्त्र के जप से व्रत प्रारंभ किया जाता है. शाम के समय मां पार्वती की प्रतिमा की गोद में श्रीगणेश को विराजमान कर उन्हें लकड़ी के आसान पर बिठाएं. मां पार्वती का सुहाग सामग्री आदि से श्रृंगार करें. भगवान शिव और मां पार्वती की आराधना करें और कोरे करवे में पानी भरकर पूजा करें. व्रत की कथा सुनें और फिर चंद्रमा के दर्शन करने के बाद ही पति द्वारा अन्न एवं जल ग्रहण करें.
व्रत टूटने पर करें ये उपाय
करवा चौथ का व्रत सनातन धर्म में महिलाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना गया है. इस दौरान गलती करने से वैसे तो बचना चाहिए, लेकिन जाने-अनजाने यदि आपका करवा चौथ व्रत बीच में टूट जाए तो घबराने की जरूरत नहीं है. कुछ आसान उपाय करने से व्रत को खंडित होने से बचा सकते हैं.
1. व्रत खंडित होने पर सबसे पहले स्नान करें और फिर माता पार्वती से इस भूल के लिए क्षमा प्रार्थना करते हुए पश्चाताप करें.
2. किसी भी सुहागिन स्त्री को अपने सामर्थ्य अनुसार श्रृंगार की वस्तुएं, वस्त्र एवं फल आदि दान करने से मां पार्वती प्रसन्न होंगी और आपकी भूल को माफ कर देंगी.
3. शाम के समय जब पूजा करें, तो पहले अपनी भूल के लिए मां पार्वती से पहले माफी मांगी, उसके बाद विधि-विधान से नियमों के अनुसार पूजा करें.
4. वहीं जब व्रत के दौरान आप चंद्र को अर्घ्य देने जाएं, तो प्रार्थना करें कि 'हे मंत्रों एवं औषधियों के स्वामी चंद्रमदेव मेरे द्वारा पूर्व और इस जन्म में जाने-अनजाने में किए गए पापों को क्षमा करें और मेरे परिवार को स्वस्थ, सुखी और समृद्धि बनाए रखें.'
5. सच्चे मन से प्रार्थना करने पर माता पार्वती किस भी भूल को माफ करके आपको अखंड सौभाग्य का वरदान प्रदान करेंगी.