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जानें क्यों और कैसे मनाई जाती है लोहड़ी...

पूरे उत्तर भारत में लोहड़ी धूमधाम से मनाई जाती है. इस बार लोहड़ी पर कौन से खास संयोग बन रहे हैं और कौन सी शुभ मुहूर्त में लोहड़ी मनाएं, आप भी जानिये...

Celebrating Lohri Celebrating Lohri
मेधा चावला
  • नई दिल्ली,
  • 12 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 10:07 AM IST

लोहड़ी का पर्व 13 जनवरी 2017 को है. लोहड़ी का त्योहार, मकर संक्रांति के एक दिन पहले अग्नि की पूजा के रूप में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली के साथ-साथ पूरे उत्तर भारत में मनाया जाता है. लोहड़ी के दिन शाम के समय लकड़ियों की ढेरी बना कर उसमें सूखे उपले रखकर विशेष पूजन के साथ लोहड़ी जलाई जाती है. तिल, गुड़, रेवड़ी और मूंगफली, गजक का भोग लगाया जाता है.

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शुभ मुहूर्त
लोहड़ी पूजन का मुहूर्त शाम 5:50 बजे से 6:18 बजे तक और रात 8 बजे से 8.30 बजे तक होगा.

फसल कटने के बाद मनाई जाती है लोहड़ी
लोहड़ी पौष मास की आखिरी रात को मनाई जाती है. ये रबी की फसल के कटने का समय होता है. पंजाब और हरियाणा के किसान लोहड़ी का त्योहार मानने की विशेष तैयारी करते हैं. रेवड़ी, मक्का, तिल अग्नि को समर्पित कर अच्छी फसल की कामना करते हैं. गांव हों या शहर, हर जगह लोहड़ी धूम-धाम से मनाई जाती है. लोग रंग बिरंगे कपड़े पहनते हैं, गीत गाते हैं, ढोल की थाम पर डांस करते हैं. महिलाएं गिद्दा डांस करके खुशी मनाती हैं. आग की परिक्रमा कर खुशी मनाते लोग अपने दुख-दर्द को भूलकर लोहड़ी की मीठी-मीठी आंच में नई गरमाहट महसूस करते हैं. लोग एक दूसरे को लोहड़ी की बधाई देते हैं, रिश्तों में नई गरमाहट का अहसास महसूस करते हैं. आस-पड़ोस में लोहड़ी का प्रसाद बांटते हैं. खुशी मनाते हैं.

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