वास्तु शास्त्र का व्यक्ति के जीवन में बहुत महत्व है. आप माने या न माने वास्तु दोष व्यक्ति के खुशहाल जीवन को समस्याओं से भर देता है. घर में रखी छोटी से बड़ी चीज तक वास्तु की अहम भूमिका होती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति की हर अच्छी-बुरी गतिविधियों के लिए वास्तु जिम्मेदार होता है. आइए जानते हैं कि वास्तु के ऐसे नियम जिनका पालन करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के मुख्य द्वार के पास कभी भी कूड़ादान नहीं रखना चाहिए. ऐसा करने से आपके पड़ोसी आपके विरोधी भी बन सकते हैं.
वास्तु शास्त्र में सूर्यास्त के समय किसी बाहरी व्यक्ति के मांगने पर दूध नहीं देना चाहिए. ऐसा करना अशुभ होता है. इसके अलावा, सूर्यास्त के समय किसी को भी दही और प्याज नहीं देना चाहिए. ऐसा करने से घर की सुख-समृद्धि में रुकावट आती है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की छत पर अनाज या बिस्तर धोने की मनाही होती है. माना जाता है कि ऐसा करने से ससुराल पक्ष से रिश्तों में खटास आ सकती है. हालांकि, आप इन चीजों को छत पर सुखा सकते हैं.
फल खाना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है. वास्तु कहता है कि फल खाने के बाद इसके छिलके कूड़ेदान में ना फेंके. इससे मित्रों से संबंध अच्छे होते हैं.
अक्सर त्योहार पर खीर खाना शुभ माना जाता है. लेकिन वास्तु के अनुसार, अगर चीनी की जगह पर मिश्री का इस्तेमाल कर खीर बनाकर परिवार सहित खीर खाया जाए, तो इससे धन लाभ के योग बनते हैं.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, सोने से पहले बाथरूम में बाल्टी में पानी भरकर रख दें. ऐसा करने से घर से नकारात्मकता दूर होती है और जीवन में सफलता मिलती है.
माना जाता है कि गुरुवार के दिन पीले फल, पीले वस्त्र या पीली चीज का उपयोग करने से जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, रात को सोते समय झूठे बर्तन नहीं रखने चाहिए. ऐसा करने से आर्थिक स्थिति खराब हो सकती है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, गीले तौलिए का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से संतान का आपसे मन-मुटाव हो सकता है. इसलिए हमेशा सूखा और स्वच्छ तौलिया इस्तेमाल करें.