Chandra Grahan (Lunar Eclipse) 2021 November: साल 2021 का आखिरी चंद्र ग्रहण खत्म हो चुका है. ये चंद्र ग्रहण अपने साथ एक बेहद खास संयोग लाया था. आज का आंशिक चंद्र ग्रहण 1000 सालों में लगने वाला सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण था. हालांकि, ये आंशिक चंद्र ग्रहण भारत के बहुत कम हिस्सों से ही दिखाई दिया. चंद्र ग्रहण दोपहर 12:48 से प्रारंभ हुआ था और सायंकाल 4:17 पर समाप्त हो गया. चंद्र ग्रहण की मुख्य अवधि 3 घंटे 28 मिनट और 24 सेकंड रही. इस अनोखे चंद्र ग्रहण की दुनिया भर से तस्वीरें शेयर की गईं. आप भी डालिए एक नजर.
अगर आप आज कई सालों के सबसे लंबे आंशिक चंद्र ग्रहण को मिस कर गए तो परेशान होने की जरूरत नहीं है, आने वाले समय में कई पूर्ण ग्रहण लगने वाले हैं. नासा का ये ट्वीट भी आपको राहत दे सकता है. नासा ने अपने ट्वीट में लिखा है, आपको लग सकता है कि अब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक साथ नहीं आएंगे लेकिन ग्रहण बहुत ही सामान्य बात है. कुछ ही हफ्तों में अंटार्टिका में पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई देगा और 16 मई 2022 को अगला पूर्ण चंद्र ग्रहण.
चंद्र ग्रहण जैसे-जैसे खत्म होने की ओर है, ढेरों शानदार तस्वीरें सामने आ रही हैं-
बस आधे घंटे में चंद्र ग्रहण पृथ्वी की भीतरी और गहरी छाया अम्ब्रा से निकल आएगा. यानी चंद्र ग्रहण समाप्त हो जाएगा. हालांकि, इसके बाद चंद्रमा को पृथ्वी की बाहरी छाया से निकलने में थोड़ा वक्त और लगेगा. चंद्रमा के बाहरी साए से निकलते-निकलते शाम के 5 बजकर 33 मिनट बज जाएंगे.
आज का चंद्र ग्रहण एक आंशिक चंद्र ग्रहण था लेकिन चंद्रमा का अधिकतर हिस्सा पृथ्वी के साए में आ गया. वैज्ञानिकों के मुताबिक, चंद्रमा का 97 फीसदी हिस्से पर ग्रहण लगा.
चंद्रमा का लाल रंग अब जा चुका है. चंद्रमा अब पृथ्वी की गहरी और भीतरी छाया अम्ब्रा से बाहर निकलने लगा है इसलिए अब चांद का रंग लाल नजर नहीं आएगा. हालांकि, इसका मतलब ये नहीं है कि चंद्र ग्रहण खत्म हो गया है. चांद अब भी कटा हुआ सा नजर आएगा.
चंद्र ग्रहण को लेकर पूरी दुनिया में उत्साह दिख रहा है. कई लोग अपने कैमरों और फोन में इस अद्भुत घटना को खूबसूरती से कैद कर रहे हैं-
चंद्र ग्रहण का अधिकतर हिस्सा पृथ्वी की छाया में समा चुका है यानी ये ग्रहण चरम पर पहुंच गया है. देखिए एक यूजर की शेयर की हुई तस्वीर-
अगर आप इस वक्त चंद्रमा पर होते तो ये ग्रहण कैसा दिखता, देखिए ये तस्वीर-
वेबसाइट timeanddate.com के मुताबिक, 19 नवंबर यानी आज के आंशिक चंद्र ग्रहण की अवधि पिछले 580 सालों में सबसे ज्यादा है. इसके अलावा, अगले आने वाले करीब 650 सालों में भी ये रिकॉर्ड बना रहेगा क्योंकि अब 8 फरवरी 2669 को ही इतनी लंबी अवधि का आंशिक चंद्र ग्रहण देखने को मिलेगा.
देखिए कैसे पृथ्वी की छाया में ढक रहा है चंद्रमा-
भारत के अधिकतर हिस्सों में चंद्र ग्रहण दिखाई नहीं देगा. अगर आप चाहें तो Griffith Observatory के यूट्यूब चैनल पर लाइव इसे देख सकते हैं.
आज का चंद्र ग्रहण आंशिक है लेकिन इसका 97 फीसदी से भी ज्यादा हिस्सा पृथ्वी की छाया से ढक जाएगा. करीब एक घंटे में चंद्र ग्रहण अपने चरम पर होगा. इसके बाद धीरे-धीरे चंद्रमा पृथ्वी की छाया से बाहर निकलने लगेगा. यानी ग्रहण समाप्ति को ओर बढ़ने लगेगा.
सोशल मीडिया पर चंद्र ग्रहण की तस्वीरें आनी शुरू हो गई हैं. देखिए आज के आंशिक चंद्र ग्रहण की शानदार तस्वीर-
अमेरिका समेत कई देशों में चंद्र ग्रहण के दौरान सुबह हो रही है. लेकिन सुबह जल्दी उठने के बावजूद आसमान में बादलों की वजह से लोग इस खगोलीय घटना का लुत्फ नहीं उठा पा रहे हैं. इसे लेकर एक यूजर ने मीम भी शेयर किया है.
चंद्र ग्रहण को लेकर भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में उत्साह है. हो भी क्यों ना, ये आंशिक चंद्र ग्रहण 580 सालों में सबसे लंबी अवधि का आंशिक चंद्र ग्रहण है. देखिए ट्विटर पर एक यूजर की शेयर की हुई तस्वीर-
भारत में वैसे तो धार्मिक मान्यताओं में चंद्र ग्रहण देखना शुभ नहीं माना जाता है लेकिन क्या मेडिकल नजरिए से इसे देखना सुरक्षित होता है? एक्सपर्ट्स के मुताबिक, चंद्र ग्रहम को नंगी आंखों से देखना पूरी तरह सुरक्षित होता है हालांकि सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से नहीं देखना चाहिए क्योंकि ये आपके रेटिना को नुकसान पहुंचा सकता है.
एमपी बिरला प्लनैटेरियम के डायरेक्टर देबी प्रसाद ने बताया कि चंद्र ग्रहण शुरू हो गया है लेकिन भारत में दोपहर 2.34 मिनट पर अरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ इलाकों में ही ये आंशिक चंद्र ग्रहण दिखाई देगा.
चंद्र ग्रहण शुरू हो गया है. अब अगले कुछ घंटों तक चंद्रमा पृथ्वी की छाया में छक जाएगा. ये ग्रहण आंशिक चंद्र ग्रहण ही है.
साल 2021 का अंतिम चंद्र ग्रहण राजनीतिक उथुल-पुथल मचाएग. ये सदी का सबसे लंबी अवधि का आंशिक चंद्र ग्रहण है, जो करीब 580 साल बाद लगा है. यह आंशिक चंद्र ग्रहण पश्चिम अफ्रीका, पश्चिम यूरोप, उत्तर अमेरिका, दक्षिण अमेरिका और एशिया के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा. ज्योतिष के अनुसार इस चंद्र ग्रहण के बाद उत्तर भारत में शीत लहर तथा दक्षिण भारत में भारी वर्षा से जन-जीवन प्रभावित हो सकता है.
सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण देखने का सभी को इंतजार है. इस आंशिक चंद्र ग्रहण की अवधि करीब 6 घंटे 2 मिनट होगी. इससे पहले 18 फरवरी, 1440 को इतनी लंबी अवधि का आंशिक चंद्र ग्रहण हुआ था. अब इतनी लंबी अवधि का आंशिक चंद्र ग्रहण 8 फरवरी, 2669 को लगेगा. हिंदू पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण का समय दोपहर 12:48 से प्रारंभ होगा. चंद्र ग्रहण सायंकाल 4:17 पर समाप्त होगा. भारतवर्ष में यह उप छाया ग्रहण होने के कारण इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा और इससे संबंधित कोई भी धर्म शास्त्रीय मान्यताएं लागू नहीं होंगी.
हिंदू पंचांग के अनुसार वर्ष का अंतिम और सबसे लंबी अवधि का चंद्र ग्रहण कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा शुक्रवार यानि आज दोपहर 12:48 से प्रारंभ होगा. ये समय नजदीक आ रहा है. चंद्र ग्रहण सायंकाल 4:17 पर समाप्त होगा. चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 28 मिनट और 24 सेकंड होगी. भारतवर्ष में यह उप छाया ग्रहण होने के कारण इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा और इससे संबंधित कोई भी धर्म शास्त्रीय मान्यताएं लागू नहीं होंगी.
आज लग रहे आंशिक चंद्र ग्रहण को वैज्ञानिक 1000 सालों की अवधि में लगने वाला सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण बता रहे हैं. इस ग्रहण के दौरान चंद्रमा पृथ्वी की छाया के बाहरी और आंतरिक भाग दोनों से ही होकर गुजरेगा. चंद्रमा पर पृथ्वी की बाहरी छाया करीब 6 घंटे एक मिनट रहेगी जबकि पृथ्वी की भीतरी और गहरी छाया चंद्रमा पर 3 घंटे 28 मिनट के लिए रहेगी. इतनी लंबी अवधि का चंद्र ग्रहण इससे पहले 18 फरवरी 1440 को लगा था और अब अगला ग्रहण 8 फरवरी 2669 को लगेगा. यानी आने वाले कई सालों के लिए भी इतनी लंबी अवधि का चंद्र ग्रहण नहीं लगेगा.
इस ग्रहण की अवधि इसलिए ज्यादा होगी क्योंकि इस वक्त चंद्रमा अपने एपोजी के नजदीक है. एपोजी यानी चंद्रमा अपनी कक्षा में पृथ्वी से सबसे दूरी पर है. इस दौरान चंद्रमा की गति बेहद धीमी होती है. यानी चंद्रमा पृथ्वी की छाया से भी धीरे-धीरे निकलेगा. ये ग्रहण लगभग पूर्ण चंद्र ग्रहण ही है इसलिए अधिकांश आंशिक चंद्र ग्रहण की तुलना में इस ग्रहण में चंद्रमा पृथ्वी की भीतरी छाया में ज्यादा अवधि तक रहेगा.
आज का आंशिक चंद्र ग्रहण नॉर्थ और साउथ अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप और एशिया के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा. 15वी शताब्दी के बाद से ये सबसे लंबी अवधि का आंशिक चंद्र ग्रहण है.
नासा ने भी ट्वीट कर लोगों को आज के चंद्र ग्रहण को देखने के लिए आमंत्रित किया है. साथ ही बताया है कि दुनिया के किन हिस्सों में आज का चंद्र ग्रहण दिखाई देगा.
भारत में चंद्र ग्रहण को चंद्रमा पर राहु-केतु के हमले के रूप में देखा जाता रहा है. लेकिन दुनिया भर में चंद्र ग्रहण की वैज्ञानिक व्याख्या मालूम नहीं थी तो लोगों ने उसके लिए अलग अलग मिथक गढ़े. कई देशों में इसे अशुभ घटना के रूप में देखा जाता है. इन्का साम्राज्य में लोगों का मानना था कि ग्रहण के दौरान जैगुआर चांद पर हमला करके उसे खाने की कोशिश करता है. इन्का इस डर से भाले बनाते थे और इस जानवर को भगाने के लिए शोर मचाते थे.
मेसोपोटामिया सभ्यता में लोग ब्लड मून को राजा पर ब्रह्मांड के हमले के प्रतीक के रूप में देखते थे. इस दौरान किसी और को राजा की जगह पर बिठा दिया जाता था और राजा एक आम नागरिक बन जाता था.
टोगो और बेनिन के बातामालिबा लोगों का मानना था कि चंद्र ग्रहण का वक्त सूर्य और चंद्रमा के संघर्ष का समय होता है और इंसानों को अपने मतभेद सुलझाकर दोनों को सुलह कराने की प्रेरणा देनी चाहिए.
ऐसी ही अमेरिका में एक और मिथक है कि चंद्रमा बीमार है और इंसानों को उसके ठीक होने के लिए प्रार्थना करनी चाहिए.
शुक्रवार यानी आज लग रहा आंशिक चंद्र ग्रहण 580 सालों का सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण है और ये पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों से दिखाई देगा. गुजरात साइंस सिटी @GujScienceCity और इन्फोगुजकोस्ट इस खगोलीय घटना का लाइव प्रसारण भी करेंगे.
भारतीय हिंदू पंचांग के अनुसार, वर्ष का अंतिम और सबसे लंबी अवधि का चंद्र ग्रहण कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा शुक्रवार दिनांक 19 नवंबर 2021 को दोपहर 12:48 से प्रारंभ होगा और सायंकाल 4:17 पर समाप्त होगा. चंद्र ग्रहण की मुख्य अवधि 3 घंटे 28 मिनट और 24 सेकंड होगी.
अमेरिका में चंद्र ग्रहण के देखने के लिए लोगों को बहुत सुबह उठना पड़ेगा. अमेरिकी चैनल एनपीआर के शो होस्ट ईस्थर कियाम ने भी ट्वीट कर ग्रहण को लेकर अपनी दिलचस्पी जाहिर की है और एक बेहतरीन GIF शेयर किया है.
आज का आंशिक चंद्र ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण बनने से बस थोड़ा सा चूक गया है. इस आंशिक चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्रमा का 97.4 फीसदी हिस्सा पृथ्वी की छाया में आ जाएगा.
चंद्र ग्रहण के विभिन्न चरणों को इस ग्राफ से समझिए-
नासा सोलर सिस्टम के ट्विटर अकाउंट से भी लगातार चंद्र ग्रहण को लेकर अपडेट्स और जानकारियां शेयर की जा रही हैं.
कई सालों बाद लंबी अवधि के आंशिक चंद्र ग्रहण को लेकर दुनिया भर के लोगों में उत्साह है. तमाम जानी-मानी हस्तियां भी इसे लेकर ट्वीट कर रही हैं. इस वीडियो में आप भी देखिए कैसे होगा आज का चंद्र ग्रहण-
नासा के मुताबिक, पृथ्वी की आंशिक छाया चंद्रमा के ऊपरी बाएं हिस्से पर भारतीय समयानुसार सुबह 11 बजकर 32 मिनट 09 सेकेंड पर पड़ने लगेगी. चंद्रमा का हल्का सा धुंधलापन करीब 12 बजकर 48 मिनट पर दिखाई देगा, जब पृथ्वी की पूर्ण छाया चंद्रमा के ऊपरी भाग पर पड़ेगी. पृथ्वी की छाया का चाप दोपहर 2 बजकर 32 मिनट तक चंद्रमा के चरम तक फैल जाएगा. इस समय चंद्रमा 97 प्रतिशत से अधिक पूर्ण छाया में होगा और बाईं ओर का केवल एक छोटा सा हिस्सा पृथ्वी की आंशिक छाया में चमकेगा. पृथ्वी की पूर्ण छाया धीरे-धीरे चंद्रमा से नीचे दाईं ओर चली जाएगी. भारतीय समयानुसार चंद्रमा शाम 5 बजकर 33 मिनट पर पृथ्वी की आंशिक छाया से पूरी तरह बाहर निकल जाएगा.
ज्योतिषाचार्य प्रवीण मिश्रा ने बताया कि जहां चंद्र ग्रहण दिखेगा, वहां पर ही इसके नियम लागू होंगे. उन्होंने बताया कि चंद्र ग्रहण के दौरान तेल नहीं लगाना चाहिए. इस दौरान भोजन करने की भी मनाही है. इसके अलावा सोना नहीं चाहिए, फूल और पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए. इस अवधि के दौरान मंदिर की मूर्तियों का स्पर्श न करें. हालांकि ये नियम बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों पर लागू नहीं होते हैं.
19 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 32 मिनट पर चंद्रमा का तकरीबन 99 फीसद हिस्सा पृथ्वी की गहरी छाया से ढक जाएगा. खगोलविदों की भाषा में इस छाया को अम्ब्रा कहा जाता है. पृथ्वी की छाया के बाहरी हिस्से को पेनम्ब्रा कहते हैं. ग्रहण के दौरान चंद्रमा का बाकी हिस्सा पृथ्वी की बाहरी और हल्की छाया में रहेगा. पृथ्वी की बाहरी (पेनम्ब्रा) और मुख्य छाया (अम्ब्रा) में आने से लेकर बाहर निकलने तक चंद्रमा को करीब 6 घंटे 2 मिनट का समय लगेगा. आम तौर पर, किसी आंशिक चंद्र ग्रहण की अवधि इतनी लंबी नहीं होती है.
वैसे, जब हम ग्रहण की 6 घंटे 2 मिनट की अवधि के बारे में बात करते हैं तो हम पेनम्ब्रा और अम्ब्रा दोनों चरणों को शामिल करते हैं. इन्हें पृथ्वी की हल्की छाया (पेनुम्ब्रा) और गहरी छाया (अम्ब्रा) के रूप में समझा जा सकता है. इस तरह आज के आंशिक चंद्र ग्रहण का अम्ब्रा फेज़ (पृथ्वी की गहरी छाया) 3 घंटे 28 मिनट और 24 सेकेंड लंबा होगा जो कि पिछले 580 सालों का सबसे बड़ा आंशिक प्रच्छन्न ग्रहण बताया जा रहा है.
चंद्र ग्रहण की घटना तब होती है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीध में आते हैं. पूर्णिमा के दिन जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तो उसकी छाया चंद्रमा पर पड़ती है. इस दौरान जब हम धरती से चांद को देखते हैं तो वह भाग हमें काला दिखाई पड़ता है. इसी वजह से इसे चंद्र ग्रहण कहा जाता है. आंशिक चंद्र ग्रहण उस वक्त लगता है जब सूर्य और चंद्रमा पूरी तरह से एक सीध में नहीं होते हैं. आज का चंद्र ग्रहण भी आंशिक चंद्र ग्रहण ही है.
पूर्वोत्तर भारत के लोग आंशिक चंद्र ग्रहण के अंतिम चरणों को देख सकेंगे. यह ग्रहण अरुणाचल प्रदेश, असम, पश्चिम बंगाल के कुछ स्थानों के अलावा सिक्किम, ओडिशा, अंडमान और निकोबार आईलैंड जैसी जगहों पर दिखाई दे सकता है. इस बीच कुछ समय के लिए उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों में भी उपछाया ग्रहण दिखाई देगा.
साल का अंतिम चंद्र ग्रहण वृष राशि में लग रहा है इसलिए इस राशि के जातकों को ग्रहणकाल के दौरान सबसे ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. इन राशि के जातकों को स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं परेशान कर सकती हैं. इसके अलावा सिंह राशि, वृश्चिक राशि और मेष राशि के जातकों को भी इस ग्रहण के दौरान स्वास्थ को लेकर बहुत ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है. इसके अलावा इन राशियों को कुछ आर्थिक हानि भी उठानी पड़ सकती है. इस ग्रहण काल के दौरान किसी भी तरह के निवेश से बचने की जरूरत है वरना आपको भारी नुकसान हो सकता है.
चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को शुक्र के स्वामित्व वाली वृषभ राशि में लगने जा रहा है. ज्योतिष के अनुसार इसके प्रभाव की बात करें, तो ये ये तीन राशियों के लिए बेहद शुभ परिणाम लेकर आने वाला है.
इन राशियों के लिए रहेगा शुभ
1. तुला- तुला राशि के जातकों के लिए इस चंद्र ग्रहण का असर शुभ रहेगा. इस राशि के जातकों को करियर में बड़ी सफलता हासिल हो सकती है. साथ ही जितनी मेहनत कर रहे हैं, उसका पूरा फल मिलेगा. धनलाभ के संकेत हैं, इसके साथ ही वाद-विवाद से बचने की सलाह दी गई है.
2. कुंभ- कुंभ राशि के जातकों के लिए ये चंद्र ग्रहण आर्थिक लाभ पहुंचा सकता है. कार्यक्षेत्र में नई जिम्मदारियां मिल सकती हैं, साथ ही इस राशि के जातकों को भी तुला राशि के जातकों की तरह मेहनत का पूरा फल मिलेगा.
3. मीन- इस चंद्र ग्रहण से मीन राशि के जातकों को करियर में सफलता मिलने के संकेत हैं. इस दौरान आपको प्रमोशन और कार्यक्षेत्र में नई जिम्मेदारी मिल सकती है. धन लाभ होगा, साथ ही पुराने कर्जों से मुक्ति मिल सकती है.
ज्योतिषाचार्य पं दीपक मालवीय ने बताया कि 4 दिसंबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में देखा नहीं जा सकेगा. इसको दक्षिणी गोलार्ध के देशों ऑस्ट्रेलिया दक्षिण अफ्रीका अंटार्कटिका दक्षिण अटलांटिक महासागर और दक्षिणी हिंद महासागर में देखा जा सकेगा. चूंकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा इसलिए इसकी भी कोई धर्म शास्त्रीय मान्यता नहीं होगी. ज्योतिषाचार्य ने बताया कि 15 दिनों के भीतर दो ग्रहण लगना उत्तम नहीं माना जाता है. इसके विपरीत प्रभाव जनमानस को प्राप्त होते ही हैं.
श्री काशी विद्वत परिषद के संगठन मंत्री व ज्योतिषाचार्य पं दीपक मालवीय ने बताया कि भारतवर्ष में यह उप छाया ग्रहण होने के कारण इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा और इससे संबंधित कोई भी धर्म शास्त्रीय मान्यताएं लागू नहीं होंगी. पंचांग के अनुसार, 19 नवंबर 2021 को चंद्र ग्रहण लगेगा और इसके 15 दिन बाद मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष अमावस्या शनिवार 4 दिसंबर को खग्रास सूर्य ग्रहण भी लगेगा.
वाराणसी भारतीय हिंदू पंचांग के अनुसार, वर्ष का अंतिम और सबसे लंबी अवधि का चंद्र ग्रहण कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा शुक्रवार दिनांक 19 नवंबर 2021 को दोपहर 12:48 से प्रारंभ होगा और सायंकाल 4:17 पर समाप्त होगा. चंद्र ग्रहण की मुख्य अवधि 3 घंटे 28 मिनट और 24 सेकंड होगी.
कार्तिक शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा यानी 19 नवंबर 2021 को खंड ग्रस्तोदित चंद्र ग्रहण लगेगा. यह चंद्र ग्रहण वृष राशि और कृतिका नक्षत्र में लगेगा. वृष राशि के स्वामी शुक्र देव और कृतिका नक्षत्र के स्वामी सूर्यदेव हैं. भारत में यह वर्ष का अंतिम चंद्रग्रहण केवल मोक्ष के समय अत्यंत सूक्ष्मता से देखने पर असम और अरुणाचल प्रदेश सहित पूर्वोत्तर राज्यों में मात्र कुछ समय के लिए दिखाई देगा. भारत के अलावा यह चंद्र ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, थाईलैंड, इंडोनेशिया, रूस और चीन के पूर्वोत्तर भागों में दिखाई पड़ेगा.
19 नवंबर 2021 यानी आज साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. आज लगने वाला चंद्र ग्रहण आंशिक चंद्र ग्रहण है जिसकी कुल अवधि करीब 6 घंटे 2 मिनट होगी. इससे पहले 18 फरवरी, 1440 को इतनी लंबी अवधि का आंशिक चंद्र ग्रहण हुआ था. अब इतनी लंबी अवधि का आंशिक चंद्र ग्रहण 8 फरवरी, 2669 को लगेगा. यानी अगले आने वाले कई सालों में भी इतनी लंबी अवधि का आंशिक चंद्र ग्रहण नहीं लगेगा.