
Christmas 2024 Date: हर साल 25 दिसंबर के दिन क्रिसमस का त्योहार मनाया जाता है. यह एक क्रिश्चियन त्योहार है, जिसे लोग बड़ी ही धूमधाम से मनाते हैं. यह पर्व यीशु मसीह के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है. क्रिसमस का मतलब होता है 'क्राइस्ट का मास'. आइए आपको क्रिसमस के त्योहार का महत्व और इतिहास के बारे में विस्तार से बताते हैं.
कैसे शुरू हुआ क्रिसमस?
मान्यताओं के अनुसार, प्रभु यीशु यानी जीसस क्राइस्ट का जन्म बैथलहम में मैरी और जोसेफ के घर हुआ था. सेक्सटस जूलियस अफ्रीकानस ने 221 ई. में पहली बार 25 दिसंबर को जीसस का बर्थडे सेलिब्रेट किया था. इसे क्रिसमस-डे कहने के पीछे भी एक कहानी है. दरअसल, रोमन लोग विंटर सोल्सटाइस के दौरान 25 दिसंबर को सूर्य के जन्मदिवस के रूप में मनाते थे. ऐसी भी मान्यताएं हैं कि मदर मैरी ने दुनिया के निर्माण की चौथी तारीख यानी 25 मार्च को गर्भधारण किया था. इसके 9 महीने बाद 25 दिसंबर को यीशु का जन्म हुआ.
क्यों मनाते हैं क्रिसमस?
क्रिसमस का त्योहार पूरी दुनिया में धूमधाम से मनाया जाता है. क्रिसमस प्रेम, शांति, और भाईचारे का संदेश देता है. यह लोगों को आपसी सहयोग, दया और करुणा की भावना को अपनाने के लिए प्रेरित करता है.
क्रिसमस की परंपरा
1. क्रिसमस ट्री: सजावटी क्रिसमस ट्री क्रिसमस का मुख्य प्रतीक है. इसे रंग-बिरंगी लाइट्स, गेंदों और तारों से सजाया जाता है.
2. सेंटा क्लॉज: सांता क्लॉज बच्चों को उपहार देने वाला प्रिय पात्र है. यह परंपरा सेंट निकोलस से प्रेरित है.
3. सॉन्ग और कैरोल्स: क्रिसमस के मौके पर 'जिंगल बेल्स' और अन्य पारंपरिक गाने गाए जाते हैं.
4. गिफ्ट्स और कार्ड्स: परिवार और दोस्तों के बीच उपहारों और क्रिसमस कार्ड्स का आदान-प्रदान किया जाता है.
5. प्रार्थना: चर्च में विशेष प्रार्थना सभाएं आयोजित होती हैं, जिनमें यीशु मसीह की शिक्षा और जीवन को याद किया जाता है.
6. खान-पान: क्रिसमस के अवसर पर केक, कुकीज और विशेष भोजन तैयार किए जाते हैं.