
हिंदू धर्म में हरियाली तीज का विशेष महत्व बताया गया है. महिलाओं के लिए यह दिन बड़ा ही शुभ माना गया है. इस दिन महिलाएं सजती संवरती हैं, सोलह श्रृंगार करती हैं. महिलाएं चाहे विवाहित हों या अविवाहित, सभी के लिए हरियाली तीज बहुत महत्व रखती है. हरियाली तीज का त्योहार आज एक खास योग में मनाया जाएगा. आइए आपको इसका शुभ मुहूर्त और पूजन विधि बताते हैं.
हरियाली तीज का महत्व
हरियाली तीज सावन के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. हरियाली तीज का व्रत सौभाग्य और मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए रखा जाता है. मान्यता है कि इसी दिन माता पार्वती ने भगवान शिव को अपनी कठोर तपस्या से प्राप्त किया था. इस दिन वृक्ष, नदियों और जल के देवता वरुण की भी उपासना की जाती है.
ज्योतिषियों की मानें तो इस बार की हरियाली तीज ज्यादा खास है, क्योंकि इस बार ये त्योहार रवि योग में मनाया जा रहा है. कहते हैं हरियाली तीज पर अगर प्रदोष काल में शिव उपासना की जाए तो ये सर्वोत्तम होता है.
हरियाली तीज का शुभ मुहूर्त
हरियाली तीज आज रवि योग में मनाई जाएगी. 31 जुलाई यानी आज दोपहर 2 बजकर 20 मिनट से अगले दिन 6 बजकर 4 मिनट तक रवि योग रहेगा. इस दौरान पूजा के लिए दो खास मुहूर्त रहेंगे. पहला मुहूर्त, सुबह 6.30 से 08.33 तक रहेगा और प्रदोष काल में दूसरा मुहूर्त 6:33 से रात 8:51 तक रहेगा.
हरियाली तीज की पूजा का विधान
हरियाली तीज पर दिनभर उपवास रखना चाहिए और श्रृंगार करना चाहिए. श्रृंगार में मेहंदी जरूर लगाएं और चूड़ियां जरूर पहनें. शाम को शिव मंदिर जाकर भगवान शिव और माता पार्वती की उपासना करें. मंदिर में घी का बड़ा दीपक जलाएं. माता पार्वती और भगवान शिव के मंत्रों का जाप करें. पूजा के बाद किसी सुहागिन स्त्री को सुहाग की वस्तुएं दान करें और उनका आशीर्वाद लें. इस दिन काले और सफेद रंग का प्रयोग करना वर्जित माना जाता है. जबकि हरे और लाल रंग का प्रयोग करना शुभ माना जाता है.