
ज्योतिष शास्त्र (Jyotish Shastra) के अनुसार जीव-जन्तुओं की गतिविधियों के आधार पर व्यक्ति के भविष्य से जुड़ी कुछ बातों का आकलन कर सकते हैं. दरअसल, कई ऐसी गतिविधियां होती हैं जिन से शुभ एवं अशुभ संकेत मिलते हैं. जैसे गाय के बछड़े का दिखना, जल कलश का नजर आना, छिपकली का गिरना आदि शुभ संकेत माने जाते हैं. इन से व्यक्ति के सफलता प्राप्त करने की संभावना बढ़ती है.
महत्वपूर्ण कार्य करने या भ्रमण के दौरान शुभ संकेत से दूर देश की यात्रा सफल होती है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक भ्रमण के दौरान आगे से कोई सकारात्मक शब्द सुनाई देना श्रेष्ठ माना जाता है. जैसे कम ऑन जैसी आवाज सुनाई देने से काम के होने की सुनिश्चितता बढ़ती है. जबकि गो बैक जैसी ध्वनि सुनाई देना अशुभ संकेत माना जाता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार महत्वपूर्ण कार्य के लिए जाते समय कोई मनुष्य जल से भरे हुए कलश या पात्र के साथ नजर आए तो सफलता के प्रबल संयोग बनते हैं. इसके अलावा महत्वपूर्ण कागज तैयार करते समय छिपकली का कागज या आस-पास गिरना बहुत शुभ माना जाता है. वहीं, घर में मेहमानों के आने से लक्ष्मी की कृपा के संकेत बढ़ते हैं. घोड़ा, बैल, सुंदर पक्षी अथवा हाथी दिखाई देने से रुके हुए काम बनने के संकेत मिलते हैं.
इसी प्रकार देव मूर्ति, यज्ञ, अग्नि, स्वर्ण और रत्न दिखाई दें तो अत्यंत शुभकारी परिणाम मिलते हैं. राजकीय चिह्न, चक्र, शंख, वाद्ययंत्र और बादलों की गड़गड़ाहट सुनाई देने से व्यक्ति को लक्ष्य प्राप्त होने के साथ झूठे दोष की आशंका दूर होती है.