
Karwa Chauth 2023: कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को रखा जाने वाला करवा चौथ का व्रत 01 नवंबर, 2023 को रखा जा रहा है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, करवा चौथ का व्रत अखंड सौभाग्य के लिए रखा जाता है. माना जाता है कि इस व्रत को विधिपूर्वक रखने से पति की आयु लंबी होती है. इस व्रत को निर्जला रखा जाता है. करवा चौथ के दिन महिलाएं अक्सर व्रत का पारण करते समय कुछ गलतियां कर देती हैं, जो व्रत के फल को कम कर देती हैं. तो आइए जानते हैं कि करवा चौथ के दिन पारण करते समय किन गलतियों से सावधान रहना चाहिए.
इस विधि से करें व्रत का पारण (Karwa Chauth 2023 Paran Vidhi)
1. करवा चौथ की पूजा करने के बाद चांद को अर्घ्य जरूर देना चाहिए, उसके बाद अपने पति के हाथों से ही पानी पीकर व्रत तोड़ें.
2. जो महिलाएं अपने पति से दूर हैं, वो अपने पति की तस्वीर देखकर भी पारण कर सकती हैं.
3. व्रत के बाद करवा चौथ की पूजा में चढ़ाई गईं हलवा-पूड़ी, मिष्ठान का ही सेवन करें.
4. व्रत खोलने के बाद भी प्याज-लहसुन, मांसाहार नहीं खाना चाहिए.
5. निर्जला व्रत रहने के बाद तुरंत ही भोजन न करें. पहले नारियल पानी या जूस पिएं.
6. व्रत के पारण के दौरान व्रती महिलाएं पंडित या गरीबों को दान करना ना भूलें.
7. पूजा करने के बाद सिर्फ पति का नहीं, घर के बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लेना न भूलें.
8. करवा चौथ की पूजा के दौरान श्रृंगार की जिन चीजों को रखा था, उन्हें अपनी सुहागिन बहन, ननद या जिठानी को दें.
आखिर छलनी से क्यों देखा जाता है चांद? (Why is the moon seen through the chalni)
भविष्य पुराण के अनुसार, करवा चौथ का चांद देखना वर्जित होता है. चौथ का चांद देखने से मिथ्या आरोप लग सकता है या फिर कहें कि कोई झूठा आरोप लग सकता है. वहीं करवा चौथ भी चौथ की ही तिथि है. यही कारण है कि चांद को इस दिन खाली देखने की बजाए किसी वस्तु (छलनी) का इस्तेमाल करके देखा जाता है.