
Mahashivratri 2022: महाशिवरात्रि का पर्व 01 मार्च 2022 दिन मंगलवार को मनाया जाएगा. इस दिन देवाधिदेव भगवान शिव का अभिषेक करने से जातक की हर मनोकामना पूरी होती है. शिवजी की कृपा से हर संकट मुक्ति मिलती है. आसानी से प्रसन्न होने वाले भगवान शिव की वैसे तो अपने हर भक्त के संकट हरते हैं, लेकिन ज्योतिष में कुछ ऐसी राशियां बताई गई हैं, जिनके जातकों पर शिवजी की विशेष कृपा रहती है. आइये बताते हैं इन राशियों के बारे में...
भगवान शिव की प्रिय हैं ये 4 राशियां
1- मेष (Aries): मेष राशि के स्वामी ग्रह मंगल देव हैं. मंगल ग्रह को भगवान शिव का ही अंश माना जाता है. पौराणिक कथा के अनुसार, एक राक्षस से युद्ध करते वक्त भगवान शिव के पसीने की एक बूंद पृथ्वी पर गिर गई थी, तब मंगल देव की उत्पत्ति हुई थी. मंगल देव बहुत जल्दी क्रोधित हो जाते हैं, इसके पीछे का कारण माना जाता है कि राक्षस से युद्ध करने के दौरान शिवजी क्रोध में थे, इसीलिए मंगल देव भी जल्दी क्रोधित हो जाते हैं. मान्यता है कि महाशिवरात्रि पर मेष राशि के जातक भगवान शिव की विधिपूर्वक पूजा करें और शिवलिंग का जलाभिषेक करें तो उनके जीवन के सारे कष्ट व आने वाली बाधाएं खत्म होती हैं. इस दिन गंगाजल और गाय के दूध से शिवलिंग का अभिषेक करने से करियर में सफलता प्राप्त होती है.
2- वृश्चिक (Scorpio): मेष की तरह वृश्चिक राशि के स्वामी भी मंगल हैं. इसलिए इस राशि के जातकों पर भी शिवजी की विशेष कृपा रहती है. वृश्चिक राशि के जातक यदि महाशिवरात्रि पर शिवलिंग का विधिपूर्वक अभिषेक करें तो भोले बाबा की कृपा से उनके सारे संकट दूर होंगे साथ ही हर प्रकार के भय से भी मुक्ति मिलेगी.
3- मकर (Capricorn): मकर राशि भी भगवान शिव की प्रिय राशियों में से एक है. इस राशि के स्वामी शनि देव हैं, जो भगवान शिव के प्रिय भक्त हैं. इसलिए मकर राशि के जातकों पर भी शिवजी मेहरबान रहते हैं. महाशिवरात्रि के दिन इस राशि के जातक बेलपत्र, गंगाजल, गाय के दूध से शिवजी की पूजा करें तो उनके कष्ट दूर होंगे साथ ही विभिन्न कार्यों में सफलता भी प्राप्त होगी.
4- कुंभ (Aquarius): मकर की तरह कुंभ राशि के स्वामी भी शनिदेव हैं. इसलिए कुंभ राशि के जातकों पर भी शिवजी की विशेष कृपा रहती है. कुंभ राशि के जातक शिवजी की पूजा कर उन्हें बेहद ही आसानी से प्रसन्न कर सकते हैं. कुंभ राशि के जातकों को शिवलिंग पर जल अर्पित करना चाहिए साथ ही क्षमता के अनुसार दान भी करना चाहिए, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दान करने से कई गुना फल की प्राप्ति होती है.