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Makar Sankranti 2023: पिछली साल की तरह इस बार भी मकर संक्रांति गोरखपुर में 15 जनवरी को मनाई जाएगी. 15 जनवरी की प्रथम बेला यानि की भोर से ही श्रद्धालु बाबा गोरक्षनाथ को खिचड़ी चढ़ाना प्रारम्भ कर सकते हैं. आचार्य रामानुज त्रिपाठी ने बताया कि इस बार की मकर संक्रांति कई मायनों में खास है. इस बार खिचड़ी चढ़ाने का शुभ मुहूर्त 15 तारीख की भोर 4 बजे से ही शुरू होगा. सुबह 4 बजे से ही श्रद्धालु बाबा गोरक्षनाथ को खिचड़ी चढ़ाना प्रारंभ कर सकते हैं. यह कार्यक्रम पूरे दिन चलेगा. खिचड़ी चढ़ाने वालों की संख्या बहुत ज्यादा होती है, इसलिए यह सिलसिला देर रात तक चलता रहेगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कब चढ़ाते हैं खिचड़ी?
इस पर गोरखनाथ मंदिर के प्रबंधक द्वारका प्रसाद तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री जब से इस मंदिर में प्रवास कर रहे हैं तब से वह खिचड़ी चढ़ा रहे हैं. ऐसा कभी भी नहीं हुआ है कि मुख्यमंत्री ने मकर संक्रांति के दिन बाबा गोरक्षनाथ को खिचड़ी ना चढ़ाई हो और न यह कभी होगा. ऐसा भी नहीं है कि सबसे पहले मुख्यमंत्री ही खिचड़ी चढ़ाएंगे. शुभ मुहूर्त में कोई भी आकर खिचड़ी चढ़ा सकता है.
क्या-क्या चढ़ाते हैं खिचड़ी के रूप में?
श्रद्धालु 'पत्रम पुष्पम फलम' के तहत मंदिर में भगवान को खिचड़ी चढ़ाते हैं. इसमें मुट्ठी भर चावल के साथ, फल-फूल, गुड़, मिठाइयां आदि भगवान को चढ़ाते हैं. उसके बाद भगवान से प्रार्थना करते हैं.
इस बार सुरक्षा में तैनात रहेंगे 2000 पुलिसकर्मी
मुख्यमंत्री के आदेश के बाद गोरखनाथ खिचड़ी मेले में पुलिस प्रशासन द्वारा अभूतपूर्व सुरक्षा रहेगी. मकर संक्रांति पर गोरखनाथ मंदिर और मेला परिसर की सुरक्षा में 2000 से अधिक पुलिस के अधिकारी और जवान तैनात किए जाएंगे. वहीं पुलिस अधिकारियों द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की जाएगी. यहां तैनात तीन सीनियर पुलिस अधीक्षक सुरक्षाकर्मियों का नेतृत्व करेंगे. गोरखनाथ मंदिर में मकर सक्रांति के दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा गोरक्षनाथ के दर्शन करने आते हैं और खिचड़ी चढ़ाते हैं.
इसी के साथ गोरखनाथ मंदिर परिसर में एक माह तक चलने वाले मेले की शुरुआत भी हो जाती है. नेपाल समेत देश के विभिन्न राज्यों से लोग इस मेले का लुफ्त उठाने आते हैं. पूरे एक महीने तक चलने वाले इस खिचड़ी के मेले में किसी प्रकार की कोई असुविधा ना हो और अव्यवस्था उत्पन्न न हो इसको लेकर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पूरी तरह सतर्क रहते हैं.
बीते अप्रैल में हो चुकी है एक अप्रिय घटना
इस बार ज्यादा सतर्कता की वजह अप्रैल में हुई घटना है, जिसमें एटीएस अभी जांच कर रही है. दरअसल, अहमद मुर्तज़ा अब्बासी नामक एक आतंकी ने गोरखनाथ मंदिर के गेट पर हमला बोल दिया था. इस वजह से प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था में कोई भी चूक नहीं चाहता है.
हर एक्टिविटी पर पुलिसकर्मियों की नजर
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मकर संक्रांति के दिन गोरखनाथ मंदिर पर उमड़ने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ की सुरक्षा के लिए 3 एसएसपी, 12 डिप्टी एसपी, 40 निरीक्षक, 300 उपनिरीक्षक, 20 महिला उपनिरीक्षक, 1000 मुख्य आरक्षी और 350 महिला आरक्षित तैनात किए जाएंगे. मंदिर परिसर और आस-पास के इलाके में चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे. हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जाएगी. इसके अलावा यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए 14 टीएसआई, 49 मुख्य आरक्षी यातायात पुलिस और ट्रैफिक पुलिस के 84 जवानों की तैनाती की गई है.
लगातार आला अधिकारी कर रहे हैं जांच
मकर संक्रांति पर्व पर गोरखनाथ मंदिर में लगने वाले खिचड़ी मेले की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लगातार अधिकारियों द्वारा लिया जा रहा है. इसी कड़ी में बीते शुक्रवार की रात एम कृष्णा करुणेश और एएसपी डॉ गौरव ग्रोवर समेत कई पुलिस अधिकारियों ने प्रवेश द्वारकी सुरक्षा व आयोजन परिसर का निरीक्षण किया.