
हीरा एक बहुत महंगा रत्न है, जिस तक केवल अमीरों और पैसे वालों की ही पहुंच होती है. ज्योतिष शास्त्र में हीरे का संबंध धन और वैभव के प्रदाता शुक्र देव से बताया गया है. ये रत्न हर इंसान को आकर्षित कर लेता है. लेकिन इंसान की शोभा बढ़ाने के साथ-साथ इसके कुछ अन्य फायदे और नुकसान भी होते हैं. हीरा कभी भी ज्योतिषीय सलाह के बगैर धारण नहीं करना चाहिए. ज्योतिष शास्त्र में पांच ऐसी राशियों का जिक्र है, जिनके लिए हीरा पहनना शुभ नहीं माना जाता है.
मेष- ज्योतिषविदों के अनुसार, मेष राशि के जातकों को हीरा पहनने से बचना चाहिए. मेष राशि के जातकों द्वारा इसे धारण करने पर जीवन में बड़ी समस्याएं आती हैं. आपको धन से जुड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. घर में झगड़े और तनाव की दस्तक हो सकती है.
कर्क- इसी तरह कर्क राशि के जातकों के लिए भी हीरा शुभ नहीं माना जाता है. यदि इसे बिना किसी वजह के सिर्फ दिखावे के लिए पहन लिया जाए तो ये इंसान के दुर्भाग्य का कारण बन जाता है. हालांकि आप ज्योतिषीय सलाह के साथ इसे धारण कर सकते हैं. अगर कुंडली में शुक्र की महादशा चल रही हो तो भी कर्क राशि के जातक हीरा पहन सकते हैं.
सिंह- सिंह राशि वालों के लिए भी हीरा पहनना अच्छा नहीं माना जाता है. इसे पहनने से आपके जीवन में दुखों का पहाड़ टूट सकता है. धन हानि के योग बन सकते हैं. करियर-कारोबार में असफलताएं आपको घेर सकती हैं. अगर आप हीरा पहनना ही चाहते हैं तो एक बार ज्योतिषियों से मशविरा अवश्य ले लें.
वृश्चिक- वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल हैं और मंगल-शुक्र के बीच हमेशा मामला गड़बड़ रहता है. इस वजह से वृश्चिक राशि के जातकों को हीरा सूट नहीं करता है. आपने जिस हाथ में हीरा धारण किया है, उससे किया कोई भी कार्य संपन्न नहीं होगा. आपका हरा बना-बनाया काम बिगड़ेगा. इसलिए हीरा धारण करने से पहले इस बारे में राय अवश्य लें.
मीन- मीन राशि में शुक्र तीसरे और आठवें भाव का स्वामी होता है. जबकि मीन राशि में लग्न के स्वामी बृहस्पति हैं. बृहस्पति देव और शुक्र दैत्यों के गुरु माने जाते हैं. यही कारण है कि इस राशि के जातकों को हीरा पहनने से बचना चाहिए. इसे पहनने से मीन राशि वालों को अशुभ फल की प्राप्ति होती है.