Advertisement

फटी जींस, स्कर्ट और स्लीवलेस पहन रखा है तो एंट्री नहीं, जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने तय किए नए ड्रेस कोड

पुरी के जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए नया ड्रेस कोड तय किया है. प्रशासन के मुताबिक मंदिर में फटी जींस, स्कर्ट और स्लीवलेस पहन कर आने वाले श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी. 

फटी जींस, स्कर्ट और स्लीवलेस पहने के आने पर जगन्नाथ मंदिर में एंट्री नहीं फटी जींस, स्कर्ट और स्लीवलेस पहने के आने पर जगन्नाथ मंदिर में एंट्री नहीं
aajtak.in
  • ,
  • 02 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 2:14 PM IST

नए साल की शुरुआत के साथ पुरी के जगन्नाथ मंदिर में भारी भीड़ उमड़ रही है. भीड़ को व्यवस्थित रखने के लिए साल के पहले दिन (1 जनवरी) पर देर रात 1 बजे ही जगन्नाथ मंदिर के दरवाजे खोल दिए गए थे. मंदिर प्रशासन के मुताबिक शाम 5 बजे तक 3.5 लाख भक्तों ने भगवान जगन्नाथ के दर्शन किए. इस बीच मंदिर प्रशासन ने यहां आने वाले श्रद्धालुओं के ड्रेस कोड को लेकर बड़ा फैसला किया है. प्रशासन ने मंदिर में फटी जींस, हाफ पैंट, शॉर्ट्स, स्कर्ट और स्लीवलेस जैसे ड्रेसेज पहनकर आने पर रोक लगा दी है.

Advertisement

नए नियमों के बाद इस तरह के ड्रेस में नजर आए श्रद्धालु

नए नियमों के तहत श्रद्धालुओं के लिए ड्रेस कोड तय कर दिया गया है. मंदिर प्रशासन के मुताबिक मंदिर में सभ्य कपड़े पहने हुए श्रद्धालुओं को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी. प्रशासन की तरफ से नए नियमों के लागू होने के बाद अधिकतर पुरुष भक्त धोती-तौलिया और महिलाएं साड़ी या सलवार-कमीज में नजर आईं.

होटलों को दिया गया है ये निर्देश

जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने होटल मालिकों को अपने यहा ठहरे हुए लोगों को नए ड्रेस कोड नियमों को लेकर जागरुक करने का निर्देश दिया है. प्रशासन के मुताबिक अधिकतर श्रद्धालु पुरी आने के बाद सबसे पहले होटल ही जाते हैं. ऐसे में होटलों के जरिए श्रद्धालुओं तो ड्रेस कोड के बारे में जल्द जागरुक किया जा सकता है. मंदिर प्रशासन ने कैंपस के अंदर गुटखा खाने पर भी प्रतिबंध लगाया है. इसके अलावा प्लास्टिक की थैलियों को भी मंदिर के अंदर ले आने की मनाही है. ऐसा करने वालों पर जुर्माना लगाया जा रहा है.

Advertisement

साल के पहले दिन 3.5 लाख भक्तों ने भगवान जगन्नाथ का किया दर्शन

बता दें कि पुरी का जगन्नाथ मंदिर आम तौर पर दर्शन के लिए सुबह करीब 5.30 बजे खुलता है. अखंड दीप (मंगल आरती) के बाद भक्तों को मंदिर के जगमोहन (भीतर कथा) तक प्रवेश की अनुमति दी जाती है. लेकिन नए साल (1 जनवरी) पर देर रात 1 बजे ही जगन्नाथ मंदिर के दरवाजे खोल दिए गए. शाम 5 बजे तक 3.5 लाख भक्तों ने भगवान जगन्नाथ के दर्शन किए. पुलिस ने बताया कि इस बार नए साल के पहले दिन मंदिर में पिछले साल के मुकाबले दोगुने श्रद्धालुओं ने दर्शन किए.

श्रद्धालुओं के लिए की गई है ये व्यवस्थाएं

मंदिर में किसी भी तरह की अप्रिय घटनाओं से बचने के लिए जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं. श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए पीने के पानी और सार्वजनिक शौचालय की भी व्यवस्था की गई है. मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को ज्यादा जाम की स्थिति का सामना नहीं करना पड़े इसके लिए कई ट्रैफिक में भी कई बदलाव किए गए हैं. बड़ाडांडा पर मार्केट चक्का से सिंहद्वार (मुख्य द्वार) के बीच के क्षेत्र को 'नो व्हीकल जोन' घोषित किया गया है. वहीं दिगबारेनी से लाइटहाउस तक के बीचसाइड रोड पर भी वाहनों की एंट्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement