
पिछले हफ्ते दो बड़े ग्रहों ने चाल बदली थी. 3 जून को पहले बुध वृषभ राशि में मार्गी हो गए थे. इसके बाद 5 जून को शनि कुंभ राशि में वक्री हो गए थे. ज्योतिष शास्त्र में मार्गी का मतलब किसी ग्रह की सीधी चाल और वक्री का मतलब उल्टी चाल से होता है. ज्योतिर्विदों का कहना है कि सिर्फ दो दिन के भीतर दो बड़े ग्रहों की चाल में बदलाव सामान्य नहीं है. बुध की सीधी और शनि की उल्टी चाल से तीन राशियों पर सबसे ज्यादा असर होगा.
मेष- शनि और बुध की चाल बदलते ही मेष राशि वालों के दिनपलट गए हैं. इस राशि के जातकों नौकरी और कारोबार में खूब तरक्की करेंगे. आर्थिक मोर्चे पर इन्हें खूब लाभ होगा. नया वाहन या मकान लेने की योजना भी बना सकते हैं. मांगलिक कार्यों को संपन्न करने के लिए यह अवधि बहुत ही शुभ है.
वृष- बुध की सीधी चाल वृषभ राशि में ही शुरू हुई है. ज्योतिषियों का कहना है कि मार्गी बुध आपकी राशि के लिए बेहद शुभ है. नौकरी में इन्क्रीमें-प्रमोशन जैसे योग बनते दिख रहे हैं. पार्टनरशिप में किया गया बिजनेस लंबे समय तक लाभ देगा. खर्चे नियंत्रित रहेंगे और धन की बचत होगी.
मिथुन- शनि और बुध की चाल बदलते ही मिथुन राशि के जातकों को भी लाभ होगा. लंबे समय से रुके कार्य संपन्न होंगे. रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे. नई नौकरी मिलने की संभावनाएं बढ़ेंगी.कारोबार फलेगा-फूलेगा. हालांकि दुर्घटनाओं और लंबी यात्राओं को लेकर सावधानी बरतनी होगी. दूसरों से वाहन मांगकर बिल्कुल ना चलाएं.
धनु- मार्गी बुध और वक्री शनि धनु राशि के जातकों को भी फायदा पहुंचाएंगे. नौकरी में प्रमोशन का योग बन रहा है. सरकारी नौकरी की तैयार में जुटे लोगों के लिए यह समय बेहद अनुकूल है. एकाग्रता बढ़ेगी और मन लगाकर किए गए कामों में निश्चित तौर पर सफल होंगे. नौकरीपेशा लोगों के लिए आय के नए स्रोत भी पैदा हो सकते हैं.