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Shani Rashi Parivartan 2023: कुंभ राशि पर शुरू साढ़ेसाती का सबसे मुश्किल चरण, जानें कब मिलेगी राहत

Shani Rashi Parivartan 2023: कुंभ राशि में शनि की पूरे 30 साल बाद वापसी हो रही है. इस राशि परिवर्तन के बाद कुंभ राशि के जातकों पर शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण शुरू हो गया है. साढ़ेसाती का दूसरा चरण सबसे ज्यादा कष्टकारी माना जाता है.

कुंभ राशि पर आज से शुरू हो रहा शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण कुंभ राशि पर आज से शुरू हो रहा शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 17 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 8:23 PM IST

Shani Kumbh Rashi Gochar 2023: ग्रहों में शनि को न्यायाधिपति और कर्म फलदाता कहा गया है. शनि आज मकर से कुंभ राशि में गोचर कर लिया है. शनि अब ढाई साल तक इसी राशि में रहेंगे. इस राशि में शनि की पूरे 30 साल बाद वापसी हुई है. इस राशि परिवर्तन के बाद कुंभ राशि के जातकों पर शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण शुरू हो गया है. साढ़ेसाती का दूसरा चरण सबसे ज्यादा कष्टकारी माना जाता है. आइए आपको बताते हैं कि साढ़ेसाती का दूसरा चरण जातक के लिए कितना घातक हो सकता है और कुंभ राशि से इस चरण का समापन कब होगा.

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साढ़ेसाती के दायरे में ये राशियां (Shani Ki Sadhe Sati)
मीन राशि में साढ़ेसाती का पहला चरण, कुंभ राशि में दूसरा चरण और मकर राशि में तीसरा चरण शुरू हो गया है. आमतौर पर पहले और तीसरे चरण को ज्यादा कष्टकारी नहीं माना जाता है. लेकिन दूसरे चरण को कई घातक और अशुभ परिणामों से जोड़कर देखा जाता है. कुंभ राशि पर साढ़ेसाती का दूसरा चरण आज से शुरू हो गया है.

कितना घातक साढ़ेसाती का दूसरा चरण? (Shani Ki Sadhe Sati Ka Doosra Charan)
शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण बेहद मुश्किल होता है. इसमें जातक को कई तरह की मानसिक परेशानियां सताने लगती हैं. आर्थिक और सेहत के मोर्चे पर कुछ न कुछ दिक्कतें चलती रहती हैं. आपको रुपये पैसे का नुकसान हो सकता है. खर्चे परेशान कर सकते हैं. कर्जों का बोझ बढ़ सकता है. रोग, बीमारी, दुर्घटनाएं परेशान कर सकती हैं. साढ़ेसाती का दूसरा चरण इंसान के कार्य-व्यापार या पेशेवर जीवन में बहुत सी मुश्किलें लेकर आता है.

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ज्योतिषविदों का कहना है कि इस चरण में शनिदेव उदर भाव में होते हैं. ऐसी स्थिति में जातक को पेट, हृदय और किडनी से जुड़ी समस्या होने की संभावना अधिक रहती है. इंसान के साथ विश्वासघात हो सकता है. किसी करीबी से धोखा मिलने की संभावनाएं रहती हैं. दोस्तों-रिश्तेदारों से अनबन होने लगती है. इंसान को हमेशा बेवजह का डर सताता रहता है. छोटे-मोटे काम में अत्यधिक प्रयास के बावजूद सफलता की कोई गारंटी नहीं रहती है.

कुंभ राशि से कब खत्म होगा साढ़ेसाती का दूसरा चरण? (Sadhe Sati Ka Doosra Charan Effect Kumbh Rashi)
शनि की धीमी चाल के कारण ये ग्रह एक राशि में लगभग ढाई वर्ष तक यात्रा करता है. चूंकि साढ़ेसाती के दायरे में गोचर वाली राशि के अलावा अगली और पिछली दोनों राशियां आती हैं, इसलिए एक राशि में साढ़ेसाती का प्रभाव साढ़े सात वर्ष तक रहता है. 

कुंभ राशि में शनि की साढ़ेसाती साल 2019 में पहले चरण के साथ शुरू हुई थी, जब शनि का मकर राशि में गोचर हुआ था. अब शनि के कुंभ राशि में जाने से इसका दूसरा चरण शुरू हो रहा है, जो 29 मार्च 2025 तक चलेगा. यानी इस दिन कुंभ राशि वाले साढ़ेसाती के दूसरे चरण से मुक्त हो जाएंगे. इसके बाद शनि मीन राशि में प्रवेश करेंगे, तो कुंभ की तीसरे चरण की साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी, जो 03 जून 2027 को पूरी तरह खत्म होगी.

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साढ़ेसाती से बचने के उपाय (Shani Ki Sadhe Sati Ke Upay)
यदि शनि की साढ़ेसाती किसी जातक को अत्यधिक परेशान करने लगे तो वे कुछ विशेष उपाय अपनाकर इसके प्रभाव को कम कर सकते हैं. 11 शनिवार को शनि मंदिर में छाया दान करें. दृष्टिहीन लोगों को खाने की चीजें दान करें. सफाईकर्मी, मजूदर या निर्धन लोगों की सहायता करें. नित्य हनुमान चालीसा पढ़ते रहें. शराब या नशीले पदार्थों का सेवन बिल्कुल न करें. ब्याज पर पैसा न चलाएं. झूठ या अपशब्द मुंह से न निकालें. पराई महिला पर बुरी नजर न रखें. अपने कर्मों को शुद्ध रखें.

 

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