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Shardiya Navratri 2021: इस बार मां दुर्गा की सवारी क्यों नहीं शुभ, क्या है संकेत?

Shardiya Navratri 2021 maa durga vahan: नवरात्रि पर मां दुर्गा का पृथ्वी पर आगमन होता है. वे यहां 9 दिन तक रहती हैं, हालांकि इस बार ये समय आठ दिन का ही है. मां दुर्गा इस बार डोली पर सवार होकर आ रही हैं और वे हाथी पर सवार होकर महानवमी पर प्रस्थान कर जाएंगी. मां दुर्गा के आगमन और प्रस्‍थान की सवारी लोगों के जीवन शुभ-अशुभ असर डालती है. जानें इस बार क्या हैं संकेत

मां दुर्गा की सवारी क्यों नहीं शुभ, क्या है संकेत? मां दुर्गा की सवारी क्यों नहीं शुभ, क्या है संकेत?
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 07 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 12:07 PM IST
  • हर साल अलग वाहन पर सवार होकर आती हैं मां दुर्गा
  • इस साल डोली में में सवार होकर आ रहीं कैलाश से

Shardiya Navratri 2021: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत आज से हो चुकी है. कैलाश पर्वत से मां दुर्गा का आगमन हो रहा है. इस साल मां दुर्गा डोली (पालकी) में सवार होकर आ रही हैं. इसे लेकर जातकों के मन में कई सवाल हैं. नवरात्रि भी इस बार आठ दिन के हैं, ऐसे में क्या देवी मां की सवारी शुभ है या नहीं. या फिर इसका क्या असर होने वाला है, तमाम सवालों को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है. तो आइये आपको बताते हैं देवी मां की सवारी और उससे होने वाले प्रभावों के बारे में....

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देवी-देवताओं के होते हैं विशेष वाहन 
हिंदू धर्म में हर देवी-देवता का एक विशेष वाहन होता है, जो कुछ अलग संदेश भी देता है. जैसे प्रथम पूज्य गणेश जी का वाहन चूहा है. चूहा बुरे विचारों का नाश करता है. इसी प्रकार भगवान शिव के वाहन नंदी यानि एक बैल हैं, जो ताकत और पौरुष के प्रतीक हैं. अब बात करते हैं मां दुर्गा के वाहन की. मां दुर्गा की सवारी वैसे तो शेर है, जो शक्ति का प्रतीक है. हालांकि शेर के अलावा भी मां के चार अन्य वाहन है, जिनसे देवी मां नवरात्रि के दिनों में कैलाश से पृथ्वी पर आती हैं. दुर्गा मां का हर वाहन कुछ अलग संदेश देता है. इस साल मां दुर्गा डोली में सवार होकर आ रही हैं, जो शुभ नहीं माना जाता है. 

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दुर्गा मां के पांच वाहन 
मान्यताओं के अनुसार, दुर्गा मां शेर के अलावा हाथी, घोड़ा, नाव और पालकी में सवारी करती हैं. हर साल वे दो अलग-अलग वाहनों पर आती और जाती हैं, लेकिन जब भी वे आने और जाने के लिए एक विशेष सवारी चुनती हैं तो इसका अर्थ भी भिन्न निकलता है. यानि एक ही सवारी से उनका आगमन और प्रस्थान उथल-पुथल, प्राकृतिक आपदाओं, युद्धों और सामाजिक अशांति का संकेत देता है, जिससे मानव जाति में संकट पैदा हो सकता है. हालांकि इस साल देवी दुर्गा का आगमन डोली से हो रहा है और वे हाथी से प्रस्थान करेंगी. 

देवी मां के वाहन और उनके संकेत 

पालकी (Palanquin)- शास्त्रों में ऐसा वर्णन है कि जब मां दुर्गा डोली पर सवार होकर आती हैं राजनैतिक उथल-पुथल की स्थिति बनती है.  दुर्गा मां की इस सवारी में पालकी को चार लोग ले जाते हुए दिखाई देते हैं. इसका अर्थ है कि एक महामारी या प्रकोप की स्थिति है. इस वाहन पर मां दुर्गा के आगमन या प्रस्थान के संकेत को समझें तो जब तक मनुष्य एक-दूसरे की मदद नहीं करते और एकजुट नहीं होते, तब तक आने वाली महामारी से वे जूझते रहेंगे और जीवन की यात्रा कठिन होगी.

हाथी (Elephant)- यह शांति और समृद्धि का संकेत देता है, इसलिए मां दुर्गा का इस वाहन पर आगमन या प्रस्थान का मतलब है कि वे आपके जीवन को अच्छे कर्मों, आशीर्वाद, आपकी मेहनत और खुशियों से भर देंगी. 

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नाव (Boat)- नाव जल परिवहन का प्रतीक है. यह बाढ़ और अच्छी फसल दोनों का प्रतिनिधित्व करता है. मां दुर्गा के नाव पर आने का मतलब है कि वे आपकी हर इच्छा पूरी करेंगी. 

घोड़ा (Horse) - घोड़ा विनाश का प्रतिनिधित्व करता है.  इसका मतलब है कि देवी दुर्गा यदि घोड़े पर सवार होकर आ रही है, तो ये एक चेतावनी है. उनके रास्ते में आने वाली हर चीज विनाश का शिकार होगी. साथ ही मां दुर्गा की घोड़े की सवारी देश में आंधी-तूफान जैसी प्राकृतिक आपदाएं आने, गृह युद्ध और सत्ता में उथल-पुथल के संकेत भी देती है.

 

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