
Singh Zodiac Sign People: ग्रहों के राजा सूर्य देव सिंह राशि के स्वामी होते हैं. यह अग्नि तत्व प्रधान लग्न है. इस लग्न के लिए सूर्य, मंगल और बृहस्पति मित्र हैं. बुध, शुक्र और शनि इस राशि के शत्रु ग्रह माने जाते हैं. ज्योतिषाचार्य शैलेंद्र पांडेय के अनुसार, सिंह राशि के जातक जितने मुखर, तेज और जिद्दी होते हैं, अंदर से उतने ही उदार होते हैं. सिंह राशि वाले जातकों में नेतृत्व की असीम क्षमता अधिक होती है, इसलिए इस राशि के जातक किसी के अधीन रहना पसंद नहीं करते हैं. आइए आज आपको सिंह राशि वालों की खासियत और उनकी कमियों के बारे में बताते हैं.
सिंह राशि वालों की खासियत
सिंह राशि के लोग सामान्यत: हट्टे-कट्टे और मजबूत होते हैं. ये लोग नेतृत्व करना पसंद करते हैं. इस राशि के जातक या तो खुद का काम करते हैं या फिर उच्च पद पर रहते हैं. आमतौर पर इनके पास कला, संगीत और अभिनय का गुण होता है. ये धर्म और अध्यात्म के क्षेत्र में विशेष रूचि लेते हैं. सिंह राशि के जातक प्रेम या किसी अन्य कार्य को बड़ी ही वफादारी के साथ पूरा करते हैं. इन्हें जीवन की शुरुआत में करियर के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है.
कमियां और समस्याएं
सिंह राशि के लोग अत्यधिक कर्मठ होते हैं, इसलिए ये दूसरों पर भी काम का दबाव बनाए रखते हैं. अक्सर सहकर्मियों में इनके व्यवहार को लेकर असंतोष रहता है. इनका स्वभाव थोड़ा जिद्दी और कठोर होता है. जल्दी शादी करने पर इनके जीवन में समस्याएं आती हैं. इसलिए इन्हें 28 या 30 साल के बाद ही विवाह करना चाहिए. संतान के साथ तालमेल बड़ी मुश्किल से बैठता है. कभी-कभी बहुत पॉजेसिव भी हो जाते हैं. इन्हें ब्लड प्रेशर, हड्डियों और आंखों से जुड़े विकार होने की समस्याएं अधिक रहती हैं.
अपने जीवन को कैसे बेहतर बनाएं?
यदि सिंह राशि वालों के जीवन में समस्याएं बढ़ने लगे तो उन्हें कुछ विशेष उपाय जरूर आजमाने चाहिए. नियमित रूप से सूर्य देव की उपासना करें. गुरू की शरण में रहें और उनकी अवहेलना न करें. व्यवहार और वाणी को मधुर बनाएं. संतान और सहयोगियों के साथ तालमेल बैठाएं. सलाह लेकर एक मूंगा धारण करें. लाल, पीला और नारंगी रंग आपके लिए अनुकूल होता है.
महाउपाय
अगर आपका लग्न सिंह है और संतान के साथ तालमेल में समस्या आ रही है तो नित्य प्रात: हल्दी मिला हुआ जल भगवान सूर्य देव को अर्पित करें. रोज सुबह भगवान विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें. तर्जनी अंगुली में एक सोने या पीतल का छल्ला धारण करना न भूलें.