Advertisement

Surya Grahan 2021: पूर्ण सूर्य ग्रहण कल, जानें भारत में ग्रहण लगने का सही समय, पढ़ें हर डिटेल

Surya Grahan 2021: साल 2021 का आखिरी सूर्य ग्रहण एक दिन बाद 4 दिसंबर को लगने जा रहा है. इसे लेकर लोगों के मन में तमाम तरह के सवाल है. क्या ये सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई देगा. यदि इसे भारत में नहीं देखा जा सकेगा, तो यहां के लोगों को ये प्रभावित करेगा या नहीं या सूर्य ग्रहण लगने का सही समय क्या है? इसे कैसे और कहां से देख सकते हैं.

Surya Grahan 2021 Surya Grahan 2021
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 03 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 10:17 AM IST
  • सूर्य ग्रहण की 4 घंटे 8 मिनट की है अवधि
  • सूर्य ग्रहण का सूतक काल नहीं होगा मान्य

Surya Grahan 2021 Date,Time in India: साल 2021 का आखिरी सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर दिन शनिवार को लग रहा है. इस सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 8 मिनट होगी. भारतीय समय (IST) के अनुसार, आंशिक सूर्य ग्रहण सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर शुरू हो जाएगा, जो दोपहर 3 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होगा. इस सूर्य ग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकेगा, जिसकी वजह से इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा. ज्योतिष के अनुसार ये ग्रहण सभी को प्रभावित करेगा. यहां पढ़ें इस सूर्य ग्रहण की पूरी डिटेल...

Advertisement

पिछले सूर्य ग्रहण की तुलना में पूर्ण सूर्य ग्रहण  (Total solar eclipse 2021)  
4 दिसंबर दिन शनिवार को लगने वाला अंतिम सूर्य ग्रहण इसी साल 10 जून को लगे पहले सूर्य ग्रहण की तुलना में पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा. आंशिक सूर्य ग्रहण सुबह 10:59 बजे शुरू होगा. पूर्ण सूर्य ग्रहण दोपहर 12:30 बजे से शुरू होगा और अधिकतम ग्रहण दोपहर 01:03 बजे लगेगा. पूर्ण ग्रहण दोपहर 01:33 बजे समाप्त होगा और अंत में आंशिक सूर्य ग्रहण दोपहर 3:07 बजे समाप्त होगा.

यहां देखा जा सकेगा (Solar Eclipse December 2021)
4 दिसंबर का सूर्य ग्रहण एक ध्रुवीय ग्रहण के रूप में दिखाई देगा, जो अंटार्कटिका महाद्वीप पर होगा. सूर्य ग्रहण दुनिया के कई हिस्सों से दिखाई देगा. हालांकि, यह भारत से दिखाई नहीं देगा. यह सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका के अलावा दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और दक्षिणी अटलांटिक के देशों से दिखाई देगा.

Advertisement

क्यों खास है ये सूर्य ग्रहण? (Surya Grahan Effect on Zodiac Signs)
यह ग्रहण वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में होगा.  इस ग्रहण में सूर्य का संयोग केतु से बनने जा रहा है. साथ ही इस ग्रहण में चन्द्रमा और बुध का योग भी होगा. सूर्य और केतु का प्रभाव होने से दुर्घटनाओं की संभावना बन सकती है. साथ ही राजनैतिक रूप से उथल-पुथल मच सकती है. वृश्चिक राशि विष की राशि है, इसलिए बीमारियां और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती हैं. इसके अलावा, आकस्मिक दुर्घटना और त्रासदी जैसी स्थितियां बन सकती हैं.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement