Surya Grahan (Solar Eclipse) 2021 December: साल 2021 को अलविदा करने का वक्त नजदीक आ गया है और इस साल का अंत भी एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना सूर्य ग्रहण के साथ हो रहा है. कुछ ही दिन पहले आंशिक चंद्र ग्रहण भी लगा था. कहा जा रहा है कि कुछ अंतराल में दो ग्रहण लगने का प्रभाव पूरी दुनिया पर पड़ेगा. आइए जानते हैं इस सूर्य ग्रहण से जुड़ी हर अपडेट.
साल 2022 में कुल चार ग्रहण लगेंगे. इनमें से दो चंद्र ग्रहण और दो सूर्य ग्रहण होंगे. पहला सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल को होगा, जबकि दूसरा सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को लगेगा. इसके अलावा, 15-16 मई को पहला चंद्र ग्रहण होगा, जबकि अंतिम चंद्र ग्रहण 7-8 नवंबर को होगा.
साल का आखिरी सूर्य ग्रहण समाप्त हो चुका है. इस सूर्य ग्रहण की कुल अवधि लगभग चार घंटे की थी. पूर्ण सूर्य ग्रहण होने की वजह से अंटार्कटिका के कई हिस्से कुछ देर के लिए अंधेरे में डूबे रहे.
सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से देखना हानिकारक माना जाता है. आप सनग्लास या प्रोजेक्शन मेथड की मदद से इसे देख सकते हैं. प्रोजेक्शन मेथड में प्लास्टिक के कप में छेद या कार्डबोर्ड के टुकड़े का इस्तेमाल कर कागज के सरफेस पर सूर्य ग्रहण की घटना देखी जा सकती है.
दक्षिण अटलांटिक स्थित फॉकलैंड आईलैंड से सूर्य ग्रहण का आकर्षक नजारा दिखाई दिया.
सूर्य ग्रहण लगे करीब ढाई घंटे बीत चुके हैं और अंटार्कटिका में सूर्य का लगभग 99 फीसद हिस्सा चंद्रमा की छाया से ढक गया है. इसी खगोलीय घटना को पूर्ण सूर्य ग्रहण कहा जाता है.
अंटार्कटिका में सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य का आधे से ज्यादा भाग चंद्रमा के पीछे छिप चुका है.
सूर्य ग्रहण को लगे दो घंटे से ज्यादा वक्त बीत गया है और अंटार्कटिका में सूर्य का लगभग आधा हिस्सा चंद्रमा से ढक चुका है.
सूर्य ग्रहण लगे करीब दो घंटे हो चुके हैं. इस बीच अंटार्कटिका की चमकती धूप ग्रहण की छाया में छिप गई है. इस वक्त अंटार्कटिका में सूर्य ग्रहण का नजारा कुछ ऐसा दिख सकता है.
साल के आखिरी सूर्य ग्रहण की तस्वीरें सोशल मीडिया पर आना शुरू हो चुकी हैं. जिन जगहों पर पूर्ण ग्रहण होगा, वहां सूर्य और पृथ्वी के ठीक बीच चंद्रमा आ जाएगा.
अंटार्कटिका के कई क्षेत्रों में अक्टूबर से अप्रैल के बीच दिन बड़े हो जाते हैं, लेकिन इस ग्रहणकाल के दौरान यहां 2 मिनट के लिए अंधेरा छा जाएगा.
यह सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका समेत दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया में लग रहा है. ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई दे सकता है.
साल 2021 का आखिरी और एकमात्र पूर्ण सूर्य ग्रहण लग गया है. करीब 4 घंटे तक सूर्य पर ग्रहण लगा रहेगा.
साल के आखिरी सूर्य ग्रहण का इंतजार खत्म होने वाला है, बस पांच मिनट बाद ही सूर्य पर ग्रहण लगना शुरू हो जाएगा.
आधे घंटे बाद यानी 11 बजे सूर्य ग्रहण लग जाएगा. आज का सूर्य ग्रहण पूर्ण सूर्य ग्रहण है. इसकी कुल अवधि 4 घंटे 8 मिनट की है.
नासा ने पुष्टि की है कि वो सूर्य ग्रहण का लाइव प्रसारण करेगा. हालांकि, मौसम पर भी बहुत कुछ निर्भर करेगा. नासा के यूट्यूब चैनल और उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर आप लाइव स्ट्रीमिंग देख सकते हैं.नासा, यूनियन ग्लेशियर, अंटार्कटिका की फुटेज चलाएगा.
भारत में तो किसी भी जगह से इस सूर्य ग्रहण को नहीं देखा जा सकेगा. अंटार्कटिका में सूर्य ग्रहण सबसे अच्छा दिखेगा. हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों, न्यूजीलैंड और चिली में रहने वाले लोगों को भी ग्रहण की झलक देखने को मिल सकती है.
सूर्य ग्रहण को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह दिख रहा है. हालांकि, भारत में ये सूर्य ग्रहण नहीं दिखेगा लेकिन लाइव स्ट्रीमिंग पर इसे देखा जा सकता है.
यह ग्रहण वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में लगने जा रहा है . इस ग्रहण की सबसे खास बात ये है कि इसमें सूर्य का संयोग केतु से बनने जा रहा है. साथ ही इस ग्रहण में चन्द्रमा और बुध का योग भी होगा. सूर्य और केतु का प्रभाव होने से दुर्घटनाओं की संभावना बन सकती है. इसके अलावा इस दिन सूर्य ग्रहण के साथ शनि अमावस्या का भी अद्भुत संयोग बन रहा है. शनि देव को सूर्य का पुत्र कहा जाता है. ऐसे में इस ग्रहण के प्रभाव से शनि और सूर्य दोनों की कृपा प्राप्त हो सकती है.
टेलिस्कोप की मदद से देखने से ये सूर्य ग्रहण बहुत ही खूबसूरत दिखाई देगा. इसे आप www.virtualtelescope.eu पर वर्चुअल टेलिस्कोप की मदद से देख सकते हैं. इसके अलावा आप इसे यूट्यूब चैनल CosmoSapiens, Slooh पर लाइव भी देख सकते हैं.
जब चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढक लेता है और सूर्य की किरणें धरती तक नहीं पहुंच पाती, इस घटना को पूर्ण सूर्य ग्रहण कहा जाता है. जब चंद्रमा सूर्य को आंशिक रुप से ढक लेता है तो इस घटना को आंशिक सूर्य ग्रहण कहा जाता है. वहीं, जब चंद्रमा सूर्य का मध्य भाग ढक लेता है और सूर्य एक रिंग की तरह नजर आने लगता है तो इस खगोलीय घटना को वलयाकार सूर्य ग्रहण कहते हैं.
सूर्य ग्रहण तब होता है जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आते हैं. यह खगोलीय घटना चंद्रमा के सूरज और धरती के बीच आ जाने के कारण होती है. इस दौरान चंद्रमा सूरज की किरणों को ब्लॉक कर देता है और धरती के हिस्सों पर उसकी छाया पड़ती है. हालांकि, चंद्रमा की छाया इतनी बड़ी नहीं होती है कि वह पूरी धरती को ढक ले. इसीलिए ग्रहण के दौरान कुछ समय के लिए एक विशेष इलाके में ही अंधेरा छाता है.
4 दिसंबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. भारत में नजर ना आने की वजह से इस बार सूतक के नियम (Sutak Kaal) नहीं माने जाएंगे. साथ ही ग्रहणकाल के दौरान मांगलिक कार्यों पर भी रोक नहीं लगेगी. सूतक काल मान्य ना होने की वजह से मंदिरों के कपाट बंद नहीं किए जाएंगे और ना ही पूजा-पाठ वर्जित होगी.
सूर्य ग्रहण की अवधि लगभग 4 घंटे 8 मिनट होगी. ये ग्रहण अंटार्कटिका के अलावा दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और दक्षिणी अटलांटिक के देशों से दिखाई देगा. ये सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. सुबह लगने की वजह से ये ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा, जिसकी वजह से इससे जुड़े नियम और मान्यताएं भारत में लागू नहीं होगी.
साल 2021 का अंतिम सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर शनिवार यानी आज के दिन लगने वाला है. ये ग्रहण कुछ ही देर में शुरू हो जाएगा. 15 दिनों के अंदर लगने वाला यह दूसरा ग्रहण है. इससे पहले 19 नवंबर को चंद्र ग्रहण लगा था. ये ग्रहण पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा, हालांकि ये भारत में कहीं नहीं दिखाई देगा. भारतीय समयानुसार सूर्य ग्रहण 10.59 मिनट पर शुरू होगा (Surya Grahan kitne baje lagega) और 3 बजकर 7 मिनट पर खत्म हो जाएगा. यहां हम आपको सूर्य ग्रहण से जुड़ा हर अपडेट देंगे.