
महाभारत कालीन विचारक महात्मा विदुर ने अपने नीति शास्त्र में जीवन के सिद्धांतों का सुंदर वर्णन किया है. वो मनुष्य के जीवन में घटित होने वाली घटनाओं और उसमें आने वाली परेशानियों से बाहर निकलने के तरीकों के बारे में भी बताया है. महाभारत के प्रमुख पात्रों में से एक विदुर अपनी दूरदर्शिता और ज्ञान के कारण विख्यात हुए और आज भी उनकी नीतियां प्रासंगिक मानी जाती हैं. विदुर एक श्लोक के माध्यम से बताते हैं कि व्यक्ति को अगर 6 चीजें मिल गए तो व्यक्ति का जीवन सफल हो जाता है. उसे जीवन के वास्तविक सुख मिल जाते हैं.
अर्थागमो नित्यमरोगिता च, प्रिया च भार्या प्रियवादिनी च।
वश्यश्च पुत्रोऽर्थकरी च विद्या,षड् जीवलोकस्य सुखानि राजन्।।
इस श्लोक में विदुर कहते हैं कि हे राजन्! इस पृथ्वी में छह प्रकार के सुख कहे गए हैं और ये हैं, नियमित रूप से धन की प्राप्ति, निरोग शरीर, प्रेम करने वाली पत्नी, मृदुभाषी पत्नी, आज्ञाकारी पुत्र तथा 6 ऐसी विद्या में निपुणता जो धन संपत्ति प्राप्त करने में सहायक हो.
कार्य- व्यक्ति को जीवकोपार्जन के लिए कार्य करना पड़ता है. यदि मनुष्य के जीवन में नियमित रूप से धन प्राप्ति के लिए उसके पास कार्य हैं तो वह उसके लिए सबसे बड़ा सुख है. महात्मा विदुर हमेशा सामाजिक नियमों के तहत धनअर्जन पर जोर देते हैं. उनके अनुसार गलत कार्यों से प्राप्त धन आदमी को अधोपतन की ओर ले जाता है.
निरोगी काया- जो व्यक्ति रोगों से बचा रहता है वह भी बहुत भाग्यशाली होता है क्योंकि रोगी व्यक्ति कभी भी अपने अर्जित धन का उपभोग नहीं कर पाता है. इसलिए निरोगी होना भी जरूरी है.
पत्नी- पत्नी घर की लक्ष्मी होती है. घर को स्वर्ग और नरक बनाना स्त्री के ही हाथ में होता है. जिसकी स्त्री अच्छे स्वभाव और आचरण की होती है, वह मनुष्य सदैव प्रसन्न रहता है. इस प्रकार की स्त्री के घर में प्रेम व धन-ऐश्वर्य बना रहता है.
मधुर वाणी- पत्नी की मधुर वाणी घर को स्वर्ग बना देती है जबकि कठोर वचन बोलने वाली पत्नी घर में अशांति लाती है. मधुर बोलने वाली स्त्री का पत्नी होना भाग्यशाली माना जाता है.
संतान- जिन लोगों की संतान आज्ञाकारी होती है वह भाग्यशाली होते हैं. आज्ञाकारी बच्चे परिवार के साथ-साथ अपने कुल का भी नाम रोशन करते हैं. जिनकी संतान आज्ञाकारी होती है वह सुखी रहता है.
ज्ञान- व्यक्ति के लिए सबसे बड़ा धन उसका ऐसा ज्ञान होता है जिससे धन कमाया जा सके. विपरीत परिस्थितियों में भी ज्ञान व्यक्ति की आय का साधन बनता है. जिस व्यक्ति के पास ज्ञान और कला होती है वह भाग्यशाली होता है.