ज्योतिषविद् प्रवीण मिश्र आज बात करेंगे कुंडली में विदेश योग के बारे में. आज के इस एपिसोड में हम जानेंगे कि विदेश यात्रा या विदेश में बसने के लिए आपकी कुंडली में किन भावों का होना जरूरी है. कुंडली में अष्टम भाव में विदेश यात्रा का विचार किया जाता है. नवें भाव में लंबी यात्रा का देखी जाती है. इसी तरह 12वें भाव में विदेश जाने और विदेश में रहने की स्थति का विचार किया जाता है. वहीं लग्रेश सप्तम भाव में किसी शुभ ग्रह के साथ हो तो व्यक्ति विदेश में रहता है. विदेश योग के बारे में विस्तार से समझने और ज्योतिषविद् प्रवीण मिश्र से खास उपाय जनने के लिए देखिए ये वीडियो.