
Rahu-Ketu Gochar: राहु और केतु एक दूसरे से समसप्तक रहते हैं. ये दोनों ग्रह एकसाथ राशि परिवर्तन करते हैं. राहु का 12 अप्रैल 2022 को मेष राशि में गोचर होने जा रहा है जो मंगल ग्रह द्वारा शासित एक उग्र राशि मानी गई है. वहीं केतु ग्रह इसी दिन शुक्र द्वारा शासित वायु राशि तुला में गोचर करने जा रहा है. राहु मेष राशि और केतु तुला राशि में 18 महीनों तक रहेंगे. इनका असर अगले 18 महीनों तक बना रहेगा. इस गोचर के दौरान राहु-केतु मेष और तुला राशि में स्थित नक्षत्रों के अनुसार फल प्रदान करेंगे. ज्योतिषियों ने राहु और केतु के राशि परिवर्तन के दौरान इन 5 राशि के जातकों को सतर्क रहने की सलाह दी है...
सावधान रहें इन 5 राशियों के जातक
1- मेष (Aries): मेष राशि के जातकों को अपने रिश्तो के प्रति ज्यादा सावधान रहने की आवश्यकता है, क्योंकि संभावित है कि आपको इन क्षेत्रों में कुछ समस्या उठानी पड़ सकती है. आपके जीवन में वित्तीय और स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं भी खड़ी हो सकती हैं.
2- तुला (Libra): तुला राशि के जातकों के लिए राहु सप्तम भाव में और केतु प्रथम भाव में गोचर करेगा. आपको सेहत, आर्थिक पक्ष, और रिश्तों के मामलों में आपको ज्यादा सावधानी बरतने की आवश्यकता है. यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु केतु ग्रहों की शुभ स्थिति है तो इस गोचर के माध्यम से उनके जीवन में विकास और परिवर्तन देखने को मिलेंगे.
3- धनु (Sagittarius): धनु राशि जातकों के लिए ये समयावधि ज्यादा अच्छी नहीं रहने वाली है. आपको भविष्य को लेकर असुरक्षा की भावना और चिंता परेशान कर सकती है. योजना की कमी और गलत निर्णय लेने की वजह से आपको धन की हानि भी हो सकती है.
सलाह दी जाती है कि इस समय अवधि में धन से जुड़ा कोई भी बड़ा निर्णय या बड़ा निवेश आदि ना करें.
4- मकर (Capricorn): मकर राशि के लिए राहु केतु चौथे और दसवें भाव में क्रमशः गोचर करेंगे. केतु का गोचर अनुकूल रहने वाला है, लेकिन राहु का गोचर आपके लिए ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता है. इस गोचर के परिणाम स्वरुप आपके परिवार में कुछ समस्याएं खड़ी हो सकती हैं. साथ ही इस दौरान आपके परिवार के बड़ों का स्वास्थ्य भी आपके लिए परेशानी की वजह बन सकता है.
5- मीन (Pisces): मीन राशि के लिए ये गोचर प्रतिकूल परिणाम लेकर आएगा. यदि इन जातकों की कुंडली अच्छी हो तो उन्हें बड़ी समस्याओं का सामना तो नहीं करना पड़ेगा. हालांकि यदि व्यक्तियों की कुंडली अच्छी नहीं है तो इन जातकों को आर्थिक समस्या, पारिवारिक समस्या, और स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
राहु केतु की समस्याओं को दूर करने के उपाय
राहु-केतु सबसे ज्यादा मन को प्रभावित करते हैं ऐसे में सबसे पहले अपनी जीवनचर्या को दुरुस्त और पवित्र बनाएं. नित्य प्रातः तुलसी के पत्ते जरूर ग्रहण करें. चन्दन के तिलक और सुगंध का प्रयोग करें. मांस- मदिरा और फास्ट फूड खाना बंद कर दें. जहां तक संभव हो नियमित मंत्र जप करें. अपने इष्ट का ध्यान कर सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करें. अपना रहन-सहन, आचार विचार शुद्ध और पवित्र बनाएं.