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Tirupati Balaji Mandir: तिरुपति में कई साल पुरानी है प्रसाद बनाने की परंपरा, जानें इसके पीछे की मान्यता

Tirupati Balaji Mandir: तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद और लड्डुओं में मिलावट का मामला धीरे धीरे गर्माता जा रहा है. तिरुपति बालाजी में लड्डू बनाने की परंपरा बहुत ही पुरानी है.

तिरुपति बालाजी मंदिर तिरुपति बालाजी मंदिर
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 21 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 4:03 PM IST

तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद और लड्डुओं में मिलावट का मामला धीरे धीरे गर्माता जा रहा है. एक रिपोर्ट में पता चला है कि तिरुपति बालाजी में जो प्रसाद भक्तों के लिए तैयार किया जाता है, उसमें घी की जगह सूअर की चर्बी, मछली का तेल, बीफ टालो आदि का इस्तेमाल होता था. विश्वभर में तिरुपति बालाजी मंदिर और उसके प्रसाद की बहुत ही खास मान्यता है. तो चलिए जानते हैं कि ये मंदिर कितने साल पुराना है और इसका इतना विशेष क्यों माना जाता है.  

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ज्योतिष प्रवीण मिश्र जी के मुताबिक, तिरुपति बालाजी में लड्डू बनाने की परंपरा बहुत ही पुरानी है. ऐसा कई जगह पर वर्णन भी मिलता है कि तिरुपति बालाजी मंदिर में सन् 1803 में बूंदी को प्रसाद के रूप में दिया जाता था. बाद में ऐसा कहा जाता है कि सन् 1940 के आसपास ये परंपरा बदली और बूंदी की जगह लड्डू को प्रसाद के रूप में दिया जाने लगा. चलिए जानते हैं कि ये लड्डू बनता कैसे है और इस लड्डू को बनाते समय किन बातों का ख्याल रखा जाता है. 

लड्डू का प्रसाद है बहुत खास

ऐसी मान्यता है कि तिरुपति बालाजी मंदिर में लड्डू का ये प्रसाद या जिसे प्रसादम भी कहा जाता है बहुत ही पवित्र होता है और अगर आप तिरुपति बालाजी के दर्शन करने गए हैं तो दर्शन प्रसाद के बिना अधूरे हैं. तिरुपति बालाजी मंदिर में रोजाना करीब 8 लाख लड्डू का प्रसाद तैयार करने की क्षमता वाली रसोई है. और मंदिर में प्रतिदिन 650 कर्मचारी लड्डू बनाने का काम करते हैं. 

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लड्डू के प्रसाद की सामग्री

तिरुपति बालाजी मंदिर के मंदिर में मिलने वाले प्रसाद में बेसन, काजू, इलायची, घी, चीनी, मिश्री और किशमिश को मिलाया जाता है और फिर ये प्रसाद तैयार किया जाता है. ये प्रसाद बहुत ही पवित्र माना जाता है उन भक्तों के लिए जो भगवान तिरुपति के दर्शन करने के लिए जाते हैं. 

जिस रसोई में ये प्रसाद तैयार किया जाता है, वहां शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है उस रसोई को लड्डू पोटू कहा जाता है. इस रसोई में 8 लाख लड्डू प्रतिदिन तैयार किए जाते हैं. 

इस मंदिर में विशेष तरीके से प्रसाद तैयार किया जाता है जिसे दित्तम कहते हैं. प्रसाद में लगभग 10 टन बेसन, 10 टन चीनी, 700 ग्राम काजू, 150 ग्राम इलायची, 300 से 400 लीटर घी, 500 ग्राम मिश्री और 500 ग्राम किशमिश को मिलाया जाता है.  

कई तरह के होते हैं लड्डू

तिरुपति बालाजी मंदिर में जो लड्डू भक्तों को दिए जाते हैं उन्हें प्रोक्तं लड्डू कहा जाता है. वहीं, किसी विशेष त्योहार पर तैयार होने वाले लड्डू को अस्थानम लड्डू कहा जाता है. इसके अलावा, कुछ खास भक्तों के लिए कल्याणोत्सवम लड्डू तैयार किया जाता है.

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