Advertisement

Chanakya Niti For Success: चाणक्य के इस एक मंत्र को अपनाकर हो सकते हैं कामयाब

Chanakya Niti For Success: आचार्य चाणक्य ने अपने नीति ग्रंथ के छठे अध्याय में एक श्लोक के माध्यम से सफलता के मूलमंत्र को बताया है. आइए जानते हैं इस मूलमंत्र के बारे में...

चाणक्य नीति (Chanakya Niti For Success) चाणक्य नीति (Chanakya Niti For Success)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 09 अप्रैल 2020,
  • अपडेटेड 10:30 AM IST

हर व्यक्ति इस बात को जानने की कोशिश में रहता है कि जीवन में सफलता कैसे मिले. कई बार मनुष्य काफी मेहनत करने के बाद भी सफल नहीं हो पाता और कई बार थोड़ा प्रयास ही उसे सफल बना देता है. चाणक्य ने अपने नीति ग्रंथ में सफलता के मूल मंत्रों का विश्लेषण किया है.

भारत के इतिहास को बदलने में चाणक्‍य की नीतियों ने अहम भूमिका निभाई है और आज भी उनकी बातें उतना ही मायने रखती हैं. इन नीतियों को जीवन में उतारकर सफलता हासिल की जा सकती है. आचार्य चाणक्य ने अपने नीति ग्रंथ के छठे अध्याय में एक श्लोक के माध्यम से सफलता के मूलमंत्र को बताया है. आइए जानते हैं इस मूलमंत्र के बारे में...

Advertisement

प्रभूतंकार्यमल्पंवातन्नरः कर्तुमिच्छति।

सर्वारंभेणतत्कार्यं सिंहादेकंप्रचक्षते॥

इस श्लोक में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि शेर एकाग्रता के साथ अपने शिकार पर पूरी ताकत के साथ झपट्टा मारता है, जिससे वो अपने मकसद में सफल हो जाता है. इसी प्रकार मनुष्य का भी अपने लक्ष्य के प्रति ध्यान केंद्र‍ित होना चाहिए और लक्ष्य प्राप्ति के लिए पूरी मेहनत के साथ प्रयास करना चाहिए. काम कैसा भी हो, छोटा या फिर बड़ा, उसे पूरे लगन से करना चाहिए.

दुश्मन से खतरनाक होते हैं कुछ दोस्त, चाणक्य के मुताबिक ऐसे करें सच्चे मित्र की पहचान

काम की शुरुआत ऊर्जा के साथ करना चाहिए, ऐसा न हो कि शुरू में ही आप निराश हो जाएं कि नहीं हो सकता. आरम्भ में ही निराश हो जाने से सफलता कोसो दूर चली जाती है.

चाणक्य की इन बातों को मान लिया तो नहीं होगी भविष्य में पैसे की दिक्कत!

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement