
18 महीने के बाद आज राहू और केतु का राशि परिवर्तन हो रहा है. अब राहु 17 अगस्त यानी आज राहु कर्क में व केतु मकर राशि में प्रवेश करेंगे. दूसरी और सूर्यदेव भी राशि परिवर्तन कर रहे हैं. सूर्यदेव कर्क राशि से सिंह राशि में आज प्रवेश कर रहे हैं. यह परिवर्तन रात 1:01 मिनट पर होगा. भादो माह में जब सूर्यदेव अपनी राशि परिवर्तन करते हैं तो उस संक्रांति को सिंह संक्रांति कहते हैं.
पंडित विनोद मिश्र के अनुसार सिंह संक्रांति पुण्यकाल गुरुवार दिनांक 17.08.17 को प्रातः 05:55 से दिन 12:24 तक रहेगा. इस दिन घी का प्रयोग आवश्यक रूप से किया जाता है, इसी कारण सिंह संक्रांति को घी संक्रांति कहा जाता है.
आयुर्वेद में चरक संहिता के अंतर्गत यह वर्णित है कि गाय का शुद्ध (गौ घृत) अर्थात देसी घी स्मरण शक्ति, बुद्धि, ऊर्जा, बलवीर्य, ओज बढ़ाता है, गाय का घी वसावर्धक है तथा वात, पित्त, बुखार और विषैले पदार्थों का नाशक है. मान्यता के अनुसार इस दिन जो गाय का घी नहीं खाता उसे अगले जन्म में गनेल यानी घोंघे के रूप में जन्म लेना पड़ता है.
वहीं दूसरी ओर राहु और केतु के स्थान परिवर्तन से जीवन पर असर होगा. पंडित विनोद मिश्र के अनुसार राहु व केतु पूर्व जीवन के कर्मों के अनुसार फल देते हैं.
राहु-केतु के बुरे प्रभावों से बचने के लिए शनिवार को सात्विक रहने तथा हनुमान जी को लाल फूल व मिठाई चढ़ाने से राहत मिलती है.