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कुंडली से विवाह का क्या है कनेक्शन?

आपकी कुंडली से बहुत सी बातें पता चलती हैं, जानिए विवाह से जुड़ीं कई रोचक बातें.

कैसा होगा पति? कैसा होगा पति?
प्रज्ञा बाजपेयी
  • नई दिल्ली,
  • 14 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 6:04 PM IST

स्त्री की कुंडली का सप्तम भाव और बृहस्पति उसके पति से सम्बन्ध रखते हैं. इसके अलावा उसके शुक्र से हम पति का स्वभाव और करियर जान सकते हैं. राशियों के आधार भी काफी हद तक पति के बारे में जानकारी मिल सकती है.

कब साधारण नौकरी या जीवनयापन वाला पति मिलता है?

- बृहस्पति या मंगल प्रधान महिलाओं के पति आमतौर पर साधारण होते हैं

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- वृष, कन्या, मकर, मेष, सिंह और धनु राशी की महिलाओं के पति आम तौर पर ठीक ठाक नौकरी करते हैं

- अगर महिलाओं के हाथों की अंगुलियाँ लम्बी और पतली हों तो उनके पति के साधारण नौकरी करने की संभावना ज्यादा होती है

कब बड़े करियर या बड़े व्यवसाय वाला पति मिलता है?

- चन्द्रमा, शुक्र या बुध प्रधान महिला को बड़ी उन्नति वाला पति मिलता है

- कर्क, वृश्चिक, मीन, मिथुन, तुला और कुम्भ राशी की स्त्रियों के पति आम तौर पर बड़े नाम वाले पुरुष होते हैं

- जिन महिलाओं के हाथों में भाग्य रेखा काफी लम्बी हो या बृहस्पति पर्वत पर क्रॉस हो ऐसे लोगों को बड़े व्यवसाय या बड़े पद का पति मिलता है

कब पति शांत स्वभाव का होता है?

- स्त्री की कुंडली में शुक्र और चन्द्रमा अगर बेहतर हों तो पति शांत स्वभाव का होता है

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- आम तौर पर वृष,कन्या,मकर राशी वालों के पति शांत स्वभाव के होते हैं

- जिन महिलाओं की हथेली साफ़ रंग की होती है तथा रेखाओं का जाल नहीं होता,उनके पति शांत स्वभाव के होते हैं

- अच्छे और सुन्दर अंगूठे वाले स्त्रीयों के पति भी शांत स्वभाव के होते हैं

कब पति उग्र स्वभाव का होता है?

- अगर स्त्री की कुंडली में शुक्र या सूर्य में से कोई भी एक पापक्रांत हो

- आम तौर पर मेष,सिंह,धनु,मिथुन,तुला और कुम्भ राशी वालों के पति सुनाने वाले होते हैं

- जिन महिलाओं का अंगूठा छोटा हो या बेहतर न हो ऐसी महिलाओं के पति क्रोधी होते हैं

अगर पति का स्वभाव अच्छा न हो तो क्या उपाय करें ?

- अपनी आदतों में सुधार लाएँ, उन आदतों को छोड़ने का प्रयास करें जिनसे क्लेश होता हो

- नित्य प्रातः भगवान सूर्य को जल अर्पित करें साथ ही गायत्री मंत्र का जाप करें

- काले रंग से पति और पत्नी को परहेज करना चाहिए

- शयन कक्ष में हलकी सुगंध का प्रयोग करते रहें

- दोनों को ही शुक्रवार के दिन स्फटिक की माला गले में धारण करनी चाहिए

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