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अहमदाबाद: जगन्नाथ मंदिर में मंगला आरती में शामिल हुए अमित शाह, आज निकलेगी रथयात्रा

अहमदाबाद में आज भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकलेगी. रथयात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं. इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह परिवार समेत जगन्नाथ मंदिर पहुंचे. यहां वे मंगला आरती में शामिल हुए.

मंगला आरती के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह. मंगला आरती के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह.
गोपी घांघर
  • अहमदाबाद,
  • 01 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 7:17 AM IST
  • सीएम भूपेंद्र पटेल नहीं हो सकेंगे शामिल
  • कोरोना संक्रमित हैं सीएम पटेल

जगन्नाथ पुरी की तर्ज पर आज अहमदाबाद में भी भगवान जगन्नाथ की 145वीं रथयात्रा निकाली जाएगी. इस रथयात्रा को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने परिवार के साथ भगवान जगन्नाथ की मंगला आरती में शामिल हुए. भगवान की आंखों पर बांधी गई पट्टी को मंगला आरती के बाद खोला गया. भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र के साथ शनिवार को नगरयात्रा पर निकलेंगे. नगरयात्रा पुराने अहमदाबाद में 19 किलोमीटर लंबी होगी. 

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वहीं पहली बार ऐसा होगा कि रथ यात्रा में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल कोरोना संक्रमित होने की वजह से शामिल नहीं हो सकेंगे. बताया जा रहा है कि गृहमंत्री अमित शाह या कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र त्रिवेदी रथ में सोने के झाडू से झाडू लगाकर भगवान की पहिंद विधि कर सकते हैं.

अहमदाबाद रथयात्रा की ये है खासियत

अहमदाबाद की भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा की खासियत ये है कि रथयात्रा में सबसे पहले 17 हाथी, 101 ट्रक में भगवान जगन्नाथ की अलग-अलग झांकिया निकाली जाती हैं. उधर, मंगला आरती में शामिल होने के बाद अमित शाह ने ट्वीट कर इस संबंध में जानकारी दी. अमित शाह ने लिखा कि अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर में मंगला आरती में सम्मिलित होकर महाप्रभु जगन्नाथ जी का आशीर्वाद लिया. रथ यात्रा के शुभ अवसर पर यहां आकर महाप्रभु की आराधना करना मेरे लिए हमेशा एक विशिष्ट आध्यात्मिक अनुभूति का क्षण होता है. महाप्रभु सभी पर अपनी कृपा बनायें रखें. जय जगन्नाथ.

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अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर से शुरू होने वाली रथयात्रा मंदिर से सरसपुर इलाके में जाएगी. इसे भगवान के मामा का घर कहा जाता है. माना जाता  है कि यहां 2 लाख से ज्यादा लोग भगवान के प्रसाद के तौर पर भोजन ग्रहण करते हैं. इसके बाद पुराने अहमदाबाद के प्रेम दरवाजा से होती हुई यात्रा शाम को मंदिर में वापस लौटती है.

 

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