
कहते हैं कि जिस भक्त पर कृपा हो जाए, उसकी झोली भरने में भगवान कोई कंजूसी नही बरतते. वहीं, अगर भगवान को चढ़ावा चढ़ाने की बात हो तो भक्त भी पीछे नहीं रहते.
शिरडी के साईं बाबा मंदिर में 2016 में 403 करोड़ 75 लाख रुपये का चढ़ावा आया. ये चढ़ावा अलग-अलग माध्यमों से आया. 2015 से तुलना की जाए तो 2016 में 10 करोड़ रुपये अधिक चढ़ावा आया. जाहिर है कि नोटबंदी के दिनों का भी साईं बाबा मंदिर के चढ़ावे पर असर नहीं पड़ा.
रुद्रप्रयाग: जहां शिव जी ने नारद को दिए थे रुद्र रूप के दर्शन
ब्याज की भी बढ़ी रकम
शिरडी साईं मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी सचिन तांबे ने बताया कि 2015 में 393 करोड़ रुपये के चढ़ावे की तुलना में 2016 में 403.75 करोड़ रुपये चढ़ावा आया. 2016 के कैलेंडर वर्ष में में साईं बाबा को भक्तों ने हुंडी दान, डोनेशन काउंटर, ऑनलाइन, डेबिट- क्रेडिट कार्ड के माध्यम से कुल 258 करोड़ 42 लाख रुपये का चढ़ावा चढ़ाया. ये चढ़ावा जिस खाते में डिपोजिट किया जाता है, उसके ब्याज से 125 करोड़ 95 लाख रुपये प्राप्त हुए.
महाराष्ट्र के शिरडी में करें साईं बाबा के दर्शन
बढ़ा सोने-चांदी का भी चढ़ावा
साईं बाबा को सोने चांदी के चढ़ावे में भी बढ़ोतरी हुई है. 2016 में 8 करोड़ रुपये मूल्य के सोने-चांदी के आभूषणों का चढ़ावा मिला. 2015 में 7 करोड़ 18 लाख रुपये के सोने-चांदी के ही आभूषण मिले थे.
जब जाएं महाराष्ट्र, जरूर कीजिए भीमशंकर के दर्शन
विदेश की बात की जाए तो 2016 में 47 देशों से साईं बाबा को 9 करोड़ 8 लाख रुपये का चढ़ावा मिला. 2015 में 7 करोड़ 48 लाख रुपए का चढावा विदेश से आया था.
एक साल पहले की तुलना में साईं बाबा मंदिर में 10 करोड़ रुपये अधिक चढ़ावा आने से साबित होता है कि नोटबंदी के फैसले का साईं की हुंडी पर असर नहीं हुआ.
यहां आज भी मौजूद है संजीवनी बूटी पहाड़
साईं की तिजोरी में 371 किलो सोना और 4340 किलो चांदी है. वहीं 1826 करोड़ रुपये अलग-अलग राष्ट्रीयकृत बैंकों में फिक्स्ड डिपॉजिट्स के तौर पर जमा हैं.