Advertisement

बद्रीनाथ की यात्रा पर 30 जून तक रोक, केदारनाथ के भी नहीं होंगे दर्शन

मंदिर प्रशासन ने रविवार को ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और चमोली के जिलाधिकारी को बद्रीधाम यात्रा पर 30 जून तक रोक लगाने के विषय में चिट्ठी लिखी थी.

केंद्र सरकार ने 8 जून से देशभर के बड़े मंदिरों के कपाट खोलने पर मंजूरी दी थी. केंद्र सरकार ने 8 जून से देशभर के बड़े मंदिरों के कपाट खोलने पर मंजूरी दी थी.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 07 जून 2020,
  • अपडेटेड 6:12 PM IST

उत्तराखंड स्थित बद्रीनाथ की यात्रा पर 30 जून तक के लिए रोक लगा दी गई है. यह फैसला सोमवार को जिला प्रशासन और देवस्थानम बोर्ड की बैठक के बाद लिया गया है. मंदिर प्रशासन ने रविवार को ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और चमोली के जिलाधिकारी को बद्रीधाम यात्रा पर 30 जून तक रोक लगाने के विषय में चिट्ठी लिखी थी. बता दें कि केंद्र सरकार ने 8 जून से देशभर के बड़े मंदिरों के कपाट खोलने पर मंजूरी दी थी.

Advertisement

भगवान विष्णु के पवित्र स्थल की यात्रा 30 जून तक बढ़ाए जाने के बाद तीर्थ पुरोहित समाज ने भी केदारनाथ यात्रा को 30 जून तक स्थगित करने की मांग उठाई है. तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि बीमारी को लेकर सजग रहने की जरूरत है. देश-विदेश के यात्री यहां आएंगे तो बीमारी और फैलेगी.

PHOTO: ANI

बता दें कि कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन के चलते सभी धार्मिक स्थलों को बंद करने का आदेश दिया गया था. केंद्र सरकार के आदेश के बाद अब देश के बड़े धार्मिक स्थलों को खोला जा रहा है. धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने की भी योजनाएं बनाई गई हैं.

बद्रीनाथ धाम के द्वार खोलने से पहले जगह को अच्छी तरह सैनिटाइज किया गया. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन कराने के लिए श्रद्धालुओं की जहां कतार लगती है, वहां पेंट के सहारे एक-एक मीटर की दूरी पर गोले बनाए गए हैं.

Advertisement

PHOTO: ANI

PHOTO: ANI

मंदिर परिसर ही नहीं, बल्कि मंदिर तक जाने वाले पैदल मार्ग पर भी श्रद्धालुओं के बीच एक-एक मीटर की दूरी सुनिश्चित करने के लिए गोले बनाए गए हैं. अब 30 जून के बाद श्रद्धालुओं के लिए इसे खोला जाएगा.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement