
Guru Pradosh Vrat 2024 Date: प्रदोष व्रत हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है, जिसे भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए रखा जाता है. यह व्रत हर चंद्र मास में दो बार शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है. प्रदोष व्रत जब गुरुवार के दिन पड़ता है तो इसे गुरु प्रदोष व्रत कहा जाता है. इस साल गुरु प्रदोष व्रत 28 नवंबर यानी आज हैं. आइए आपको भगवान शिव की आरती और प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त बताते हैं.
गुरु प्रदोष का शुभ मुहूर्त
त्रयोदशी तिथि 28 नवंबर को सुबह 6 बजकर 23 मिनट से लेकर 29 नवंबर को सुबह 09 बजकर 43 मिनट तक रहेगी. ऐसे में गुरु प्रदोष व्रत 28 नवंबर को रखा जाएगा. इस दिन शाम 6 बजकर 23 मिनट से लेकर रात 8 बजे तक भगवान शिव की पूजा का शुभ मुहूर्त रहेगा.
भगवान शिव की आरती
जय शिव ओंकारा, स्वामी ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥
एकानन चतुरानन पंचानन राजे ।
हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥
दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे।
त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥
अक्षमाला बनमाला रुण्डमाला धारी ।
चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥
श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे ।
सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥
कर के मध्य कमण्डलु चक्र त्रिशूल धर्ता ।
जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका ।
प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव…॥
काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।
नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥
त्रिगुण शिवजी की आरती जो कोई नर गावे ।
कहत शिवानंद स्वामी मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय शिव…॥
जय शिव ओंकारा हर ॐ शिव ओंकारा|
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव अद्धांगी धारा॥ ॐ जय शिव ओंकारा…॥