अपने से बड़ों का अभिवादन करने के लिए चरण छूने की परंपरा सदियों से रही है. सनातन धर्म में अपने से बड़े के आदर के लिए चरण स्पर्श उत्तम माना गया है. पंडित प्रवीण मिश्र के अनुसार, ऐसे व्यक्ति का चरण स्पर्श करना चाहिए जो सम्मान के लायक हो, जिसके प्रति मन में सम्मान और श्रृद्धा हो उसी का चरण स्पर्श करें. अपने हाथ की अंगुलियों से उस व्यक्ति के पैरों को स्पर्श करें.