केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा 28 नवंबर 2023 को जारी रिपोर्ट के मुताबिक देश के 242 में से सिर्फ 30 शहरों में हवा 'बेहतर' रही. 80 शहरों में AQI 'संतोषजनक' थी, जबकि 90 शहरों में 'मध्यम' थी. सबसे बुरी हालत हनुमानगढ़ की थी, यहां पर AQI 408 पहुंच गया था. (सभी फोटोः PTI)
सबसे साफ हवा अरियालूर में थी. यहां पर AQI 18 दर्ज की गई. दिल्ली का सूचकांक 312 दर्ज किया गया. छपरा-बठिंडा सहित छह शहरों की हवा बेहद खराब थी. हापुड़-सीकर सहित 35 शहरों में स्थिति खराब है. यहां प्रदूषण का लेवल 200 के पार है.
कई शहर तो ऐसी हालत में हैं कि वहां पर सांस लेना ही मुश्किल है. दिल्ली में वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब' है. बारिश के बाद AQI 83 अंक गिरकर 312 पर पहुंच गया. फरीदाबाद में 250, गाजियाबाद में 250, गुरुग्राम में 196, नोएडा में 261, ग्रेटर नोएडा में 274 पर पहुंच गया.
सिंगरौली-प्रयागराज-बीकानेर-छपरा सहित 35 शहरों में प्रदूषण का स्तर जानलेवा था. मुंबई में वायु गुणवत्ता सूचकांक 61 था, जो सन्तोषजनक है. लखनऊ में 246, चेन्नई में 44, चंडीगढ़ में 163, हैदराबाद में 83, जयपुर में 141 और पटना में 230 दर्ज किया गया.
सिर्फ इन 30 शहरों में हवा साफ रही. यहां AQI 50 से नीचे था. अनंतपुर 38, अरियालूर 18, बागलकोट 46, बेलगाम 46, चामराजनगर 42, चेंगलपट्टू 28, चेन्नई 44, चिकबलपुर 32, चिक्कामगलुरु 32, चित्तूर 42, कुड्डालोर 29, एलूर 39, गडग 46, होसुर 47, कडपा 30, कलबुर्गी 40, कांचीपुरम 20, करौली 44, कोल्लम 49, मैसूर 48, पालकालाइपेरुर 26, पुदुचेरी 41, रामानगर 43, रामनाथपुरम 31, सलेम 32, शिवमोगा 49, सिलचर 38, तिरुवनंतपुरम 39, थूथुकुडी 37 और तिरुपति 50 शामिल रहे.
इन 80 शहरों की हवा संतोषजनक थी. यानी AQI 51 से 100 के बीच थी. आगरा, अहमदाबाद, अजमेर, अकोला, अमरावती, औरंगाबाद (महाराष्ट्र), बदलापुर, बारां, बेलापुर, बेंगलुरु, भीलवाड़ा, भिवंडी, बीदर, बिलासपुर, ब्रजराजनगर, बूंदी, छाल, चित्तौड़गढ़, कोयंबटूर, दावनगेरे, धारवाड़, फिरोजाबाद, गांधीनगर, गंगटोक, हसन, हावेरी, हुबली, हैदराबाद, इंफाल, जबलपुर, जलगांव और जालना.
इसके अलावा झालावाड़, झांसी, कल्याण, कन्नूर, काशीपुर, खुर्जा, कोहिमा, कोल्हापुर, कोप्पल, कोरबा, कोटा, लातूर, मदिकेरी, मैहर, मांडीखेड़ा, मंगलौर, मिलुपारा, मुंबई, नासिक, पलवल, पंचकुला, प्रतापगढ़, पुणे, रायचुर, राजसमंद, रतलाम, ऋषिकेश, सागर, सांगली, सवाई माधोपुर, शिलांग, सिलीगुड़ी, सिरोही, शिवसागर, सोलापुर, टेंसा, ठाणे, त्रिशूर, तिरुपुर, तुमकुरु, तुमिडीह, उदयपुर, उडुपी, उल्हासनगर, वातवा, विजयवाड़ा, वृंदावन और यादगीर.
वायु प्रदूषण के स्तर को ऐसे समझ सकते हैं- AQI 0 से 50 है तो हवा साफ है. 51-100 के बीच AQI यानी संतोषजनक स्थिति है. 101-200 का मतलब है कि वायु प्रदूषण का स्तर माध्यम है, जबकि 201 से 300 की बीच की स्थिति वायु गुणवत्ता खराब है. 301 से 400 के बीच दर्ज किया जाता है जैसा दिल्ली में होता है तो वायु गुणवत्ता को बेहद खराब है.
401 से 500 में वायु गुणवत्ता की स्थिति गंभीर हो जाती है. यानी हवा स्वस्थ इंसान को भी नुकसान पहुंचा सकती है, जबकि पहले से ही बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए यह जानलेवा हो सकती है.