आप नशा क्यों करते हैं? आमतौर पर इसका जवाब मिलता है मेंटल रिलीफ यानी मानसिक आराम के लिए. इसके लिए लोग ड्रग्स, केमिकल्स और शराब का उपयोग करते हैं. लेकिन अब एक नया ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है, जिससे आप मानसिक आराम तो पाएंगे ही. हाई भी हो सकते हैं. वह भी बिना सेहत को नुकसान पहुंचाए. इस नए ट्रेंड को लेकर दुनिया भर में रिसर्च की गई. तो पता चला कि यह ज्यादा कारगर मानसिक आराम, कॉन्सियसनेस बढ़ाने, फोकस बढ़ाने और दिमाग को सक्रिय करने के लिए. (फोटोः पिक्साबे)
जर्नल Drugs and Alcohol Review में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार आजकल लोग ड्रग्स और एल्कोहल को छोड़कर यूट्यूब, स्पॉटिफाई और अन्य मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए बाइनॉरल बीट्स (Binaural Beats) सुन रहे हैं. यह एक आवाज आधारित ब्रेन हैक है. जिसमें आपको एक बढ़िया हेडफोन, इंटरनेट कनेक्शन और मोबाइल चाहिए. बस उसके बाद बाइनॉरल बीट्स (Binaural Beats) खोजिए...सुनिए और रिलैक्स हो जाइए या फिर हाई होने का प्रयास कीजिए. (फोटोः पिक्साबे)
क्या होता है बाइनॉरल बीट्स (What is Binaural Beats)
बाइनॉरल का शाब्दिक अर्थ है दो कान. बीट्स यानी ध्वनि. मतलब दो कानों से सुनी गई ध्वनि. लेकिन बाइनॉरल बीट्स (Binaural Beats) एक खास प्रकार की ध्वनि होती है जो दाएं और बाएं दोनों कानों में अलग-अलग साउंड फ्रिक्वेंसी के साथ सुनी जाती है. इसे सुनने पर दिमाग के कई भाग सक्रिय हो जाते हैं. जिससे हमारा दिमाग हैप्पी हॉर्मोन्स (Happy Hormones) निकालता है. हम शांत, खोया हुआ सा, ध्यान में जाने जैसा महसूस करते हैं. यह आपको नशे की स्थिति में भी पहुंचा सकता है. लेकिन बिना किसी तरह के शारीरिक नुकसान के. (फोटोः पिक्साबे)
बाइनॉरल बीट्स के प्रकार (Types of Binaural Beats)
बाइनॉरल बीट्स (Binaural Beats) कुल मिलाकर पांच प्रकार के होते हैं, जो अलग-अलग तरह की ध्वनि तरंगों से दिमाग के अलग-अलग हिस्से को सक्रिय या शांत करते हैं. इसमें पहला है डेल्टा बाइनॉरल बीट्स (Delta Binaural Beats). इसमें बीट्स की फ्रिक्वेंसी 0.5-4 हर्ट्ज तक होती है. इसे सुनने से आप गहरी नींद में चले जाते हैं. दिमाग से कॉर्टीसोल (Cortisol) का स्तर कम होता है. सीरोटोनिन (Serotonin) और मेलाटोनिन (Melatonin) का स्तर बढ़ जाता है. इससे हम अवचेतन मन (Subconscious Mind) से जुड़ पाते हैं. (फोटोः पिक्साबे)
थीटा बाइनॉरल और अल्फा बाइनॉरल (Theta and Alfa Binaural Beats)
थीटा बाइनॉरल बीट्स (Theta Binaural Beats) 4 से 7 हर्ट्ज के बीच होती हैं. इन्हें सुनने से आप ध्यान की अवस्था में जाते हैं. आपकी क्रिएटिविटी बढ़ जाती है. आंखों के रैपिड मूवमेंट को सुधारा जा सकता है. मन फोकस्ड हो जाता है. वहीं, अल्फा बाइनॉरल बीट्स (Alpha Binaural Beats) 7 से 13 हर्ट्ज के बीच होती हैं. इन्हें हम अपने कानों से नहीं सुन सकते. लेकिन ब्रेन इनपर रिएक्ट करता है. इन्हें सुनने से दिमाग बहाव की स्थिति या फ्लो स्टेट में आ जाता है. तनाव कम महसूस करना और जल्दी फोकस्ड हो जाता है. (फोटोः पिक्साबे)
बीटा और गामा बाइनॉरल बीट्स (Beta and Gama Binaural Beats)
बीटा बाइनॉरल बीट्स (Beta Binaural Beats) 13 से 30 हर्ट्ज के बीच होती है. इससे आपको मोटिवेशन यानी प्रेरणा मिलती है. यह आपको ज्यादा अलर्ट करती है. ध्यान लगाने में भी काम आती है. समस्याओं के समाधान खोजने की काबिलियत को बढ़ाती है. साथ ही आपके सेक्सुअल हेल्थ को सुधारती है. गामा बाइनॉरल बीट्स (Gama Binaural Beats) 30 से 100 हर्ट्ज के बीच होती हैं. इन्हें सुनने से हमारे दिमाग की गतिविधियां बहुत तेज हो जाती हैं. इसका उपयोग याद्दाश्त वापस पाने और मानसिक जागरुकता के लिए किया जाता है. इससे आपकी इंटेलिजेंस बढ़ती है. साथ ही आपका खुद पर नियंत्रण बढ़ता है. (फोटोः पिक्साबे)
कितने लोगों पर हुई स्टडी (Global Drug Survey 2021)
पिछले साल दुनिया भर के 30 हजार लोगों पर ग्लोबल ड्रग सर्वे किया गया. इसमें अमेरिका, मेक्सिको, ब्राजील, पोलैंड, रोमानिया और ब्रिटेन के लोग शामिल थे. पता चला कि इसमें से 5.3 फीसदी लोग बाइनॉरल बीट्स (Binaural Beats) का उपयोग करते हैं. इनमें से तीन-चौथाई ने कहा कि ज्यादातर सोने और रिलैक्स महसूस करने के लिए वो बाइनॉरल बीट्स सुनते हैं. बाकी मूड चेंज करने और ड्रग्स जैसे असर को हासिल करने के लिए इसका उपयोग करते हैं. (फोटोः पिक्साबे)
बाइनॉरल बीट्स के फायदे (Benefits of Binaural Beats)
बाइनॉरल बीट्स (Binaural Beats) को सुनने वाले लोगों में आधे ने कहा कि वो खुद से जुड़ने के लिए ऐसा करते हैं. वहीं, 22.5 फीसदी ने कहा कि वो अपने से किसी बड़ी शक्ति से जुड़ने का प्रयास करते हैं. बेहद कम लोगों ने यह कहा कि बाइनॉरल बीट्स का उपयोग वो डिजिटल ड्रग की तरह कर रहे हैं. ताकि उन्हें आउट-ऑफ-बॉडी एक्सपीरिएंस हो. वो साइकेडेलिक ड्रग्स के असर जैसा महसूस कर सकें. (फोटोः पिक्साबे)
कहां मिलते हैं ये बाइनॉरल बीट्स (Where you can find Binaural Beats)
बाइनॉरल बीट्स (Binaural Beats) आप यूट्यूब, स्पॉटिफाई जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर आसानी से खोज सकते हैं. इस स्टडी में शामिल डॉ. मोनिका बराट ने एक बयान में कहा कि ड्रग्स के असली असर को लेकर लोगों में कोई कन्फ्यूजन नहीं है. लेकिन बाइनॉरल बीट्स (Binaural Beats) को लोग नए नशे की तरह ले रहे हैं. यह नशा सकारात्मक है. इसे डिजिटल ड्रग (Digital Drugs) माना जा रहा है, पुकारा जा रहा है. (फोटोः पिक्साबे)