चीन दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है. यहां करीब 140 करोड़ लोग रहते हैं. एक्सपर्ट्स ने दावा किया है कि चीन की आबादी में अगले पांच साल में हर साल एक करोड़ की गिरावट हो सकती है. ये दावा किया है चीन के गुआंगडोंग एकेडमी ऑफ पॉप्यूलेशन डेवलपमेंट के निदेशक डोंग युझेंग ने. उन्होंने यह बात चीन के एक स्थानीय मीडिया संस्थान को इंटरव्यू के दौरान कही. (फोटोः गेटी)
डोंग यूझेंग ने कहा कि चीन की आबादी अगले कुछ सालों में गिरनी शुरू हो जाएगी. साल 2019 में चीन में सिर्फ 1.46 करोड़ बच्चे पैदा हुए. जो कि 1949 से अब तक की सबसे कम जन्मदर रही है. साल 2018 की तुलना में 2019 में 5.80 लाख बच्चे कम पैदा हुए हैं. ये आंकड़े चीन के नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टेटिस्टिक्स के पास सुरक्षित हैं. (फोटोः रॉयटर्स)
चीन ने अभी तक अपने पिछले साल के जन्मदर के आंकड़ों का खुलासा नहीं किया है. जबकि, आमतौर पर चीन अपनी आबादी से संबंधित डेटा फरवरी के अंत तक जारी कर देता है. अब चीन के लिए सबसे बड़ी चिंता ये है कि जन्मदर में गिरावट हो रही है. बुजुर्गों की संख्या बढ़ा रही है. साथ ही सवाल ये भी उठ रहा है कि क्या चीन के लोग आबादी के अनुपात में कमा सकते हैं. क्या अपने बुजुर्गों का ख्याल रख सकते हैं. (फोटोः गेटी)
चीन ने अपनी दशकों पुरानी एक बच्चे की नीति को साल 2016 में खत्म कर दिया गया था. युवा जोड़ों को बड़े परिवारों के लिए मना किया जाता था. क्योंकि इसकी वजह से हेल्थकेयर, एजुकेशन और घर का खर्चा बढ़ता था. कोरोना महामारी की वजह से आई आर्थिक अस्थिरता की वजह से भी चीन की आबादी में काफी कमी आई है. (फोटोः गेटी)
चीन की पब्लिक सिक्योरिटी मिनिस्ट्री की मानें तो पिछले साल जन्मदर 15 फीसदी गिरी थी. यानी 1 करोड़ से थोड़ा ज्यादा बच्चे पैदा हुए. जबकि, साल 2019 में 1.46 करोड़ बच्चे पैदा हुए थे. हालांकि पब्लिक सिक्योरिटी मिनिस्ट्री ने ग्रामीण इलाकों में सही गणना नहीं की हो. एक्सपर्ट्स का मानना है कि साल 2020 में 1 करोड़ से लेकर 1.40 करोड़ के बीच बच्चे पैदा हुए होंगे. (फोटोः गेटी)
लेबर एक्सपर्ट लिउ काइमिंग ने कहा कि अगले साल से चीन की आबादी में सालाना गिरावट एक करोड़ के आसपास होगी. हालांकि चीन को अभी अपने जनगणना के डेटा को जारी करना है. पहले ऐसा कहा गया था कि अप्रैल में चीन की आबादी से संबंधित डेटा सार्वजनिक कर दिए जाएंगे. (फोटोः गेटी)