दुनिया को पहली कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक-वी (Sputnik-V) देने वाले रूस में महामारी शुरु होने के बाद अब रिकॉर्ड संख्या में कोरोना के मामले सामने आए हैं. मंगलवार यानी आज 12 अक्टूबर 2021 को रुस में कोरोना की वजह से 973 लोगों की मौत दर्ज की गई. रूस की सरकार का कहना है कि महामारी की शुरुआत के बाद से अब तक कोरोना की वजह से मरने वालों की यह रिकॉर्ड संख्या है. (फोटोःगेटी)
रूस में इस महीने की शुरुआत से ही कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. मंगलवार को रूस में कोरोना के 28,190 नए मामले दर्ज किए गए. रूस की कोरोना वायरस टास्क फोर्स ने अब तक 78 लाख कोरोना के मामलों को दर्ज किया है. इसके अलावा इस महामारी की वजह से 2.18 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. (फोटोःगेटी)
रूस की स्टेटिस्टिक्स एजेंसी Rosstat ने यह भी बताया है कि कोरोना और अन्य बीमारियों को मिलाकर कोरोना काल में कुल 4.17 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. रूस की सरकार ने यह माना है कि इसके पीछे टीकाकरण की धीमी गति को जिम्मेदार माना है. रूस की आबादी 14.6 करोड़ है. इसमें से सिर्फ 33 फीसदी यानी 4.78 करोड़ लोगों को वैक्सीन की एक डोज लगी है. जबकि 4.24 करोड़ लोगों को यानी 29 फीसदी लोगों को दोनों डोज लगी है. रूस में लोगों को स्पुतनिक वैक्सीन लगाई जा रही है. (फोटोःगेटी)
रूस में लगातार बढ़ रहे कोरोना मामलों और मृत्यु के बावजूद क्रेमलिन ने देशव्यापी लॉकडाउन लगाने से मना कर दिया है. हालांकि सरकार कोरोना वायरस को लेकर सख्त नियम लगाने के पक्ष में है. साथ ही वह स्थानीय सरकारों से बात कर रही है ताकि राज्यों में कड़े नियम लगाकर कोरोना के केस को कम करने का प्रयास करें. (फोटोःगेटी)
रूस के कुछ राज्यों ने सार्वजनिक सभाओं, समारोहों, थियेटर, रेस्टोरेंट आदि में लोगों के जमावड़ों को प्रतिबंधित कर रखा है. इस प्रतिबंध में उन लोगों को भी शामिल किया गया है जो पूरी तरह से वैक्सीनेटेड हैं. या फिर कोरोना से रिकवर हो चुके हैं. या फिर पिछले 72 घंटों में उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है. (फोटोःगेटी)
रूस की राजधानी मॉस्को, सेंट पीटर्सबर्ग और अन्य शहरों में आम जनजीवन सामान्य है. व्यापारिक संस्थान खुले हुए हैं. लेकिन इन सभी शहरों में मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का कड़ाई से पालन नहीं हो रहा है. मॉस्को में स्थानीय सरकार ने शॉपिंग मॉल्स जैसे जगहों पर मुफ्त कोरोना जांच की व्यवस्थाएं कर रखी हैं. (फोटोःगेटी)
हाल ही में रूस की उप-प्रधानमंत्री तात्नया गोलीकोवा ने कहा था कि रूस में कोरोना की वजह से वो लोग ज्यादा मर रहे हैं, जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई है. जबकि, वैक्सीन लगवाने वाले लोगों की कोरोना से मौत कम रही है. क्रेमलिन के प्रवक्ता डिमित्री पेस्कोव ने कहा कि अभी किसी भी स्थान पर लॉकडाउन लगाना उचित नहीं होगा. महामारी के चलते सख्त प्रतिबंध और नियम लगाए जा सकते हैं. (फोटोःगेटी)
11 अक्टूबर 2021 को मॉस्को में कोरोना के गंभीर मामले 5002 तक पहुंच गए थे. जबकि इसके एक दिन पहले कोरोना के गंभीर मामले 4610 थे. मॉस्को में प्रतिदिन कोरोना की वजह से 6 से 10 लोगों की मौत हो रही है. इसे लेकर रूस की सरकार और स्थानीय राज्य सरकारें काफी चिंतित है. अब दुनियाभर में यह सवाल उठ रहा है कि जिस देश ने दुनिया को कोरोना की पहली वैक्सीन दी, उसी जगह ऐसी हालत हो रही है. (फोटोःगेटी)