फ्रांस के मेयोते द्वीप पर चक्रवाती तूफान चिडो (Cyclone Chido) ने दिल दहलाने वाली तबाही मचाई है. फ्रांस के एक्टिंग इंटीरियर मिनिस्टर ब्रूनो रिटेलल्यू ने कहा कि तबाही का सही आकलन कुछ दिन बाद ही हो पाएगा. (फोटोः एपी)
माना जा रहा है इस प्राकृतिक आपदा में हजारों लोग मारे गए हैं. तूफान की वजह से 200 km/hr की स्पीड से हवाएं चलीं. पेड़, खंभें और घरों के छत उड़ गए. फोन कनेक्शन खत्म हो गया है. बिजली-पानी की सप्लाई बंद है. (फोटोः रॉयटर्स)
मेयोते द्वीप फ्रांस का हिंद महासागर में मौजूद सबसे गरीब द्वीपों में से है. पिछले 100 वर्षों में आया ये सबसे भयानक तूफान था. इस जगह पर सिवाय समुद्री और हवाई मार्ग के नहीं पहुंचा जा सकता. इसलिए राहत एवं बचावकार्य में दिक्कत आ रही है. (फोटोः एपी)
मंत्री ब्रूनो ने कहा कि सैकड़ों लोगों के मारे जाने की आशंका है. लेकिन ये संख्या बढ़कर हजारों में भी पहुंच सकती है. इस समय मैं किसी तरह का डेटा देने की स्थिति में नहीं हूं. (फोटोः एपी)
फ्रांस के राष्ट्रपति इमान्युएल मैंक्रो ने इस आपदा को लेकर अपने कैबिनेट के साथ इमरजेंसी मीटिंग की है. वो आने वाले दिनों में इस द्वीप की यात्रा करेंगे. साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय शोक घोषित किया है. (फोटोः एपी)
मैंक्रो ने अपने X हैंडल पर लिखा है कि मैंने अपनी क्राइसिस यूनिट के साथ मीटिंग की है. मेयोते के लोगों की मदद के लिए सभी इमरजेंसी कदम उठाए जा रहे हैं. जल्द ही सभी को हर तरह की राहत सामग्री और जरूरी चीजें मुहैया कराई जाएंगी. (फोटोः एपी)
मेयोते द्वीप पर लोग बचे-कुचे राशन की दुकानों के सामने लाइन लगाकर पानी और खाने की जरूरी चीजें ले रहे हैं. यहां का पूरा का पूरा भूगोल ही बदल गया है. तबाही ऐसी है कि सैटेलाइट तस्वीर में भी स्पष्ट तौर पर दिख रही है. (फोटोः रॉयटर्स)
मेयोते में करीब 3.21 लाख लोग रहते हैं. लेकिन इसकी तीन-चौथाई आबादी बेहद गरीब है. इससे पहले इसके नजदीक कोमोरोस द्वीप समूह पर 1841 में ऐसी तबाही आई थी. मेयोते क्षेत्रफल में वॉशिंगटन डीसी से दोगुने आकार का है. (फोटोः एपी)
फ्रांस के मौसम विभाग ने कहा है कि पिछले 90 वर्षों में मेयोते में आई ये सबसे भयानक प्राकृतिक आपदा है. यह एक्स्ट्रीम वेदर का नतीजा है. मेयोते के बाद इस तूफान ने मोजाम्बीक के ऊत्तर में भी आफत बरसाई. (फोटोः रॉयटर्स)