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अनजान को देखकर दरियाई घोड़े करते हैं मल की बारिश, साथियों पर चिल्लाते हैं...स्टडी

aajtak.in
  • जोहान्सबर्ग,
  • 25 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 8:35 PM IST
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इंसानों की आदत होती है कि अनजानों से मुंह फेर लेंगे या बात नहीं करेंगे. लेकिन उसके ऊपर मल (Poop) की बरसात तो नहीं करते. ये सामाजिक और व्यक्तिगत तौर पर बुरा माना जाता है. पर दरियाई घोड़ा (Hippopotamus) अनजान इंसान या जीव को देखकर यही काम करते हैं. वो मल का तूफान ला देते हैं. यह किसी को पहचानने की उनकी सामाजिक प्रक्रिया है. अगर अपने किसी अन्य हिप्पो की आवाज भी नहीं पहचान में आई तो भी वो ऐसा करते हैं. अगर पहचान लेते हैं, तो घरघराहट (Wheez Honk) की आवाज निकालते हैं. (फोटोः कैथरीन मर्लिन/अनस्पैल्श)

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एक नई स्टडी में  दरियाई घोड़ों (Hippopotamuses) के इस सामाजिक व्यवहार का पता चला है. जिसमें स्पष्ट तौर पर बताया गया है कि ये भारी-भरकम शरीर वाली जलीय गाय एकदूसरे की आवाज पहचानती हैं. जब ये किसी आवाज या साथी को पहचानते हैं तब घरघराहट की आवाज निकालते हैं. नहीं तो फिर वही होना है...मल की बारिश. यह स्टडी हाल ही में करेंट बायोलॉजी जर्नल में प्रकाशित हुई है. (फोटोः स्टीफन स्टीनबॉर/अनस्पैल्श)

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जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक दरियाई घोड़े (Hippopotamuses) अपने साथियों की आवाजों को पहचान कर उसके हिसाब से रिएक्ट करते हैं. अलग-अलग आवाज पर अलग-अलग प्रतिक्रिया. उन्हें यह भी पता चल जाता है कि घरघराहट दोस्ती की है, दुश्मनी की है, मदद की है या प्यार की. लेकिन गुस्से में अनजान लोगों या गतिविधियों पर मल का तूफान (Poop Tornado) ला देते हैं. (फोटोः पिक्साबे)

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फ्रांस स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट-एटिने के शोधकर्ता निकोलस मैथेवॉन ने बताया कि अनजान व्यवहार या जीव के प्रति दरियाई घोड़े बेहद आक्रामक रवैया अख्तियार करते हैं. वो अनजान कोई इंसान हो सकता है, व्यवहार हो सकता है या फिर उनके समूह या गैर-समूह का जीव हो सकता है. दरियाई घोड़े आवाज के आधार पर पहचान करते हैं. अगर उनके क्षेत्र में कोई परिचित आता है तो उनका व्यवहार कम आक्रामक होता है, लेकिन अनजान को देखकर वो भड़क जाते हैं. (फोटोः पिक्साबे)

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इसे समझने के लिए शोधकर्ताओं की टीम ने मोजाम्बिक में स्थित मापुतो स्पेशल रिजर्व में दरियाई घोड़ों के समूह पर अध्ययन किया. उन्होंने दरियाई घोड़ों के आवाजों यानी घरघराहट को रिकॉर्ड किया. फिर इन्हें दूसरे समूह के सामने बजाया और देखा कि दूसरा समूह कैसे रिएक्ट करता है. अपने जैसी आवाज सुनने के बाद दूसरे समूह ने भी वैसी ही आवाज निकाली. लेकिन अनजान आवाज सुनकर वो तुरंत मल की बारिश करने लगे. (फोटोः गेटी)

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इससे शोधकर्ताओं को पता चला कि मल निकालकर दरियाई घोड़े यह भी बताने की कोशिश करते हैं कि ये इलाका उनका है. हालांकि, इन नतीजों से यह नहीं तय किया जा सकता कि अगर इन जीवों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जाए तो इनकी आक्रामकता कम होगी. हो सकता है कि रास्ते में अलग-अलग तरह की अनजान आवाजें सुनकर ये मल की बारिश करते रहें. 

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निकोलस मैथेवॉन ने कहा कि दरियाई घोड़े के किसी समूह को नए स्थान पर ले जाने की प्रक्रिया बेहद कठिन हो सकती है. क्योंकि उस समय इस बात का ध्यान रखना होगा कि कहीं वे आक्रामक न हो. इसलिए उनके समूह के दरियाई घोड़ों के आवाज की रिकॉर्डिंग उन्हें पूरे रास्ते सुनाई देना चाहिए. ताकि वो शांत रहें. (फोटोः लीफ लिंडिंग/अनस्पैल्श)

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या फिर ऐसा भी किया जा सकता है कि उन्हें बिना आवाज वाली गाड़ी में स्थानांतरित किया जाए. नई जगह पर उन्हें आवाज की रिकॉर्डिंग सुनाई जाए, ताकि अनजान जगह पर पहुंचकर उनकी आक्रामकता न बढ़े. साथ ही वो मल की बारिश न करें. (फोटोः माइकल रोडोक/अनस्पैल्श)

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