Advertisement

साइंस न्यूज़

Sahara Desert Flooded: 50 साल में पहली बार सहारा रेगिस्तान में आई बाढ़... जानिए क्या थी वजह?

आजतक साइंस डेस्क
  • नई दिल्ली,
  • 14 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 5:05 PM IST
  • 1/8

आधी सदी में पहली बार सहारा रेगिस्तान में भयानक बारिश हुई. बाढ़ आई. विचित्र मौसम की वजह से मोरक्को से सटे सहारा रेगिस्तान में दो दिन तक बारिश होती रही. जिससे कई जगहों पर फ्लैश फ्लड भी आया. यानी अचानक से आने वाली बाढ़. (सभी फोटोः एपी)

  • 2/8

मोरक्को की राजधानी रबात से करीब 450 km दूर टाटा (TATA) करके इलाका है. इस इलाके में एक गांव हैं टैगोयूनाइट (Tagounite). सबसे ज्यादा बारिश यहीं हुई. यहीं पर सबसे ज्यादा बाढ़ भी आई. 

  • 3/8

टैगोयूनाइट में एक दिन में 100 मिलिमीटर बारिश हुई. ये सालाना औसत से भी कई गुना ज्यादा है. सहारा में इस समय गर्मियां हैं. ऐसे में इस तरह की बारिश का होना अजूबा है. वैज्ञानिक इस मौसमी बदलाव से हैरान हैं. 

Advertisement
  • 4/8

इस बारिश की वजह से इरीकी झील (Lake Iriqui) में फिर से पानी भर गया. यह झील 1925 से सूखी हुई थी. सैटेलाइट तस्वीरों में बारिश की वजह से खूबसूरती तो बढ़ी हुई दिख रही है. क्योंकि रेगिस्तान के बीच पानी का इतना बड़ा स्रोत फिर से जिंदा हो गया. 

  • 5/8

मोरक्को के मौसम विज्ञानी हुसैन युआब ने बताया कि यह जलवायु परिवर्तन की वजह से होने वाला बदलाव है. इस इलाके में अब मौसम बदल रहा है. भविष्य में ऐसी घटनाएं और भी ज्यादा हो सकती हैं. ऐसी बारिश दशकों से नहीं देखी गई थी. इससे ग्राउंडवाटर लेवल तो बढ़ा है लेकिन ये मौसम लोगों के लिए खतरनाक भी है. 

  • 6/8

हुसैन ने बताया कि यहां पिछले कुछ दिनों से हवा में नमी थी. वायुमंडल में भी नमी बढ़ी हुई थी. इसलिए ये आशंका थी कि सहारा में भी चरम मौसमी घटनाएं देखने को मिल सकती हैं. लेकिन एक फायदा ये भी हुआ है कि इस बारिश की वजह से स्थानीय किसानों के चेहरे खिल गए हैं. यहां कई सालों से सूखा पड़ा था. 

Advertisement
  • 7/8

हालांकि यहां अचानक आई बाढ़ से 18 लोग मारे गए. कई जगहों पर फसलें खराब भी हुई हैं. मोरक्कों की सरकार लोगों के पास राहत सामग्री पहुंचा रही है. मुआवजा दे रही है. यह इलाका पिछले साल आए भूकंप से अभी उबरा भी नहीं था. 

  • 8/8

सहारा रेगिस्तान 90 लाख वर्ग किलोमीटर का इलाका है. यहां पर बहुत ज्यादा जानलेवा गर्मी पड़ती है. लेकिन अब ये इलाका ग्लोबल वॉर्मिंग का शिकार हो रहा है. दुनिया के बदलते मौसम का असर इस इलाके पर भी पड़ेगा.

Advertisement
Advertisement