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Russia Ukraine War: रूस ने फिर दागी Hypersonic Missile, भारत के पास भी ये घातक हथियार

aajtak.in
  • कीव/मॉस्को,
  • 20 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 8:16 PM IST
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रूस (Russia) ने दावा किया है कि उसने 20 मार्च 2022 को यूक्रेन (Ukraine) पर दूसरी हाइपरसोनिक मिसाइल (Hypersonic Missile) से हमला किया है. यह मिसाइल ध्वनि की गति से पांच गुना ज्यादा स्पीड से हमला करती है. एक दिन पहले ही रूस ने यूक्रेन के अंडरग्राउंड वेयरहाउस को उड़ाने के लिए हाइपरसोनिक मिसाइल का उपयोग किया था. इस बार जिस मिसाइल का उपयोग किया गया है उसका नाम है कैलिबर क्रूज मिसाइल (Kalibr Cruise Missile). (फोटोः आबिलियो फर्नांडेज/पिक्सेल)

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रूस ने यह मिसाइल ब्लैक सी यानी काले सागर में मौजूद अपने जंगी जहाज से दागी. कैलिबर क्रूज मिसाइल (Kalibr Cruise Missile) जिसने क्रीमिया के तट के पास यूक्रेनी सेना के एक अड्डे को तबाह कर दिया. यह दावा रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेंकोव ने किया है. इगोर ने कहा कि हमने इस काम के लिए लंबी दूरी की मिसाइल का उपयोग किया, जिसने 19 मार्च की रात और 20 मार्च की अलसुबह यूक्रेन पर हमला किया. (फोटोः विकिपीडिया)

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The Sun के मुताबिक इगोर ने बताया कि यह मिसाइल यूक्रेन की राजधानी कीव से करीब 187 किलोमीटर दूरी उत्तर-पूर्व में स्थित शेर्निहिव राज्य (Chernihiv State) के निजिन शहर (Nizhyn City) में जाकर गिरी. निजिन शहर में यूक्रेनी सेना की बख्तरबंद गाड़ियों की मरम्मत होती रही है. उसे खत्म करना जरूरी था, इसलिए काले सागर में स्थित युद्धपोत से हमने कैलिबर क्रूज मिसाइल (Kalibr Cruise Missile) दागकर इस शहर में मौजूद मरम्मत के ठिकानों को नष्ट कर दिया. (फोटोः विकिपीडिया)

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इगोर ने बताया कि कैलिबर क्रूज मिसाइल (Kalibr Cruise Missile) को काले सागर और कैस्पियन सागर से लॉन्च किया गया था. जबकि किंझाल हाइपरसोनिक मिसाइल (Kinzhal Hypersonic Missile) को क्रीमिया के ऊपर एक लड़ाकू विमान से दागा गया. इन दोनों ही मिसाइलों ने यूक्रेन के कोस्तायांतिनिवका और मिकोलेव इलाके में ईंधन, लूब्रीक्रेंट्स के डिपो को उड़ाया. यहां पर सैन्य वाहनों की मरम्मत भी होती थी. (फोटोः विकिपीडिया)

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क्या है कैलिबर क्रूज मिसाइल (What is Kalibr Cruise Missile)

कैलिबर क्रूज मिसाइल (Kalibr Cruise Missile) को 3M-54 Kalibr भी कहा जाता है. इसके अलावा इसके कई नाम है. ये नाम इसके वैरिएंट्स के आधार पर तय किए गए हैं. इसे रूसी हथियार निर्माता कंपनी नोवातोर डिजाइन ब्यूरो ने बनाया है. यह 1994 से रूसी सेना में अपनी सेवाएं दे रही हैं. इसके अलग-अलग वैरिएंट्स हैं, जिनका वजन 1300 किलोग्राम से लेकर 1780 किलोग्राम और सबसे भारी 2300 किलोग्राम की मिसाइल है. वैरिएंट्स के आधार पर ही इनकी लंबाई और व्यास भी बदलता रहता है. (फोटोः विकिपीडिया)

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कैलिबर क्रूज मिसाइल के वैरिएंट्स (Kalibre Cruise Missile Variants)

कैलिबर क्रूज मिसाइल (Kalibr Cruise Missile) के कुल मिलाकर सात प्रमुख वैरिएंट्स हैं. पहला- क्रूज मिसाइल, दूसरा- एंटी शिप मिसाइल, तीसरा- एंटी-सबमरीन मिसाइल, चौथा- सबमरीन लॉन्च्ड क्रूज मिसाइल, पांचवां- एयर लॉन्च्ड क्रूज मिसाइल, छठा- लैंड अटैक मिसाइल और सातवां जमीन से जमीन पर मार करने वाली मिसाइल. हर वैरिएंट्स में 400 से 500 किलोग्राम वजन के हथियारों को ले जाया जा सकता है.(फोटोः विकिपीडिया)

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कैलिबर क्रूज मिसाइल की रेंज (Kalibr Cruise Missile Range)

कैलिबर क्रूज मिसाइल के वैरिएंट्स अलग-अलग रेंज के हैं. 91RE1: 50 km, 3M-54E: 220 km, 3M-54E1/3M-14E: 300 km, 3M-54/3M-54T: 660 km, 3M-14/3M-14T: 1,500–2,500 km और Kalibr-M (under development): 4,500 km. यह आमतौर पर 1000 मीटर यानी एक किलोमीटर की ऊंचाई पर उड़कर दुश्मन पर हमला करता है. (फोटोः विकिपीडिया)

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कैलिबर मिसाइल की रफ्तार (Kalibr Missile Speed)

कैलिबर मिसाइल की गति अधिकतम 2.9 मैक है. यानी 3580 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार. लेकिन रूस ने जिस कैलिबर मिसाइल से यूक्रेन पर हमला किया है, उसकी गति ध्वनि से पांच गुना ज्यादा बताई जा रही है. यानी वह कैलिबर-एम मिसाइल है. जिसे लेकर रूस दावा कर रहा है कि यह मिसाइल अब भी बन रही है. उसके परीक्षण नहीं हुए हैं. अगर इस मिसाइल का टारगेट इसके आने पर 3 मीटर की दूरी पर कहीं भी खिसकता है, तो भी वह मारा जाएगा. यानी दुश्मन भाग नहीं सकता. (फोटोः विकिपीडिया)

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भारत के पास भी कैलिबर मिसाइल (India also have Kalibr Missile)

भारत के पास भी कैलिबर क्रूज मिसाइल (Kalibr Cruise Missile) है. इसे भारतीय नौसेना ने अपने किलो (Kilo) क्लास सबमरीन में लगा रखा है. भारतीय नौसेना की पनडुब्बियों में लगने वाले वैरिएंट्स Club-S और Club-N से हैं. किलो क्लास सबमरीन को सिंधुघोष क्लास सबमरीन भी कहते हैं. इसके अलावा ये मिसाइल भारतीय नौसेना के तलवार क्लास फ्रिगेट्स में भी तैनात किए गए हैं. (फोटोः विकिपीडिया)

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हाइपरसोनिक मिसाइल क्या होते है? (What is Hypersonic Missile)

हाइपरसोनिक मिसाइल (Hypersonic Missile) वो हथियार होते हैं, जो ध्वनि की गति से पांच गुना ज्यादा गति में चले. यानी कम से कम मैक 5 (Mach 5). साधारण भाषा में इन मिसाइलों की गति 6100 किलोमीटर प्रतिघंटा होती है. इनकी गति और दिशा में बदलाव करने की क्षमता इतनी ज्यादा सटीक और ताकतवर होती हैं, कि इन्हें ट्रैक करना और मार गिराना अंसभव होता है. (फोटोः गेटी)

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किन देशों के पास हैं हाइपरसोनिक मिसाइल? (Which Countries have Hypersonic Missile)

हाइपरसोनिक मिसाइल (Hypersonic Missile) अमेरिका, रूस और चीन के पास हैं. कहा जाता है कि उत्तर कोरिया भी ऐसी मिसाइल विकसित करने में लगा है. जो धरती से अंतरिक्ष या धरती से धरती के दूसरे हिस्से में सटीकता से मार कर सकते हैं. वैसे भारत भी ऐसी मिसाइल को विकसित करने में जुटा हुआ है. लेकिन इसके बारे में अभी शुरुआती प्रयास किए जा रहे हैं. (फोटोः रॉयटर्स)

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रूस का हाइपरसोनिक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (Russian Hypersonic Intercontinental Ballistic Missile)

कहा जाता है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के निर्देश पर रूसी सरकार हाइपरसोनिक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (Russian Hypersonic Intercontinental Ballistic Missile) बना चुकी है. जिसका नाम है एवनगार्ड (Avangard) है. यह मिसाइल मैक 20 यानी Mach 20 की गति से चलेगी. मतलब ध्वनि की गति से 20 गुना ज्यादा रफ्तार. यानी 24,696 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से. रूस के पास एवनगार्ड हाइपरसोनिक हथियार है, जिसे ICBM मिसाइल में लगाकर छोड़ा जाता है. (फोटोः गेटी)

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