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साइंस न्यूज़

कभी भी फट सकता है कोलंबिया का ज्वालामुखी, 2500 परिवारों की जान को खतरा

aajtak.in
  • बोगोटा,
  • 10 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 7:55 AM IST
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कोलंबिया के नेवाडो डेल रुइज़ ज्वालामुखी (The Nevado del Ruiz volcano) को पश्चिमी गोलार्ध (Western Hemisphere) में आई सबसे बड़ी आपदाओं में से एक के लिए जिम्मेदार माना गया है. यह ज्वालामुखी 38 सालों के बाद एक बार फिर से जाग गया है. ज्वालामुखी से मिल रहे संकेतों ने कोलंबियाई सरकार की नींदे उड़ा दी हैं. फिलहाल, ज्वालामुखी से प्रभावित हो सकने वाले इलाकों को खाली करवाने का काम शुरू कर दिया गया है. (Photo: Reuters)

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कोलंबिया का नेवाडो डेल रुइज़ ज्वालामुखी (The Nevado del Ruiz volcano) बोगोटा के पश्चिम में करीब 80 मील की दूरी पर स्थित है. 1980 के दशक में इस ज्वालामुखी में विनाशकारी विस्फोट हुआ था, जिसकी वजह से 25,000 लोगों की जानें गई थीं. हिमस्खलन और चट्टानों के नीचे पूरी बस्तियां दफन हो गई थीं. (Photo: Reuters)

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ग्लोबल वॉल्कैनिज़्म प्रोग्राम (Global Volcanism Program) ने हाल ही में एक अपडेट दिया था, जिसमें कहा गया है कि 30 मार्च को करीब 11,600 भूकंपों का पता चला था. जिससे संकेत मिलता है कि आने वाले दिनों में बड़ा विस्फोट हो सकता है.(Photo: Reuters)

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भूकंपों के बारे में पता चलते ही, सरकार ने ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert) घोषित कर दिया है, जो चार स्टेज के स्केल पर यह दूसरी सबसे ऊंची स्टेज है. कोलंबियाई अधिकारियों के मुताबिक, 1985 के बाद से 18 ऑरेंज अलर्ट जारी किए गए हैं, जिनमें से कोई भी बड़ा विस्फोट नहीं हुआ है. (Photo: Reuters)

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राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने ज्वालामुखी के करीब रहने वाले लोगों को इन इलाकों को जल्द से जल्द खाली करने के लिए कहा है. सरकार वहां से 2,500 परिवारों को निकालने की कोशिश कर रही है. लेकिन कुछ लोग अपनी जगह छोड़ने को तैयार ही नहीं हैं. (Photo: Reuters)

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वे जो परिवार जो1985 के विनाशकारी विस्फोट से बच गए थे और अन्य लोगों का कहना है कि वे यहां से नहीं जाएंगे. अपनी पत्नी और पांच बच्चों के साथ 1985 के विस्फोट से बचे एक आलू किसान एवेलियो ऑर्टिज़ का कहना है कि मुझे इससे डर नहीं लगता, क्योंकि यह पहले ही फट चुका है. जो खत्म होना था, वो हो चुका है. (Photo: Reuters)
 

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राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के मुताबिक, करीब 57,000 लोग ज्वालामुखी के खतरनाक क्षेत्र में रहते हैं, जो छह प्रांतों तक फैले हुए हैं. अधिकारियों का कहना है कि लोगों को यहां से निकालना ज़रूरी है, क्योंकि यहां संचार की स्थिति खराब है जिससे ज्वालामुखी के पास रहने वाले लोगों से संपर्क करना मुश्किल हो सकता है. (Photo: Reuters)

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1985 की त्रासदी को, मानव इतिहास का चौथा सबसे घातक ज्वालामुखी विस्फोट कहा जाता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, नेवाडो डेल रुइज़ एक स्ट्रैटोवोलकानो (stratovolcano) या कंपोज़िट ज्वालामुखी (composite volcano) है. कंपोज़िट ज्वालामुखी दुनिया के किसी भी पर्वत से बड़े और देखने में बहुत खूबसूरत ज्वालामुखी होते हैं. (Photo: Reuters)

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स्ट्रैटोवोलकानो (Stratovolcano) या कंपोज़िट ज्वालामुखी (Composite volcano) बेहद विस्फोट और विनाशकारी होते हैं. अपने रास्ते में आने वाली हर चीज़ को निगल जाते हैं. इस तरह के ज्वालामुखी आमतौर पर हजारों सालों में सक्रिय होते हैं. माउंट सेंट हेलेंस, क्राकाटोआ, माउंट पिनातुबो और हंगा-टोंगा-हंगा-हापाई सभी को कंपोज़िट ज्वालामुखी माना जाता है. हालिया कंपोज़िट ज्वालामुखी विस्फोट 2022 की शुरुआत में टोंगा में हुआ था. (Photo: Reuters)

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