अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी स्पेसएक्स के अंतरिक्षयान स्टारशिप (Starship - SN11) ने बुधवार सुबह 8 बजे सफल उड़ान भरी लेकिन लैंडिंग से ठीक एक किलोमीटर पहले उसमें विस्फोट हो गया. स्टारशिप का ऑनबोर्ड कैमरा लैंडिंग से पहले फ्रीज हो गया. इसके बाद NASA के कैमरे ने देखा कि स्टारशिप के नीचे तेज नारंगी रंग की रोशनी हुई, उसके बाद उसके टुकड़े उड़ते हुए दिखाई दिए. (फोटोः SpaceX)
स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क ने कहा कि पिछली बार लैंडिंग सफल थी. इस बार कुछ तो हुआ है. ये खामी लैंडिंग बर्न स्टार्ट होने के बाद हुई है. हमें इसकी जांच करनी होगी. आपको बता दें कि 9 विफल लैंडिंग प्रयासों के बाद 4 मार्च को SN10 स्टारशिप की लैंडिंग सफल हुई, लेकिन कुछ मिनटों के बाद उसमें भी विस्फोट हो गया था. (फोटोःSpaceX)
स्पेसएक्स (SpaceX) के स्टारशिप (Starship) SN11 ने 31 मार्च को दक्षिण टेक्सास के बोका चिका गांव के पास स्थित स्पेसएक्स के टेस्ट फ्लाइट सेंटर से उड़ान भरी. 165 फीट ऊंचे रॉकेट ने शानदार टेकऑफ किया. 10 किलोमीटर की ऊंचाई तक गया. इसके बाद उसे हॉरिजोंटल फ्लिप करना था, यानी हवाई जहाज की तरह मुड़ना था. वह भी धरती के वायुमंडल के ऊपर. (फोटोःSpaceX)
हॉरिजोंटल फ्लिप तो सही गया. कहीं कोई दिक्कत नहीं आई. उसने उसी स्थिति में वायुमंडल में प्रवेश भी किया. स्टारशिप (Starship) SN11 की वर्टिकल लैंडिंग हो रही थी. लेकिन लैंडिंग से ठीक एक किलोमीटर पहले ऑनबोर्ड कैमरा फ्रीज हो गया. उसके बाद अन्य कैमरों से देखा गया तो पता चला कि उसके कुछ सेकेंड बाद ही विस्फोट हो गया और मलबा बड़े इलाके में फैल गया. ये हादसा ठीक वैसे ही हुआ है जैसा स्टारशिप SN9 के साथ 2 फरवरी और SN8 के साथ 9 दिसंबर 2020 को हुआ था. (फोटोःSpaceX)
स्पेसएक्स (SpaceX) के स्टारशिप (Starship) SN11 प्रोजेक्ट प्रिंसिपल इंटीग्रेशन इंजीनियर जॉन इंसप्रकर ने इस घटना के बारे में कहा कि हमने SN9 और SN10 से सीखा. लैंडिंग में सफलता हासिल की. लेकिन इस बार क्या हुआ है ये जानने के लिए हम जांच कर रहे हैं. हमारी पूरी टीम इस समय यह पता कर रही है कि आखिर लैंडिंग से पहले क्या दिक्कत आई है. क्योंकि हम पिछली बार परफेक्ट लैंडिंग कर चुके हैं. (फोटोःSpaceX)
जॉन ने बताया कि इस बार के ट्रायल से हमें कई अच्छे डेटा मिले हैं. हमने सबसोनिक रीएंट्री में सफलता पाई है. स्पेसएक्स का स्टारशिप (Starship) SN11 रॉकेट लोगों को सुदूर अंतरिक्ष की यात्रा पर ले जाने वाले यान का प्रोटोटाइप है. ये एस्ट्रोनॉट्स को चांद, मंगल समेत कई अन्य ग्रहों की सैर कराएगा. (फोटोःSpaceX)
स्पेसएक्स (SpaceX) के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) ने 2 फरवरी को फटे SN9 रॉकेट के बाद कहा था कि स्टारशिप (Starship) SN9 में 6 रैप्टर्स इंजन हैं. लेकिन हम इससे बड़ा एक और रॉकेट बनाएंगे. जिसका नाम होगा सुपर हैवी. उसमें ऐसे 30 रैप्टर इंजन होंगे. स्टारशिप (Starship) SN9 इंसानों की सुरक्षित अंतरिक्ष यात्रा के लिए बनाया जा रहा है. यह एक प्रयोग है. सफलता जरूर मिलेगी. हमारे लिए अंतरिक्षयात्रियों की सुरक्षा जरूरी है, ऐसे में ये प्रयोग होने चाहिए. (फोटोःSpaceX)
स्टारशिप (Starship) SN9 से पुराने वर्जन 150 फीट ऊंचे थे. उसमें तीन इंजन लगे थे. इसके बाद ये खबर भी आई थी कि स्पेसएक्स ने 9 दिसंबर को फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन के लॉन्च लाइसेंस के नियमों का उल्लघंन किया था. इसकी वजह से अगला ट्रायल लॉन्च कुछ दिनों के लिए टाल दिया गया था. इसे 2 फरवरी को किया गया था. (फोटोःSpaceX)