Advertisement

साइंस न्यूज़

Humanity Biggest Threats: एलियन, उल्कापिंड या AI... कौन है इंसानों के लिए सबसे बड़ा खतरा?

aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 12 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 2:00 PM IST
  • 1/10

शुरुआत दसवें नंबर से.... 

10. एलियन का हमला... कई बार वैज्ञानिक ये बोल चुके हैं कि एलियन हम पर नजर रख रहे हैं. अगर दूसरी दुनिया, ग्रह या सौर मंडल से आने वाले जीव इंसानों पर हमला कर दें. तो क्या होगा. मान लिया जाए कि एलियंस हैं, तो आप उनके यान की गति और आने-जाने की स्पीड का वीडियो नेट पर देख चुके होंगे. अगर कभी हमला हुआ तो पृथ्वी से इंसानों की पूरी सभ्यता खत्म हो जाएगी. 

  • 2/10

9. उल्कापिंड की टक्कर... फिलहाल ऐसा कोई खतरा नहीं है. लेकिन भविष्य में आशंका है. हमारी धरती से डायनासोरों की पूरी प्रजाति को उल्कापिंड एक बार खत्म कर चुका है. अब अगर कोई टक्कर होती है तो इंसान सबसे ज्यादा मारे जाएंगे. डायनासोरों के पास इंसानों जैसी टेक्नोलॉजी नहीं थी लेकिन इंसानों के पास भी कोई बहुत ताकतवर तकनीक नहीं है. 

  • 3/10

8. मधुमक्खियां मर जाएं... अगर दुनिया से सारी मधुमक्खियां मर जाएं. खत्म हो जाएं. तो बस इंसान पृथ्वी पर सिर्फ चार साल ही जिंदा रह पाएगा. ऐसा आइंस्टीन ने कहा था. क्योंकि मधुमक्खियां पोलिनेशन में बहुत ज्यादा मदद करती हैं. पॉलीनेशन नहीं होगा तो फसलें धीरे-धीरे नष्ट हो जाएंगी. फल नहीं उगेंगे. फूड सप्लाई बाधित होगी. इंसान पूरी तरह खत्म नहीं होंगे. लेकिन कम हो जाएंगे. 

Advertisement
  • 4/10

7. AI का अटैक... आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence - AI) इंसानों की सारी जरुरी चीजों पर हमला कर दे. उन्हें अपने कब्जे में ले ले. अपने हिसाब से बैंक, विमान सेवाएं, संचार व्यवस्था, ट्रैफिक सब पर नियंत्रण कर ले. हथियारों पर कब्जा कर ले. अगर खराब AI ने परमाणु हथियारों पर कब्जा कर लिया, तो उन्हें कहीं भी दाग सकता है. साइबरअटैक कर सकता है. 

  • 5/10

6. क्वांटम कम्प्यूटिंग... साधारण AI ही इंसानों का जीवन बेहतर या खराब कर सकता है. अगर मामला क्वांटम कंप्यूटिंग के स्तर पर खराब हुआ तो प्रलय आ जाएगी. क्योंकि यह AI से भी ज्यादा ताकतवर टेक्नोलॉजी है. क्वांटम कंप्यूटर किस कदर तबाही मचा सकता है, इसके बारे में इंसान सोच भी नहीं पा रहे हैं. ये एक झटके में पूरी दुनिया को तबाह कर सकता है. हैकिंग कर सकता है. साइबर अटैक कर सकता है. 

  • 6/10

5. बढ़ती आबादी... इंसान खुद अपने लिए मुसीबत खड़ा कर रहा है. इंसानों की संख्या इतनी तेजी से बढ़ रही है कि वो एक दिन खुद खत्म होने लगेगा. क्योंकि ज्यादा आबादी मतलब ज्यादा आर्थिक असंतुलन. इंसानों के लिए जरुरी है आर्थिक स्थिरता. आबादी बढ़ेगी तो ये चीज कम होती चली जाएगी. इससे संघर्ष होगा. जो भयानक हिंसा में बदल सकता है. 

Advertisement
  • 7/10

4. सोशल मीडिया... पहले यह इंट्रेस्टिंग चीजों के लिए था, लेकिन अब इसकी वजह से लोगों में चिंता, डर और हिंसा की भावनाएं जागती हैं. एंटी-वैक्सीनेशन प्रोपेगैंडा, फर्जी खबरें, गलत सूचनाएं डालने की वजह से अब लोग भरोसा करना छोड़ चुके हैं. सोशल मीडिया की वजह से झगड़े और हत्याएं तक हो जाती हैं. एकदूसरे से गाली-गलौज करने लगते हैं. 

  • 8/10

3. महामारियां... COVID-19 इकलौती महामारी नहीं है, जिसने करोड़ों लोगों की जान ली है. पहले भी कई महामारियों ने इंसानों को घुटनों के बल झुकने पर मजबूर किया है. भविष्य में फिर ऐसी महामारियां आएंगी. इंसान कितनी भी तैयारी क्यों न कर ले, कौन सा वायरस-बैक्टीरिया-फंगस कब किस तरह से अपना रूप बदलकर धोखा देगा. इसका अंदाजा अभी नहीं लगा सकते. 

  • 9/10

2. परमाणु युद्ध... दूसरे विश्व युद्ध के बाद से परमाणु हथियारों को इंसानों की सभ्यता को खत्म करने का सबसे आसान माध्यम माना जाने लगा. हिरोशिमा-नागासाकी जीते-जागते सबूत हैं. अगर रूस, चीन, अमेरिका, भारत, पाकिस्तान जैसे परमाणु हथियार संपन्न देश आपस में जंग करते हैं, तो पूरी इंसानी सभ्यता खत्म हो जाएगी. 

Advertisement
  • 10/10

1. जलवायु परिवर्तन... न तो ठीक हो सकता है. न इंसान इसे सुधार सकता है. पहले दशकों में एक बार आने वाली बाढ़ और सूखा अब हर साल आ रहे हैं. जंगलों में लगातार आग लग रही हैं. तापमान बढ़ता जा रहा है. जहां पहले ग्लेशियर हुआ करता था, वहां अब नावें तैरने लगी हैं. ये सबसे बड़ी मुसीबत है इंसानों के लिए. 

Advertisement
Advertisement