इस समय महाराष्ट्र पर चक्रवाती तूफान Cyclone Tauktae कहर बरपा रहा है. सैटेलाइट तस्वीरों में बताया जा रहा है कि यह अत्यंत गंभीर स्तर का चक्रवाती तूफान है. इसकी आंखें इस समय गुस्से के साथ मुंबई के ऊपर नजर गड़ाए बैठी हैं. आखिर ये चक्रवात की आंख होती क्या है? इसका तूफान, तेज हवाओं और बारिश से क्या लेना-देना है? कैसे तय होती है इसकी तीव्रता और भयावहता? आइए जानिए चक्रवात के आंख की दिलचस्प कहानी...(फोटो:गेटी)
किसी भी चक्रवात के मध्य भाग यानी केंद्र को आंख या आई (Eye) बुलाते हैं. किसी भी चक्रवाती तूफान की आंख की चौड़ाई यानी व्यास औसत तौर पर 30 से किलोमीटर तक हो सकती है. आंख के चारों तरफ घूमते हुए बादल होते हैं. आंख के ठीक नीचे आंख की दीवार (Eyewall) होती है. यह एक प्रकार का तेजी से घूमते हुए बादलों का छल्ला होता है. ये तभी बनता है जब चक्रवाती तूफान का स्तर गंभीर (Severe) या अत्यंत गंभीर (Extremely Severe) होता है. (फोटो:विकीपीडिया)
अत्यंत गंभीर चक्रवात की आंख बीचों-बीच खाली होती है. ये खालीपन 30 से लेकर 65 किलोमीटर व्यास का हो सकता है लेकिन इसके चारों तरफ तेजी से घूमते बादल, हल्की हवा, कड़कती बिजलियां और तेज बारिश होती है. हल्के स्तर के चक्रवात में आंख बनती तो है लेकिन वह गंभीर चक्रवात की आंख की तरह दीवार नहीं बना पाती. उसके ऊपर एक बादलों का कवर चढ़ा रहता है. (फोटो:गेटी)
किसी भी तूफान की आंख उस साइक्लोन का जियोमेट्रिक सेंटर होता है. ये दो प्रकार का होता है. क्लियर आई (Clear Eye) यानी स्पष्ट आंख जिसमें एक गहरा गोला साफ तौर पर चक्रवात के बीच दिखता है. दूसरा फिल्ड आई (Filled Eye) यानी इसमें आंख तो बनी हैं, लेकिन उसके अंदर हल्के या मध्यम स्तर के तूफानी बादल फंसे रहते हैं. इसलिए जहां भी चक्रवाती तूफान की आंख होती है, वहां पर तेज हवाएं तो चल सकती हैं लेकिन बारिश कम या न के बराबर होती है. आइए जानते हैं कि ये चक्रवाती आंखें कितने प्रकार की होती हैं. (फोटो:गेटी)
छोटी या मिनिस्क्यूल आंखें (Small/minuscule eyes): छोटी आंखों का घेरा 19 किलोमीटर व्यास का होता है. इनके अंदर बनने वाली आंख की दीवार बनती-बिगड़ती रहती है. इसके बावजूद मुख्य आंख के चारों तरफ कई दीवारें बनती हैं. ये कुछ किलोमीटर से लेकर सैकड़ों किलोमीटर दूर तक फैल सकती हैं. इसे कहते हैं कोसेंट्रिक आईवॉल यानी आंख के अंदर आंख का निर्माण होना. इनमें हवाओं की गति 45 से 100 किलोमीटर प्रतिघंटे होती है. (फोटो:गेटी)
मध्यम आंखें (Medium size Eyes): कई तूफान बहुत बड़े नहीं लेकिन खतरनाक होते हैं. ये निर्भर करता है वायुमंडल के दबाव, महाद्वीपीय हवाओं की रफ्तार, गर्मी, उमस और घूमते हुए बादलों की गति पर. इनकी आंख आमतौर पर 65 से 80 किलोमीटर व्यास की होती हैं. ऐसे तूफान आमतौर पर उष्णकटिबंधीय देशों (Tropical Countries) में आते हैं. इनमें हवाओं की गति 80 से 115 किलोमीटर प्रति घंटे की होती है. लेकिन तीव्रता बढ़ने पर हवाओं की गति ज्यादा हो सकती है. (फोटो:गेटी)
बड़ी आंखें (Big Eyes): दुनिया के इतिहास में अब तक जो सबसे बड़ा चक्रवात आया था वो था टाइफून कार्मेन (Typhoon Carmen). इसकी आंख 370 किलोमीटर व्यास की थी. जबकि सबसे छोटा साइक्लोन हरिकेन विल्मा था. इसकी आंख मात्र 3.7 किलोमीटर व्यास की थी. इसमें हवा की गति 115 किलोमीटर से लेकर 250 किलोमीटर प्रतिघंटा की हो सकती है. (फोटो:गेटी)
आमतौर पर किसी भी चक्रवात के आंख की तस्वीर सैटेलाइट या अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन से ली जाती है. क्योंकि कोई तकनीक या इंसान चक्रवाती तूफान के बीच जाने की हिम्मत नहीं करता. इसके लिए आमतौर पर हरिकेन हंटर्स (Hurricane Hunters) नाम का विमान चक्रवात के ऊपर भेजा जाता है. ताकि वह वहां से उसकी आंख और तीव्रता का पता लगा सके. किसी भी चक्रवाती तूफान की आंख से ही उसकी तीव्रता या भयावहता का पता चलता है. (फोटो:विकीपीडिया)
जितनी बड़ी और गहरी आंख उतना ज्यादा भयावह चक्रवाती तूफान. लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि चक्रवाती तूफान का सबसे शांत और नुकसान न पहुंचाने वाला इलाका उसकी आंख ही होती है. क्योंकि वहां न तो बारिश हो रही होती है, न ही बिजली कड़कने या गिरने का डर. न ही तेज घूमते बादल होते हैं. कभी-कभी आंख के बीचों बीच तेज हवा या उमस दोनों की स्थिति बन सकती है. क्योंकि आसपास तेजी से घूमते बादल हवा और नमी को पहले खींचते हैं फिर तेजी से वापस करते हैं. (फोटो:गेटी)
चक्रवाती तूफान की आंख का तापमान बहुत कम होता है. Cyclone Tauktae की आंख का तापमान माइनस 2 डिग्री सेल्सियस है. जबकि सबसे ठंडी आंखें ध्रुवीय इलाकों में आने वाले चक्रवाती तूफानों की होती हैं. इन तूफानों को पोलर लोज (Polar Lows) कहते हैं. इनमें हवाओं की गति 50 किलोमीटर प्रति घंटा की होती है. अगर चक्रवाती तूफान समुद्र के ऊपर बनता है तो सबसे ज्यादा खतरा सागरों में ही होता है. क्योंकि इस समय तेज गति से लहरें उठती है. इनकी ऊंचाई 6 फीट से 25 फीट तक जा सकती हैं. (फोटो:गेटी)
Cyclone Tauktae को अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान की श्रेणी में रखा गया है. फिलहाल इस चक्रवात की आंख मुंबई से 155 किलोमीटर पश्चिम-उत्तरपश्चिम की तरफ है. यह आज ही मुंबई और महाराष्ट्र में तेज हवाएं चलते हुए गुजरात की तरफ चला जाएगा. 17 तारीख को इससे बहने वाली हवा की अधिकतम गति 155 किलोमीटर प्रतिघंटा तक जा सकती है. फिलहाल इसकी वजह से 70 से 80 किलोमीटर प्रतिघंटे की हवा बह रही है. (फोटो:गेटी)
भारतीय मौसम विभाग की माने तो Cyclone Tauktae गुजरात पहुंचने तक अपने हवाओं की गति को 185 किलोमीटर प्रतिघंटे तक पहुंचा सकता है. फिलहाल ये 13 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तरपश्चिम की तरफ बढ़ रहा है. इसका अगला टारगेट पोरबंद और भावनगर जिले हो सकते हैं. अमरेली, भावनगर, जूनागढ़, गिर, सोमनाथ तक इसके हवाओं की गति 185 किलोमीटर प्रतिघंटे हो सकती है. फिर धीरे-धीरे इसकी गति कम होनी शुरु होगी. लेकिन तब भी ये 90 से 120 किलोमीटर प्रतिघंटे तक रहेगी. (फोटो:गेटी)