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वैज्ञानिकों ने खोजा ज्वालामुखी की तरह गर्म युवा ग्रह, जानें धरती से दूरी

aajtak.in
  • लंदन,
  • 26 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 10:55 AM IST
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अंतरिक्ष विज्ञानियों ने सबसे युवा ग्रह खोज निकाला है. यह ग्रह धरती से 400 प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है. इसका अध्ययन किया जा रहा है, जिससे ग्रहों की उत्पत्ति के नए खुलासे होंगे. इस ग्रह का नाम है 2MO437b. यह ग्रह बृहस्पति ग्रह से भी बड़ा है और बेहद गर्म है, जैसे धरती का कोई ज्वालामुखी. (फोटोः गेटी)

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यूनिवर्सिटी ऑफ हवाई के वैज्ञानिकों ने अपने बयान में कहा है कि 2MO437b ग्रह अभी अपनी जिंदगी के शुरुआती दिनों में है. इस समय यह बेहद गर्म है. इससे काफी ज्यादा ऊर्जा निकल रही है. वैज्ञानिकों का मानना है इसका तापमान धरती पर लावा उगल रहे किसी भी ज्वालामुखी के बराबर हो सकता है. इसे पहली बार साल 2018 में देखा गया था. (फोटोः NAOJ)

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वैज्ञानिकों ने बताया कि साल 2018 में इसे सुबारू टेलिस्कोप से देखा गया था. तबसे इस पर लगातार अध्ययन किया जा रहा है. इस पर केक ऑब्जरवेटरी से निगरानी रखी जा रही थी. यह अपने तारे 2MO437 के करीब है. खोजा गया नया ग्रह अपने तारे के चारों तरफ धीमी गति से चक्कर लगा रहा है. यह वृषभ (Taurus) क्लाउड में मौजूद है. (फोटोः NAOJ)

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इस ग्रह को खोजने वाले दल के वैज्ञानिक एरिक गाइडोस ने कहा कि 2MO437b ग्रह उन ग्रहों में से एक है, जिन्हें हम धरती पर मौजूद टेलिस्कोप से देख सकते हैं. जब हमने इस ग्रह से निकलने वाली रोशनी की जांच की तो पता चला कि इसके चारों तरफ गैस की डिस्क बनी हुई थी, जो अब नहीं है. लेकिन इसके तारे के चारों तरफ धूल का गुबार है, जो अब भी इस ग्रह से निकल रहा है.  (फोटोः गेटी)

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एरिक गाइडोस ने बताया कि 2MO437b का व्यास हमारे सौर मंडल में मौजूद बृहस्पति ग्रह से कई गुना ज्यादा है. यह अपने तारे के चारों तरफ जिस कक्षा में चक्कर लगा रहा है, वह धरती से सूर्य के बीच मौजूद कक्षा से 100 गुना बड़ी है. वैज्ञानिकों ने इस ग्रह की तस्वीरें लेने के लिए एडाप्टिव ऑप्टिक तकनीक का उपयोग किया था, ताकि तस्वीर खराब न हो. इस तकनीक का उपयोग धरती की तस्वीरें लेने के लिए भी किया जाता है क्योंकि वायुमंडल की वजह से धरती की सही तस्वीर नहीं आती.  (फोटोः गेटी)

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इस ग्रह को खोजने वाली टीम के अन्य वैज्ञानिक माइकल लिउ ने कहा कि दुनिया के दो बड़े टेलिस्कोप से इस पर निगरानी रखी गई थी. हम ऐसे और ग्रहों की खोज के लिए इन टेलिस्कोप का उपयोग करते रहेंगे. ताकि भविष्य में हमें सौर मंडल से बाहर ऐसे ग्रह देखने को मिले. साथ ही हम ग्रहों की उत्पत्ति से संबंधी जानकारियां जमा कर सकें.  (फोटोः गेटी)

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नासा जल्द ही जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप लॉन्च करने जा रहा है. एक बार यह टेलिस्कोप अंतरिक्ष में तैनात हो गया तो वैज्ञानिकों को ऐसे अन्य ग्रहों की खोज करना आसान हो जाएगा. क्योंकि यह अंतरिक्ष में इंसानों की सबसे ताकतवर आंख होगी. यह सुदूर अंतरिक्ष की गहराइयों में खोज करेगी.  (फोटोः गेटी)

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एरिक गाइडोस ने बताया कि जेम्स वेब और हबल स्पेस टेलिस्कोप जैसे यंत्रों की मदद से हम सौर मंडल और उससे बाहर की दुनिया को नजदीक से देख सकते हैं. ये अंतरिक्ष में ऐसी जगहों की खोज करते हैं, जिन्हें हम धरती पर मौजूद टेलिस्कोप से देख नहीं सकते. यह स्टडी हाल ही में मंथली नोटिसेस ऑफ द रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी में प्रकाशित हुई है.  (फोटोः गेटी)

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