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15वीं शताब्दी के ट्रेड शिप का मलबा मिला, कार्गो से पता लगा कहां से निकला और कहां जा रहा था जहाज

15वीं शताब्दी का एक ट्रेड शिप स्वीडन में बोहुस्लान द्वीपसमूह के पास डूब गया था. यह जहाज कार्गो से भरा था. अब इस जहाज पर मिले सामान की विस्तृत जांच की गई है. एक नए शोध में इस जहाज पर मिले सामान की डिटेल लिस्ट और ट्रेड रूट की पूरी जानकारी साझा की गई है.

जहाज के इस मलबे को स्काफ्टो रेक कहा जाता है (Photo: Jens Lindstrom-Bohuslans Museum) जहाज के इस मलबे को स्काफ्टो रेक कहा जाता है (Photo: Jens Lindstrom-Bohuslans Museum)
aajtak.in
  • गोथेनबर्ग ,
  • 23 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 8:32 PM IST

करीब 600 साल पहले, स्वीडन के दक्षिण-पूर्वी सिरे पर कार्गो से लदा एक जहाज डूब गया था. शोधकर्ताओं ने इस जहाज के कार्गो का बारीकी से अध्ययन किया. उन्होंने इसकी यात्रा का पता लगाया और इस जहाज के इतिहास को सामने रखा है. हालांकि, इस जहाज की यात्रा बड़े रहस्यमयी ढंग से खत्म हो गई थी, माना जा रहा है कि यह जहाज मध्यकालीन यूरोप की यात्रा के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.
 
इस जहाज के मलबे को स्काफ्टो रेक (Skaftö wreck) कहा जाता है. यह एक विशालकाय व्यापारी जहाज था, जिसे 2003 में गोटेबोर्ग (Gothenburg) के उत्तर में लिसेकिल (Lysekil) समुद्र के तल पर एक स्थानीय गोताखोर ने खोजा था. उसी साल बाद में, Bohusläns म्यूज़ियम के समुद्री पुरातत्वविद भी मलबे की साइट पर पहुंचे और इस जहाज के बारे में जानकारी जुटाई. ये जहाज 1440 CE के आसपास डूबा था और ये कार्गो से भरा हुआ था.

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जहाज को बेल्जियम के ब्रुग्स जाना था, लेकिन बोहुस्लान द्वीपसमूह में ये डूब गया था (Photo: Staffan von Arbin, Bohusläns museum)

गोथेनबर्ग यूनिवर्सिटी के समुद्री पुरातत्वविदों ने इसपर एक नया शोध किया गया है और जहाज़ के मलबे में पाई गई चीजों की एक डिलेट लिस्ट सबके सामने रखी है. रासायनिक विश्लेषण और एडवांस इमेजिंग तकनीक की मदद से शोधकर्ताओं को पता लगा कि कार्गो में तांबे, ओक लकड़ी, क्विकलाइम, टार, ईंटें और टाइलों सहित भवन निर्माण की चीजें भरी थीं. 

इंटरनेशनल जर्नल ऑफ नॉटिकल आर्कियोलॉजी (International Journal of Nautical Archaeology) में प्रकाशित शोध के मुताबिक, शोधकर्ताओं ने कैल्शियम ऑक्साइड की पहचान की, जिसे आमतौर पर क्विकलाइम (Quicklime) या बर्न्ट लाइम (Burnt lime) के रूप में जाना जाता है. यह गोटलैंड के स्वीडिश आईलैंड से निकलता है. ये आश्चर्य की बात थी, क्योंकि शोधकर्ताओं को यह नहीं पता था कि इसे 15वीं शताब्दी में गोटलैंड से निर्यात किया गया था.

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शोधकर्ताओं का कहना है कि इसमें मिला तांबा, वर्तमान में स्लोवाकिया के दो इलाकों में खदान से निकाला गया था. मध्ययुगीन स्रोतों को देखते हुए, टीम का मानना ​​​​है कि तांबे को स्लोवाकियाई खनन जिलों से कार्पेथियन पहाड़ों (Carpathian Mountains) में पोलिश बंदरगाह शहर ग्दान्स्क (Gdańsk) के आसपास नदियों के रस्ते ले जाया गया था.

 

शोध के मुख्य लेखक और समुद्री पुरातत्वविद् स्टैफन वॉन अर्बिन (Staffan von Arbin) का कहना है कि इस बात की बहुत संभावना है कि जहाज अपनी अंतिम यात्रा से पहले ग्दान्स्क से माल लेकर निकला था. कार्गो के विश्लेषण से पता चलता है कि जहाज पश्चिमी यूरोपीय बंदरगाह के रास्ते में था, शायद बेल्जियम में. तभी यह अज्ञात कारणों से स्वीडन के बोहुस्लान द्वीपसमूह में लहरों से हार गया. 

स्टैफन वॉन अर्बिन का कहना है कि हम मानते हैं कि जहाज को बेल्जियम के ब्रुग्स जाना था. 15वीं सदी में, यह शहर एक मुख्य व्यापारिक केंद्र था. हम यह भी जानते हैं कि मध्य यूरोप में उत्पादित तांबे को वहां से वेनिस समेत अलग-अलग भूमध्य बंदरगाहों पर भेज दिया गया था.


 

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