
वैज्ञानिक सालों से एलियंस से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अभी तक वे सफल नहीं हो सके हैं. एक भी संकेत ऐसा नहीं मिला, जिससे एलियन का सुराग मिलता हो. पर यह भी हो सकता है कि इंसानों की तरह वे भी हमसे संपर्क करने की कोशिश कर रहे हों. अगर ऐसा है, तो पृथ्वी की एक चीज़ उनकी मदद कर सकती है. ये हैं हमारे सेल फोन टॉवर.
नए शोध से पता चलता है कि आस-पास के स्टार सिस्टम में मौजूद एलियंस ने शायद पहले ही हमारे सेल फोन टावरों से आने वाले रेडियो सिग्नल का पता लगा लिया होगा. और जैसे-जैसे ये सिग्नल और ज़्यादा शक्तिशाली होते जाएंगे, आकाशगंगा में इंसानों को बहुत जल्दी ही खोज लिया जाएगा.
मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी में एस्ट्रोफिज़िक्स के लिए जोड्रेल बैंक सेंटर के निदेशक और शोध के लेखक माइक गैरेट (Mike Garrett) का कहना है कि रेडियो स्पेक्ट्रम में पृथ्वी पहले से ही काफी उन्नत है. अगर ये जारी रहता है, तो कोई भी सही तकनीक वाली सभ्यता हमें आसानी से खोज सकती है.
मंथली नोटिसेज़ ऑफ रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी में प्रकाशित शोध के मुताबिक, शोधकर्ताओं ने क्राउड-सोर्स डेटा का इस्तेमाल किया, ताकि सेल फोन टावरों से रेडियो संकेतों के लीकेज को सिम्यूलेट किया जा सके और यह निर्धारित किया जा सके कि अन्य ग्रहों से इन सिग्नल्स का पता लगाना कितना मुश्किल होगा.
सर्च फॉर एक्सट्रा-टेरेस्ट्रियल इंटेलिजेंस (SETI) इंस्टीट्यूशन के हैट क्रीक रेडियो ऑब्जर्वेटरी में इंटर्न और मॉरीशस यूनिवर्सिटी में मास्टर के छात्र रेमिरो साइडे (Ramiro Saide) ने मॉडलिंग को लीड किया, ताकि यह तय किया जा सके कि कौन से सिग्नल का पता लगाया जा सकता है और उन्हें पृथ्वी से कितनी दूर से पिक किया जा सकता है.
शोधकर्ताओं ने पाया कि पृथ्वी, सेल फोन टावरों, सैटेलाइट कम्यूनिकेशन और इंटरनेट सिग्नल्स के ज़रिए, तकनीकी रूप से एडवांस्ड कई सिग्नल देती है. शोधकर्ताओं ने कहा कि ये सिग्नल उन सभ्यताओं तक पहुंच सकते हैं जिनके बारे में माना जाता है कि वे पृथ्वी के करीबी तारों के आस-पास रहती हैं. इन तारों में बरनार्ड का तारा भी शामिल है, जो 6 प्रकाश वर्ष दूर स्थित एक लाल बौना तारा है, जिसकी कक्षा में एक विशाल, पृथ्वी जैसा ग्रह हो सकता है.
टीम ने यह भी कहा कि सिग्नल का पता सिर्फ वही एलियंस लगा सकते हैं जिनके पास पृथ्वी से बेहतर और ज़्यादा संवेदनशील उपकरण होंगे. लेकिन अगर ये सिग्नल और तेज़ या शक्तिशाली होंगे, तो दूर-दराज या कम तकनीकी वाले एलियंस भी उनका पता आसानी से लगा सकेंगे.